Tuesday, November 5, 2024
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‘मुस्लिमों ने फोन कर बुलाया, फिर मारा रूपेश पांडेय को’: पीड़ित परिवार से मिले पूर्व CM रघुबर दास, कहा- हेमंत सरकार में जिहादियों के हौसले बढ़े

"जब से झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में JMM, कॉन्ग्रेस और RJD के गठबंधन की सरकार बनी है तब से जिहादी और राष्ट्रविरोधी मानसिकता वाली शक्तियों का मनोबल काफी बढ़ा है। पिछले 26 महीने में ये 10 वीं मॉबलिंचिंग की घटना है।"

झारखंड के हजारीबाग में हुई किशोर रुपेश पांडेय की हत्या के बाद प्रदेश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने भी शुक्रवार, 11 फरवरी, 2022 को पीड़ित परिवार से मिलकर न्याय का भरोसा दिलाया। इस दौरान उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया है।

रघुबर दास ने रुपेश की हत्या को एक साजिश करार दिया। उन्होंने लिखा, “रूपेश पांडे की मॉब लिंचिंग साजिश रच कर की गई। उनके परिजनों से मिलकर उनका दुख बाँटा। रूपेश को न्याय दिलाए बिना भाजपा का कोई कार्यकर्ता चैन से नहीं बैठेगा। हेमंत सरकार ये समझ ले कि राज्य का हिंदू समुदाय कमजोर नहीं है। हम किसी कीमत पर डरने वाले नहीं हैं।”

परिजनों ने सरस्वती प्रतिमा विसर्जन में हत्या की बात नकारी

रघुबर दास द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में मृतक रुपेश के परिजनों ने मीडिया रिपोर्ट में चल रही सरस्वती प्रतिमा विसर्जन में हत्या की बात नकारी है। उनका कहना है, “फोन करके उनको बुलाया गया। मोहम्मडन का लड़का फोन से बुलाया। गाडी से बिठा कर जबरदस्ती ले गए उनको। ये जो मूर्ति वाली बात झूठ मूठ के दे रहे हैं कि ये सब मूर्ति विसर्जन में हुआ है, ये सब कुछ नहीं है। ये गलत खबर है। वो मोबाइल की दुकान पर काम कर रहा था।” मौके पर किसी मोबाइल दुकानदार उदय का नाम लिया गया।

पंजाब केसरी की रिपोर्ट के मुताबिक हजारीबाग पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे ने भी सरस्वती प्रतिमा विसर्जन जुलूस और रुपेश पांडेय की हत्या का आपस में संबंध होने से इंकार किया है।

SP ने नहीं उठाया फोन और थाना प्रभारी ने जाँच पूरी होने तक कुछ भी कहने से किया इनकार

गौरतलब है कि ऑपइंडिया की पूर्व की रिपोर्ट भी मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर प्रकाशित हुई हैं। इसमें रुपेश के साथ हुए विवाद और मौत की वजह सरस्वती प्रतिमा विसर्जन की घटना को बताया गया है। ऑपइंडिया ने रुपेश के परिजनों के दावे की पुष्टि के लिए हजारीबाग़ के पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे से को कॉल किया तो उनके द्वारा फोन उठाया नहीं गया। इसी के साथ बरही थाना प्रभारी ने इस मामले की जाँच चलने और जाँच पूरी होने तक कुछ भी न बता पाने की बात कही।

ऑपइंडिया ने की पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास से बात

ऑपइंडिया से बातचीत में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा, “इस घटना को ले कर लोगों में काफी आक्रोश है। घर के एकलौते चिराग 16 वर्ष के युवक को कुछ उपद्रवी समुदाय विशेष के लोगों द्वारा मॉबलिंचिंग कर उनकी हत्या कर दी गई। जब से झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में JMM, कॉन्ग्रेस और RJD के गठबंधन की सरकार बनी है तब से जिहादी और राष्ट्रविरोधी मानसिकता वाली शक्तियों का मनोबल काफी बढ़ा है। पिछले 26 महीने में ये 10 वीं मॉबलिंचिंग की घटना है।”

रघुबर दास ने आगे बताया, “हमारी सरकार से माँग है फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए हर दिन सुनवाई हो और अपराधी को जल्द से जल्द दंडित किया जाए। ये सरकार का कर्तव्य भी है। यही बच्चा पढ़ता भी था और दुकान में काम भी करता था। इसलिए उसके परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी दी जाए। आरोपितों द्वारा गाँव वालों पर भी केस किया गया है। जाँच करके उस केस को वापस लेने का काम किया जाए। दोषियों को तुरंत दंडित किया जाए जिससे इस घटना की पुनरावृत्ति न हो। ये तब हो रहा है जब झारखंड सरकार मॉबलिंचिंग कानून लाई है। शासन और कानून का कहीं डर नहीं है। आज शाम 5 बजे हम लोग BJP के प्रतिनिधि मंडल के साथ राज्यपाल से मिलने वाले हैं। उन्हें सारी स्थिति बताएँगे।”

रघुबर दास ने बताया, “लड़के (मृतक रूपेश) की माँ ने कहा कि जुलूस तो बहुत आगे निकल गया था। ये लड़का दुकान में था। दुकान से बुला कर इसकी मॉब लिंचिंग की गई। इसको मारा गया।”

पीड़ित परिवार के साथ रघुबर दास

रघुबर दास के साथ स्थानीय और प्रदेश के तमाम भाजपा और हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता भी मौजूद थे। मौके पर मौजूद भाजपा नेता सुमन सौरव ने जानकारी दी कि मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री मृतक रुपेश पांडेय के गाँव दोपहर लगभग 12:45 पर पहुँच गए थे।

स्थानीय प्रतिनिधि रघुबर दस को घटना से अवगत करवाते हुए

मृतक मृतक रुपेश के संबंधी सुमन सौरभ ने की ऑपइंडिया से बात

ऑपइंडिया से बात करते हुए झारखंड भाजपा युवा मोर्चा IT सेल के प्रदेश संयोजक सुमन सौरभ ने बताया, “मैं रघुबर दास के पूरे दौरे के दौरान उनके साथ ही हूँ। मैं मृतक रुपेश के रिश्ते में भी आता हूँ। मैंने ही इस मुद्दे को सबसे पहले उठाया था। मृतक रुपेश के गाँव का नाम नईटांड है। अब तक इस मामले में कुल 5 लोगों को पकड़ा गया है। मृतक के परिवार वालों ने अपनी माँगों में बाकी 21 दोषियों को गिरफ्तार करना, फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाना, 1 साल के अंदर सभी आरोपितों को फाँसी की सज़ा देना, पीड़ित परिवार को कम से कम 50 लाख रुपए का मुआवजा देना, बगल के गाँव करियातपुर में रुपेश की एक प्रतिमा लगाना प्रमुख है।”

सुमन सौरभ ने आगे कहा, “रघुबर दास ने अपनी तरफ से मृतक के परिवार को 51 हजार रुपए देने की घोषणा की है। हेमंत सोरेन का आज तक कोई भी बयान नहीं आया इस मामले में।” सुमन सौरभ के मुताबिक झारखंड की सरकार के किसी मंत्री और यहाँ तक कि किसी विधायक का भी बयान अब तक इस मामले में नहीं आया है।

रूपेश की माँ ने कहा, “मियाँ का बच्चा पकड़ कर ले गया”

इस मौके पर मृतक की माँ ने बताया, “मेरा बेटा दुकान पर रहता था। 9 बजे घर से जाता था। खाना खाने 2 बजे आया। फिर साढ़े तीन बजे यहाँ से गया। साढ़े 5 बजे खबर आ गया कि आपका बेटा वहाँ बेहोश पड़ा हुआ है। मियाँ के बच्चा पकड़ कर ले गया। वहाँ जान से मार दिया। पप्पू मियाँ मारा है। पुलिस छानबीन अब तक नहीं कर पाई है।”

भीड़ में मौजूद अन्य महिलाओं ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए अपने बयान में दावा किया, “पप्पू मियाँ छाती पर चढ़ गया। फिर उल्टा हम लोगों पर ही आरोप लगा रहा है। अपनी बस्ती में आग भी लगा लिया। अपने से गाड़ी भी जला लिए। अपने से घर तोड़ डाला। कोई आ कर पूछा भी नहीं घर में कि आपके बेटे को क्या हुआ। फाँसी की सजा होनी चाहिए। अभी तक कुछ नहीं हुआ। अब हम लोग सड़क जाम करेंगे। जिससे सरकार को भी मालूम हो कि क्या हो रहा है।”

केंद्रीय मंत्री ने उठाए हेमंत सरकार पर सवाल

भारत सरकार में शिक्षा राजयमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने इस घटना पर लिखा, “झारखण्ड सरकार की चुप्पी, कार्रवाई के नाम पर पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता इनके जख्मों पर नमक छिड़क रही है। जनाक्रोश उबल रहा है। हम चुप नहीं बैठेंगे। मासूम रूपेश के बर्बर हत्यारों को सख्त सजा दिलाने की पहल करे झारखण्ड सरकार।”

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने झारखंड के लॉ एन्ड आर्डर को बताया लाचार

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने लिखा, “बीती रात बरही के लखना दुलमुंहा में एक युवक की निर्ममतापूर्वक पिटाई से मौत झारखंड की बदतर कानून व्यवस्था की जीवंत तस्वीर है। मृतक रूपेश अपने घर का इकलौता सदस्य था। अब कल्पना कीजिए कि लाचार प्रशासन और निक्कमी सरकार लोगों को सुरक्षा देने में कितनी सक्षम है? प्रशासन सभी दोषियों को चिह्नित कर मॉबलिंचिंग निवारण अधि. एक्ट के तहत कार्रवाई करें और सरकार रूपेश के परिजनों को कम से कम 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दें।”

हजारीबाग पुलिस ने सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर प्रचारित करने वालों पर दर्ज किए केस

हजारीबाग पुलिस ने इस घटना के संबंध में 15 व्यक्तियों पर केस दर्ज किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, “सोशल मीडिया पर झूठे, भ्रामक वीडियो से अफवाह फैलाने, समाज में विद्वेष उत्पन्न करने के आरोप में निम्नांकित 15 व्यक्तियों के विरुद्ध सदर थाना द्वारा कार्रवाई की गई है। कई पुराने, एडिटेड वीडियो को हजारीबाग जिला का बताकर सोशल मीडिया पर दुर्भावना से पोस्ट करने वाले लोगों पर भी कार्रवाई होगी।” पुलिस ने नामजद लोगों की सूची को भी प्रकाशित किया है।

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राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

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