प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में अलका लांबा के ख़िलाफ़ लखनऊ के हजरंतगंज कोतवाली में मामला दर्ज हो गया है। यह FIR उत्तर प्रदेश राज्य के बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य प्रीति वर्मा ने दर्ज करवाई है।
प्रीति वर्मा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि अलका लांबा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर 25 मई की रात 12 बजकर 7 मिनट पर एक वीडियो अपलोड कर PM मोदी और CM योगी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। साथ ही उन्होंने अपने एक दूसरे ट्वीट में भ्रामक आरोपों के साथ हाई कोर्ट के न्यायाधीश पर भी सवाल खड़े किए, जो कोर्ट की अवमानना के अंतर्गत आता है।
FIR is registered against Lamba in Lucknow u/s 504, 505(1)(b), 505(2) and section 67 of IT Act, for doing abusive tweet on PM & CM Yogi.
— Prashant Patel Umrao (@ippatel) May 25, 2020
UP Police is ready to arrest her.#ArrestAlkaLamba pic.twitter.com/4SY7O127G0
मौजूदा जानकारी के अनुसार, अलका लांबा के खिलाफ 25 मई को शाम 7:07 मिनट पर FIR दर्ज की गई। जिसमें अलका लांबा के खिलाफ आईपीसी की धारा 504, धारा 505 (1)(बी), 505 (2) और सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले कुलदीप सिंह सेंगर की बेटी ऐश्वर्या ने भी अलका लांबा के ख़िलाफ़ उन्नाव पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। ऐश्वर्या का भी यही आरोप था कि अलका लांबा ने भ्रामक ट्वीट करके झूठी जानकारी फैलाई।
अलका लांबा का विवादित पोस्ट
अलका लाम्बा के जिस पोस्ट में ये कार्रवाई हुई, उसमे उन्होंने लिखा था कि बलात्कारियों को कोई भी अदालत ज्यादा दिन तक सलाखों के पीछे नहीं रख सकती, अगर उन पर भाजपा नेताओं का हाथ हो। इसके बाद उन्होंने न्यायपालिका को भला-बुरा कहते हुए लिखा था कि हाईकोर्ट के जज ने ये फ़ैसला देकर बस अपनी जान बचाई है।
जिन बलात्कारियों( BJP नेता) पर CM #ढोंगी, MP #साक्षी, HM शाह, PM मोदी जी आशीर्वाद हो, आखिर उसे कोई भी अदालत अधिक समय तक सलाखों के पीछे नहीं रख सकती…
— Alka Lamba India 🇮🇳🙏 (@LambaAlka) May 22, 2020
HC के जज ने ऐसा कर बस अपनी जान बचाई है… 🇮🇳🙏.
महिला मंत्री स्मृति ईरानी को अपने इस नेता की रिहाई मुबारक. https://t.co/6WFXYHmNRc
साथ ही अलका लाम्बा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को ‘बलात्कारी नेता की रिहाई की मुबारकबाद’ दी। अलका लाम्बा ने जिसकी ट्वीट को आधार बना कर ये बातें कहीं, उसने अपना ट्वीट डिलीट कर लिया।
लेकिन, अलका लाम्बा ने न तो ट्वीट डिलीट किया और न ही इस पर किसी प्रकार की माफ़ी माँगी। कुलदीप सेंगर को हाईकोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने की ख़बर फर्जी थी, जिसे अलका लाम्बा ने आगे बढ़ाया।
सेंगर की बेटी ने भी की अलका लांबा के ख़िलाफ़ शिकायत
ऐश्वर्या ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि हाईकोर्ट में उनके पिता की अपील पर 1 जून को सुनवाई होगी लेकिन उससे पहले ही जानबूझ कर भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा कर के मीडिया और अदालत पर दबाव बनाया जा रहा है। जमानत याचिका डाली ही नहीं गई है।
इस ट्वीट को आईटी एक्ट का उल्लंघन करने के साथ-साथ सेंगर परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप भी ऐश्वर्या ने लगाया। ऐश्वर्या ने इसे मानहानि और आपराधिक कृत्य करार दिया। उन्होंने एसपी विक्रांतवीर को शिकायत पत्र सौंपा था, जिसके आधार पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। अलका लाम्बा के अलावा कॉन्ग्रेस नेता धरणा पटेल ने भी कुछ इसी तरह का ट्वीट कर के भ्रम फैलाया।
लांबा ने अमित शाह और पीएम मोदी पर भी फैलाया झूठ
उल्लेखनीय है कि इससे पहले कॉन्ग्रेस नेता अलका लाम्बा ने गृहमंत्री और पीएम के लिए कहा था कि अगर कॉन्ग्रेस ने 2002 में ही ‘दोनों को नाप दिया होता’ तो आज भारत को ये दिन नहीं देखने पड़ते। लोगों ने कहा था कि वो पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बात कर रही हैं। बता दें कि 2002 की बात कर वे गुजरात दंगों का जिक्र कर रही थीं।