भाजपा पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि अब सूबे में भाजपा के विजय जुलूस को निकलने की इजाजत नहीं दी जाएगी और इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई होगी।
ममता बनर्जी ने गुरुवार को नार्थ 24 परगना जिले के निमता में टीएमसी के मारे गए कार्यकर्ताओं के घर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके पास सूचनाएँ हैं कि भाजपा ने अपने विजय जुलूसों के नाम पर हुगली, बांकुरा, पुरुलिया और मिदनापुर जिलों में अव्यवस्था फैलाई है। इसलिए अब से एक भी विजय जुलूस नहीं निकलेगा।
ममता बनर्जी ने बंगाल में बीजेपी के विजय जुलूसों पर लगाया प्रतिबंध https://t.co/kIZZB0j8Uq via @NavbharatTimes
— sandeep tiwari (@sandeeptiwarid) June 7, 2019
ममता बनर्जी ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अब एक भी विजय जुलूस नहीं निकलना चाहिए क्योंकि लोकसभा चुनाव के नतीजे आए 10 दिन से ज्यादा हो चुके हैं। ऐसे में अगर कोई नेता राज्य में दंगे जैसी स्थिति पैदा करने की कोशिश करेगा, तो पुलिस उससे सख्ती से पेश आएगी। पुलिस को को कानून के हिसाब से कार्रवाई करने और स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए कड़े एक्शन लेने को कह दिया है।
गुरुवार (जून 6,2019) को ममता बनर्जी सीआईडी और दूसरी एजेंसियों के अधिकारियों के साथ निमता का दौरा करने पहुँची थी। दरअसल, मंगलवार को निमता में 4-5 अज्ञात हमलावरों ने टीएमसी नेता निर्मल कुंडू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। यहाँ उन्होंने कुंडू के परिजनों को भरोसा दिलाया कि मामले में पूरी जाँच होगी और इंसाफ मिलेगा। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक हत्या की बात नहीं है… हमें साजिश रचने वाले का पता लगाना है। एक पार्टी रक्तपात और हिंसा क्यों कर रही है?”
बनर्जी के मुताबिक साल 2014 में जब उनकी पार्टी ने जीत हासिल की थी, तो किसी भी तरह की हिंसा या हत्या नहीं हुई थी, लेकिन इस बार कई सीटों पर भाजपा के जीतने के बाद हिंसा और हत्याओं का सिलसिला रुक ही नहीं रहा है। गौरतलब है इससे पहले पश्चिम बंगाल राज्य में भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की बेरहमी से हत्या हुई थी। जिसका इल्जाम भाजपा ने टीएमसी पर लगाया है, लेकिन ममता ने इसपर कोई प्रतिक्रिया देनी जरूरी नहीं समझा, अब चूँकि बात टीएमसी कार्यकर्ताओं की मौत की है तो ममता कड़े कदम उठाने की बात कर रही हैं।