राजस्थान के तिजारा से भाजपा के महंत बालकनाथ योगी ने जीत दर्ज कर ली है। उन्होंने कॉन्ग्रेस के प्रत्याशी इमरान खान को 6173 वोटों से हरा दिया है। उन्हें 20 राउंड की गिनती पूरी होने के बाद 1,10,209 वोट मिले। वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी इमरान खान को 1,04,036 वोटों से संतोष करना पड़ा, जो दूसरे स्थान पर रहे। महंत बालकनाथ नाथ संप्रदाय से आते हैं, जिससे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आते हैं। बालकनाथ यादव समाज से आते हैं और हिन्दू धर्म को लेकर खुल कर आवाज़ उठाते रहे हैं।
महंत बालकनाथ योगी के नामांकन के दौरान सीएम योगी भी पहुँचे थे। बाबा बालकनाथ को ‘राजस्थान का योगी’ भी कहा जाता है। वो फ़िलहाल अलवर से भी लोकसभा सांसद हैं। चुनाव से पहले उन्हें राजस्थान में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष का पद भी दिया गया। वो भी भगवा वस्त्रों में ही रहते हैं। उनका जन्म 16 अप्रैल, 1984 को राजस्थान के अलवर स्थित कोहराना गाँव में हुआ था। महंत खेतानाथ के पास उन्हें 6 वर्ष की उम्र में ही अध्यात्म की शिक्षा के लिए भेज दिया गया था।
इसके बाद वो महंत चाँदनाथ के पास पहुँचे और उनसे दीक्षा ली। उनमें बालक जैसी प्रवृत्तियाँ देख कर उन्हें चाँदनाथ ने ही बालकनाथ नाम दिया। साथ ही उन्हें अपना उत्तराधिकारी भी चुना। इस तरह वो हरियाणा के रोहतक स्थित मस्तनाथ मठ (अस्थल बाहर) के महंत बने। साथ ही वो मस्तनाथ यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति भी हैं। महंत बालकनाथ मात्र 40 वर्ष के हैं, यानी राजनीति में युवा हैं। उनके गुरु चाँदनाथ भी अलवर से सांसद रहे थे। बालकनाथ ने इमरान खान को 2019 के लोकसभा चुनाव में भी हराया था।
ये जीत तिजारा की जनता की जीत है✌️✌️ #ModiKiGuarantee #BJP4Tijara pic.twitter.com/mKeeLN9xkm
— Yogi Balaknath (@MahantBalaknath) December 3, 2023
जीत के बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं की मेहनत को श्रेय देते हुए कहा कि अलवर की जनता का ऋण वो कभी नहीं चुका सकते। उन्होंने कहा कि चुनाव के भीतर देश विरोधी ताकतें जुटी थीं, कॉन्ग्रेस की मानसिकता भी वही हो चुकी है जिसके लोग मंच पर खड़े होकर सनातन धर्म को गाली देते हैं। उन्होंने राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति और महिलाओं-किसानों से धोखे का आरोप लगाया। CM बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी ने तिजारा की जनता की सेवा का अवसर दिया है।
उन्होंने विकास, प्रशासनिक व्यवस्था और कानून का राज़ स्थापित किए जाने को अगली भाजपा सरकार का मुख्य फोकस करार दिया। राजस्थान में बहुमत के लिए 100 सीटें चाहिए, जिसमें से भाजपा 115 सीटें जीतती हुई दिख रही हैं, वहीं कॉन्ग्रेस पार्टी 69 सीटों पर आगे है। महंत बालकनाथ योगी को लोग मुख्यमंत्री के पद का भी दावेदार बता रहे हैं। हालाँकि, उन्होंने इससे इनकार किया है। वसुंधरा राजे, दीया कुमारी और गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम भी दावेदारों में है, लेकिन राजेंद्र राठौड़ और सतीश पूनियाँ हार गए हैं।