Friday, October 4, 2024
HomeराजनीतिJDU और TDP से 2-2 मंत्री, दक्षिण से अन्नामलाई और सुरेश गोपी: 'मोदी 3.0'...

JDU और TDP से 2-2 मंत्री, दक्षिण से अन्नामलाई और सुरेश गोपी: ‘मोदी 3.0’ में हर वर्ग-क्षेत्र का संतुलन, चाय पर बुला कर PM ने दिया ‘मंत्र’

बिना चुनाव लड़े भी रामदास आठवले एक बार फिर से मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं, जबकि चुनाव हारने वाले कई नेताओं को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने चल रहे हैं। इससे पहले उन्होंने उन सांसदों के साथ चाय पी, जो मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं। इस बैठक में जिन लोगों को बुलाया गया, माना जा रहा है कि उन्हें मंत्रिमंडल में भी शामिल किया जाएगा। सबसे ज्यादा मंत्री बिहार राज्य से होने जा रहे हैं। बीजेपी के साथ ही जेडीयू, हम और एलजेपी (राम विलास) को भी मंत्रालय मिलने जा रहा है। वहीं, बिना चुनाव लड़े भी रामदास आठवले एक बार फिर से मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं, जबकि चुनाव हारने वाले कई नेताओं को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है। पिछली सरकार के कई अहम चेहरे इस बार मंत्रिमंडल में नहीं दिखने वाले हैं, उनमें स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर जैसे बड़े नाम भी हैं। अनुराग ठाकुर को संगठन के साथ ही हिमाचल प्रदेश पर फोकस करने के लिए कहा जाने वाला है।

मोदी 3.0 मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे बीजेपी के ये चेहरे

पीएम मोदी ने जिन सांसदों को मंत्री बनने के लिए आवास पर चाय बैठक में बुलाया, उनमें पिछली मोदी सरकार के मंत्रियों की संख्या अच्छी खासी है। इस बैठक में शामिल हुए सांसदों में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, शिवराज सिंह चौहान, अर्जुन राम मेघवाल, सर्वानंद सोलोवाल, प्रह्लाद जोशी, अमित शाह, के. अन्नामलाई, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मनोहर लाल खट्टर, मनसुख मंडाविया, अश्विनी वैष्णव, पीयूष गोयल, किरेन रिजिजू, रक्षा खडसे, कमलजीत सेहरावत, राव इंद्रजीत सिंह, एस जयशंकर, गिरिराज सिंह, बंदी संजय, सुरेश गोपी, जी किशन रेड्डी, शोभा करांदलाजे, हर्ष मल्होत्रा के नाम हैं।

सहयोगी दलों से मंत्री बनेंगे ये सांसद

एनडीए की अहम सहयोगी पार्टियों से एलजेपी के चिराग पासवान, जेडीएस से एचडी कुमारास्वामी, टीडीपी के चंद्रशेखर पेमासनी और राम मोहन नायडू, जेडीयू के रामनाथ ठाकुर, ललन सिंह, शिवसेना के प्रताप राव जाधव, आजसू के चंद्रशेखर चौधरी, आरएलडी के जयंत चौधरी, आरपीआई के रामदाव आठवले और हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं। हालाँकि किसे क्या मंत्रालय मिलेगा, इसका खुलासा आने वाले समय में ही हो पाएगा।

कुछ मंत्रालय पहले से तय

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो कुछ मंत्रालय पहले से ही तय हैं। उसमें नितिन गडकरी का मंत्रालय, एस जयशंकर का विदेश मंत्रालय, किरेन रिजिजू का विज्ञान मंत्रालय प्रमुख है। वहीं, शिवराज सिंह चौहान और राजनाथ सिंह को बड़े मंत्रालय मिल सकते हैं। माना जा रहा है कि अमित शाह के पास पहले की तरह ही गृह मंत्रालय रहने वाला है। इसके अलावा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है।

देश के हर कोने से चेहरों को किया गया शामिल

मोदी 3.0 का मंत्रिमंडल पूरी तरह से समावेशी दिख रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम से लेकर ओडिशा, आँध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल और तमिलनाडु को भी मंत्री मिलने वाले हैं। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों का भी मंत्रिमंडल में हिस्सा रहने वाला है। इस बार दक्षिण के तकरीबन सभी बड़े राज्यों से सांसदों को मंत्री पद दिया जा रहा है। के अन्नामलाई ने जिस तरह से तमिलनाडु में बीजेपी को आगे ले जाने का प्रयास किया, उन्हें भी उसका संभावित ईनाम मिलता दिख रहा है, तो केरल में पहली बार कमल खिलाने वाले सुरेश गोपी को भी मोदी सरकार में मंत्री पद दिया जा रहा है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (9 जून 2024) को तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं। इसकी सारी तैयारियाँ हो चुकी हैं। कई राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो रहे हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

गिर सोमनाथ में बुलडोजर कार्रवाई रोकने से हाई कोर्ट का इनकार, प्रशासन ने अवैध मस्जिदों, दरगाह और कब्रों को कर दिया था समतल: औलिया-ए-दीन...

गुजरात हाई कोर्ट ने 3 अक्टूबर को मुस्लिमों की मस्जिद, दरगाह और कब्रों को तोड़ने पर यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश देने से इनकार कर दिया।

इतना तो गिरगिट भी नहीं बदलता रंग, जितने विनेश फोगाट ने बदल लिए

विनेश फोगाट का बयान सुनने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है कि राजनीति में आने के बाद विनेश कितनी सच्ची और कितनी झूठी हो गई हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -