हरियाणा के पूर्व मंत्री निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा ने गुरुवार (7 अप्रैल 2022) को आम आदमी पार्टी (AAP) की सदस्यता ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दोनों का पार्टी में स्वागत किया। कभी कॉन्ग्रेस में रहे सिंह ने कुछ समय पहले हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट का गठन किया था। अब इसका विलय आप में कर दिया गया है। सिंह नवंबर 2020 में तब चर्चा में आए थे, जब उन पर गोहत्या का मामला दर्ज हुआ था। हालाँकि अब इस मामले में उन्हें क्लीनचिट मिल चुकी है।
Former Haryana Congress leader Nirmal Singh who later founded Haryana Democratic Front leader, and his daughter Chitra join Aam Aadmi Party in the presence of AAP national convenor Arvind Kejriwal pic.twitter.com/yFCMzuBhR3
— ANI (@ANI) April 7, 2022
सिंह और उनकी बेटी के पार्टी में शामिल होने के लेकर केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, “चित्रा जी, निर्मल जी एवं हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट के सभी कार्यकर्ताओं का आम आदमी पार्टी परिवार में स्वागत है। हरियाणा और देश की तरक्की के लिए हम सब मिलकर मेहनत करेंगे।” इस मौके पर आप सांसद सुशील कुमार गुप्ता और हाल ही में AAP में शामिल होने वाले हरियाणा कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर भी मौजूद थे।
चित्रा जी, निर्मल जी एवं हरियाणा डेमोक्रेटिक फ़्रंट के सभी कार्यकर्ताओं का आम आदमी पार्टी परिवार में स्वागत है। हरियाणा और देश की तरक़्क़ी के लिए हम सब मिलकर मेहनत करेंगे। https://t.co/4WXeAkPcvA
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 7, 2022
गौरतलब है कि निर्मल सिंह पर 2020 में गाय को गोली मारने का आरोप लगा था। उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के बेहट थाने में गोहत्या का मामला दर्ज किया गया था। FIR यूपी के गाँव बरथा कोरसी निवासी माम हुसैन ने दर्ज कराई थी। ऑपइंडिया से बात करते हुए सहारनपुर के SSP आकाश तोमर ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट (FR) लगा दी थी। तत्कालीन पुलिसकर्मियों द्वारा जाँच के बाद इस केस में निर्मल सिंह को दोषी नहीं पाया गया था।
दरअसल जिस जगह यह घटना हुई थी वहाँ पर पूर्व मंत्री निर्मल सिंह का घोड़ों का फार्म है। इस फार्म को लेकर कई तरह के आरोप लगते रहे हैं। पत्रकार सचिन गुप्ता ने 2020 में इस घटना के बाद ट्वीट करते हुए इस फार्म को विवादित बताया था। सिंह चार बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने हरियाणा की नागल सीट से 1982, 1991, 1996 और 2005 में जीत दर्ज की थी।