Saturday, November 16, 2024
Homeराजनीतिओवैसी के जिस नेता ने कहा था- 15 करोड़ मुस्लिम भारी पड़ेंगे, उसका मुँह...

ओवैसी के जिस नेता ने कहा था- 15 करोड़ मुस्लिम भारी पड़ेंगे, उसका मुँह सद्दाम ने किया काला; कहा- ये देश विरोधी बातें करता है

"मैं एक दरगाह पर चादर चढ़ाने गया था। उसी दौरान मुझ पर काली स्याही फेंकी गई। ये लोगों का मेरे प्रति प्यार दिखाने का तरीका है।"

मध्य प्रदेश के इंदौर में मंगलवार (1 फरवरी, 2022) को खजराना की दरगाह पर पहुँचे ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान (Waris Pathan) के चेहरे पर एक शख्स ने कालिख पोत दी और मौका पाते ही वहाँ से फरार हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ समय बाद ही खजराना पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।

घटना के बाद पठान ने कहा, “मैं एक दरगाह पर चादर चढ़ाने गया था। उसी दौरान मुझ पर काली स्याही फेंकी गई। ये लोगों का मेरे प्रति प्यार दिखाने का तरीका है। लोग अलग-अलग से अपना प्यार दिखा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि मेरे चाहने वालों ने कहा है कि आपको चेहरे पर काजल लगाना है, ताकि आपको किसी की नज़र न लगे। मैंने इसके बाद अपना चेहरा धोया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब कॉन्ग्रेस पार्टी करवा रही है और कुछ नहीं।

खजराना थाना प्रभारी दिनेश कुमार वर्मा ने बताया कि युवक खजराना के पटेल कॉलोनी का रहने वाला है। उसका नाम सद्दाम है। 30 वर्षीय सद्दाम मजदूरी का काम करता है। उसने पूछताछ में बताया कि यह व्यक्ति (वारिस पठान) मुझे पसंद नहीं है, क्योंकि ये हमेशा देश विरोधी बातें करता रहता है और मुस्लिम समाज को बदनाम करता है। उन्होंने बताया कि हमने कालिख लगाने वाले आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि वह किसी पार्टी से तो नहीं जुड़ा है।

बता दें कि फरवरी 2020 में पठान ने विवादित बयान देकर सुर्खियों बटोरी थीं। उसने धमकी देते हुए कहा था, “15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे। भायखला के पूर्व विधायक ने कर्नाटक के गुलबर्गा में एक रैली को संबोधित करते हुए यह भी कहा था, “हमें आजादी लेनी है और जो नहीं दी गई, उसे छीन लेना चाहिए। हमने अपनी बहनों को (शाहीन बाग) भेज दिया है। अभी केवल हमारी शेरनी निकली हैं और आपको पसीना आ रहा है। अगर हम सब एक साथ आते हैं तो क्या होगा?”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसान सम्मान निधि में मिले पैसे का इस्तेमाल हथियार खरीदने में कर रहे थे अल कायदा के आतंकी, पैसे वसूलने के लिए कई लोगों...

दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि हाल ही में पकड़े गए अल कायदा के आतंकी PM-किसान के पैसे का इस्तेमाल अपने जिहाद के लिए करना चाहते थे।

एक और प्रॉपर्टी पर कब्जे में जुटा कर्नाटक वक्फ बोर्ड, हाई कोर्ट ने लताड़ा: कहा- पहले ट्रिब्यूनल जाओ, संपत्ति के मूल मालिकों ने कोर्ट...

1976 में वक्फ से निजी बनाई गई सम्पत्ति को कर्नाटक का वक्फ बोर्ड दोबारा वक्फ सम्पत्ति में तब्दील करना चाहता है। इसके लिए उसने 2020 में आदेश जारी किया था। अब हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -