Thursday, April 25, 2024
Homeराजनीतिकॉन्ग्रेस-जेडी(S) गठबंधन एक भूल: रोशन बेग के बाद एक और कर्नाटक कॉन्ग्रेस MLA ने...

कॉन्ग्रेस-जेडी(S) गठबंधन एक भूल: रोशन बेग के बाद एक और कर्नाटक कॉन्ग्रेस MLA ने किया विद्रोह

“जेडी (एस) के साथ गठबंधन करना हमारे लिए ऐतिहासिक गड़बड़ी है। यह हमें महँगी पड़ेगी और इसका नतीजा आप 23 मई को देखेंगे।

कर्नाटक में चिक्कबल्लापुरा से कॉन्ग्रेस विधायक के. सुधाकर ने अपनी ही पार्टी के ख़िलाफ़ बिगुल फूँकने का काम किया है। उन्होंने पार्टी के ख़िलाफ़ जाते हुए जनता दल (सेक्युलर) के साथ हुए गठबंधन को एक ऐतिहासिक गड़बड़ी करार दिया और कहा कि गठबंधन के कारण कॉन्ग्रेस पार्टी कई निर्वाचन क्षेत्रों में हार सकती है।

कॉन्ग्रेस विधायक ने द न्यूज़ को बताया, “जेडी (एस) के साथ गठबंधन करना हमारे लिए ऐतिहासिक गड़बड़ी है। यह हमें महँगी पड़ेगी और इसका नतीजा आप 23 मई को देखेंगे। अगर कॉन्ग्रेस विपक्ष में होती, तो हम 50% से अधिक वोट शेयर जीत लेते। हम इस बार दक्षिणी कर्नाटक में तटीय और मराठा क्षेत्र में भी हार जाएँगे। ग़ौरतलब है कि हम हार जाएँगे।”

उन्होंने कहा कि जेडी (एस) के साथ गठबंधन एक ‘अपवित्र गठबंधन’ था और कॉन्ग्रेस ने केवल 37 विधायकों के साथ पार्टी को सब कुछ दे दिया। उन्होंने गठबंधन को नैतिक रूप से ग़लत बताया।

सुधाकर ने एक्जिट पोल के बाद ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे को उठाने पर भी सवाल उठाया। अपनी असहमति व्यक्त करने के लिए उन्होंने ट्विटर का सहारा लिया और लिखा कि वह इस उलझन में हैं कि एग्जिट पोल की बातचीत में ईवीएम मुद्दे को क्यों लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल के नतीजे मतदान के अंत में मतदाताओं की भावना को दर्शाते हैं।

कॉन्ग्रेस विधायक ने कहा कि एग्जिट पोल का ईवीएम से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि वे मतदान के दिन आयोजित किए जाते हैं। सुधाकर ने कहा, “मैंने केवल एग्जिट पोल के बारे में ही बात की है। इस पर कुछ लोगों का राय अलग हो सकती है। एग्जिट पोल के बारे में उन्होंने कहा, “कभी-कभी वे सही भविष्यवाणी करते हैं और वे ग़लत हो जाते हैं, इसलिए आप इसके लिए ईवीएम को कैसे दोष दे सकते हैं?”

इससे पहले, कर्नाटक कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता रोशन बेग ने कर्नाटक राज्य विधानसभा में विभागों को बेचने का आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया था। एग्जिट पोल के बाद बेग ने कर्नाटक कॉन्ग्रेस प्रभारी के.सी. वेणुगोपाल को ‘मसखरा’ कहा था और राज्य में पार्टी के संभावित भविष्य के लिए ‘सिद्धारमैया के अहंकार’ और पार्टी अध्यक्ष गुंडू राव के ‘फ्लॉप शो’ को दोषी ठहराया था।

बेग को कॉन्ग्रेस-जद (एस) गठबंधन के ख़िलाफ़ उनके बयानों के लिए कर्नाटक प्रदेश कॉन्ग्रेस समिति (KPCC) द्वारा कारण बताओ नोटिस दिया गया था। हालाँकि, उन्होंने यह कहते हुए नोटिस पढ़ने से इनकार कर दिया था कि यह उन लोगों के आदेश पर भेजा गया था जिनकी अक्षमताओं पर उन्होंने प्रकाश डाला था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस जज ने सुनाया ज्ञानवापी में सर्वे करने का फैसला, उन्हें फिर से धमकियाँ आनी शुरू: इस बार विदेशी नंबरों से आ रही कॉल,...

ज्ञानवापी पर फैसला देने वाले जज को कुछ समय से विदेशों से कॉलें आ रही हैं। उन्होंने इस संबंध में एसएसपी को पत्र लिखकर कंप्लेन की है।

माली और नाई के बेटे जीत रहे पदक, दिहाड़ी मजदूर की बेटी कर रही ओलम्पिक की तैयारी: गोल्ड मेडल जीतने वाले UP के बच्चों...

10 साल से छोटी एक गोल्ड-मेडलिस्ट बच्ची के पिता परचून की दुकान चलाते हैं। वहीं एक अन्य जिम्नास्ट बच्ची के पिता प्राइवेट कम्पनी में काम करते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe