मध्य प्रदेश में 15 सालों की राजनीतिक वनवास के बाद सत्ता में आई कॉन्ग्रेस के दिग्गजों के बीच आपसी तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है। दिग्विजय सिंह के कमलनाथ सरकार के मंत्रियों को लिखे पत्र के बाद शुरू हुई बयानबाजी अब चरम पर है। प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एक के बाद एक लगातार वार किए जा रहे हैं। हाल ही में बाढ़ राहत और कर्जमाफी को लेकर अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़े करने वाले सिंधिया ने अब राज्य सरकार की ट्रांसफर और पोस्टिंग पर सवाल उठाए हैं।
सिंधिया इन दिनों ग्वालियर-चंबल संभाग के दौरे पर हैं। इस दौरान वे चंबल संभाग क्षेत्र के मुरैना में पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे थे। कार्यकर्ताओं ने मुलाकात के दौरान ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर शिकायत की तो सिंधिया ने कमलनाथ सरकार पर तंज कसते हुए कहा, “ट्रांसफर- पोस्टिंग का क्या हाल है वो तो सब जानते ही हैं। मैं आपसे ये कहूँगा कि आप काम पर ध्यान दें।”
ऐसा माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर सिंधिया न केवल कमलनाथ पर, बल्कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साध रहे हैं। बता दें कि दिग्विजय सिंह को प्रदेश का ‘मुख्यमंत्री’ भी माना जाता है। पिछले दिनों प्रदेश के ही वन मंत्री उमंग सिंघार ने अपनी ही सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वियज सिंह पर्दे के पीछे से राज्य की कमलनाथ सरकार को चला रहे हैं और यह बात कार्यकर्ताओं से लेकर सभी नेताओं को पता है। साथ ही उन्होंने कहा था कि अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर मंत्रियों को दिग्विजय के पत्र आते हैं।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही सिंधिया ने कमलनाथ सरकार पर कर्जमाफी को लेकर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार ने 2 लाख रुपए तक के कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन अभी तक सिर्फ 50 हजार रुपए के ही कर्ज माफ हुए हैं। दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने किसानों की कर्जमाफी पूरी तरह से न होने पर राहुल गाँधी को जनता से माफी माँगने तक के लिए कह दिया था।