उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विधानसभा चुनावों से पहले कॉन्ग्रेस के पूर्व नेता इमरान मसूद (Imran Masood) मुश्किलों में घिर गए हैं। समाजवादी से सहारनपुर जिले की बेहट सीट से टिकट की तलाश कर रहे इमरान मसूद को अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ठेंगा दिखा दिया है। सपा प्रमुख के इस फैसले से इमरान मसूद पूरी तरह से शॉक्ड हैं। उनकी स्थिति ‘न घर के न घाट के’ वाली हो गई है। अब विवादित नेता दूसरी मंजिल की तलाश में है।
रिपोर्ट के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा टिकट न दिए जाने से हैरान मसूद कैंप अब बहुजन समाज पार्टी (BSP) की तरफ रुख कर रहा है। मीडिया सवालों के जबाव में मसूद ने कहा, “मैं अभी कुछ भी नहीं बोलूँगा। मैं अभी शॉक्ड हूँ। मैं कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हूँ।”
गौरतलब है कि विवादित छवि वाले इमरान मसूद राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) के करीबी माना जाता है। हाल ही में मसूद ने कहा था कि अगर उत्तर प्रदेश में बीजेपी को हराना है तो समाजवादी पार्टी के साथ आना ही होगा। उत्तर प्रदेश में बीजेपी को टक्कर दे सकती है। कॉन्ग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मसूद ने कहा था कि पॉलिटिकल स्थिति कुछ ऐसी बन गई है कि ये फैसला लेना ही पड़ेगा।
हाल ही में इमरान मसूद ने 300 समर्थकों के साथ एक मीटिंग बुलाई थी, जिसके बाद 10 जनवरी 2022 को सहारनपुर पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। जिले के एसपी सिटी राजेश कुमार ने कहा था कि पूरे प्रदेश में आचार संहिता लागू है। लेकिन, इमरान मसूद ने इसके लिए इजाजत तक नहीं माँगी थी। उन्होंने कोरोना की गाइडलाइंस का भी पालन नहीं किया। इस मामले में इमरान मसूद समेत 10 नामजद किए गए थे और 300 अज्ञातों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
यहीं नहीं इमरान मसूद वही नेता हैं जो साल 2014 में जब मसूद सहारनपुर से कॉन्ग्रेस का उम्मीदवार थे तब उसने एक सार्वजनिक रैली में घोषणा की थी कि वह ‘नरेंद्र मोदी के टुकड़े-टुकड़े कर देगा’।