Saturday, July 27, 2024
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बंगाल के मजदूरों को घर नहीं लौटने दे रही ममता सरकार, अमित शाह ने पत्र लिखकर जताई नाराजगी

ममता बनर्जी को लिखे पत्र में अमित शाह ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों को दूसरे राज्‍यों से लाने के लिए श्रमिक रेलगाड़ियों को राज्‍य सरकार द्वारा अनुमति नहीं प्रदान कर रही है। ऐसा करना पश्चिम बंगाल के मजदूरों के साथ अन्‍याय है।

ममता बनर्जी की सरकार लॉकडाउन में अन्य राज्यों में फॅंसे पश्चिम बंगाल के मजदूरों की घर वापसी में अड़ंगा डाल रही है। इस पर नाखुशी जताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पत्र लिखा है।

प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य भेजने के लिए कई प्रदेशों से विशेष ट्रेनों का संचालन किया गया है। लेकिन, बंगाल सरकार ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है।

इसे लेकर शनिवार को शाह ने ममता बनर्जी को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा, “मुझे दुख है कि बंगाल सरकार से हमें राज्य के प्रवासी श्रमिकों को वापस भेजने में अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है।”

अमित शाह ने पत्र में लिखा, “केंद्र सरकार द्वारा अभी तक रेलगाड़ियों के माध्‍यम से दो लाख से ज्‍यादा प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्‍यों में पहुँचाया जा चुका है। बाकी राज्‍यों की तरह पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिक भी अपने गृह राज्‍य जाने के लिए व्‍या‍कुल हैं और उनके जाने की व्‍यवस्‍था भी केंद्र सरकार द्वारा की गई है। लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार इस मामले में केंद्र को बिल्कुल सहयोग नहीं कर रही है।”

उन्होंने लिखा है कि पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों को दूसरे राज्‍यों से लेकर बंगाल पहुँचाने वाली श्रमिक रेलगाड़ियों को राज्‍य सरकार द्वारा अनुमति नहीं प्रदान की जा रही है। ऐसा करना पश्चिम बंगाल के श्रमिकों के साथ अन्‍याय है। यह पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों को कठिन परिस्थिति में धकेल सकता है। राज्य सरकार उन्हें आने की अनुमति दे।

बता दें कि इससे पहले राज्य में लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर भी गृह मंत्रालय की तरफ से पत्र लिखा गया था। राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को लिखे गए इस पत्र में लॉकडाउन का पालन नहीं होने पर सख्त आपत्ति जताई गई थी।

पश्चिम बंगाल में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं। हर दिन बड़ी संख्या में कोरोना के नए मामले सामने आने के साथ कंटेनमेंट जोन की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार तक पूरे बंगाल में कुल कंटेनमेंट जोन की संख्या 516 थी जो शुक्रवार को बढ़कर 561 हो गई।

स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आँकड़ों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में अब तक कोरोना पीड़ितों की संख्या 1678 हो गई है, जिनमें 160 की मौत हुई है जबकि 364 लोग ठीक हो चुके हैं। राज्य में पिछले कुछ दिनों में कोरोना की जाँच की रफ्तार भी बढ़ी है। अब हर दिन 2500 से 3000 सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। जिसके बाद बड़ी संख्या में नए मामलों का भी पता चल रहा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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