कर्नाटक में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) ने कहा है कि राज्य में फिर से पार्टी की सरकार बनने पर मस्जिदों से माइक हटाए जाएँगे। साथ ही उन्होंने उन मस्जिदों को तोड़ने की बात भी कही है जो हिंदू मंदिरों को तोड़कर बनाए गए हैं।
ईश्वरप्पा ने ये बातें दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में कही है। वे इस समय ‘अल्लाह बहरा है’ वाले बयान को लेकर विवादों में हैं। दरअसल मंगलुरु में 13 मार्च 2023 को एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता ने पूछा था कि क्या अजान के दौरान लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने पर ही अल्लाह नमाज सुनेगा? उन्होंने कहा था, “मंदिरों में भजन होता है। हम भी धार्मिक हैं, लेकिन लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं करते हैं। यदि आपको लाउडस्पीकर से नमाज अदा करनी है तो इसका मतलब है कि अल्लाह बहरा है।”
बाद में ईश्वरप्पा ने ये भी कहा था कि वे मुस्लिमों के विरोधी नहीं हैं। उनका बयान राष्ट्रद्रोहियों के खिलाफ है। साथ ही एसडीपीआई और कॉन्ग्रेस पर सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया था। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में बीजेपी की विजय संकल्प यात्रा चल रही है। इसी यात्रा के तहत पार्टी नेता पूरा राज्य में घूम रहे हैं। ईश्वरप्पा का ये बयान भी इसी यात्रा के दौरान आया था।
‘क्या अल्लाह बहरा है’ बयान से जुड़े विवाद को लेकर दैनिक भास्कर के सवाल का जवाब देते हुए बीजेपी नेता ने कहा है कि वे विजय संकल्प यात्रा के तहत एक रथ यात्रा की अगुआई कर रहे हैं। मंगलुरु में जैसे ही उन्होंने भाषण देना शुरू किया अजान शुरू हो गई। इसके कारण जनसभा में पैदा हुए व्यवधान को लेकर उन्होंने यह बात कही थी। उन्होंने कहा कि माइक पर अजान को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी कहा चुका है।
उन्होंने कहा, “मैंने जो बोला है, वो सब अचानक नहीं हुआ। आने वाले दिनों में आप देखेंगे कि हम क्या एक्शन ले सकते हैं। मैं केंद्र और राज्य सरकार से आग्रह करूँगा कि इस पर तुरंत एक्शन लिया जाए। लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए।” इंटरव्यू के दौरान बीजेपी नेता पर जानबूझकर ऐसे बयान देने के आरोप लगाते हुए पूछा गया कि उन्होंने 36 हजार मंदिरों को तोड़कर उन पर मस्जिद बनाने की बात कही थी। इसका आधार क्या है?
जवाब में ईश्वरप्पा ने कहा, “मैं नई मस्जिदों को तोड़ने की बात नहीं कर रहा हूँ। मैंने कहा कि जहाँ हिंदुओं के मंदिर तोड़कर मस्जिदें बनाई गई हैं, वहाँ दोबारा मंदिर बनाएँगे। मैंने एक आर्टिकल में पढ़ा था कि 36 हजार मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गईं। असली नंबर क्या है, मुझे मालूम नहीं। अभी मैंने इस बारे में कुछ किया नहीं। देखते हैं आगे क्या किया जा सकता है। अभी जो मेरे मन में था, वो मैंने कहा।”