पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की रैली पर हमले की घटना सामने आई है। इसकी जानकारी भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कर्नाटक से भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट कर दी है। उन्होंने बताया कि आज शांतिपूर्ण मार्च ‘Nabanno Chalo’ पर टीएमसी के गुंडों ने देशी बम फेंके।
तेजस्वी सूर्या ने लिखा, “फासीवाद ऐसा ही दिखता है। टीएमसी के गुंडों ने छतों से हमारे ऊपर देशी बम फेंके। शांतिपूर्ण मार्च के ख़िलाफ़ आँसू गैस के गोले और वाटर कैनन छोड़े गए। आतताइयों का समय खत्म हो रहा है।”
This is what fascism looks like!
— Tejasvi Surya (@Tejasvi_Surya) October 8, 2020
Country bombs hurled at our rally by TMC goons from rooftops.
Tear gas and water canons launched against a peaceful march.
The tyrant’s time is coming to an end.#NabannoCholo pic.twitter.com/HngQL7q4K8
उल्लेखनीय है कि बंगाल में भाजपा नेता मनीष शुक्ला की हत्या के बाद से पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं में गुस्सा भरा हुआ है। ऐसे में आज भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद तेजस्वी सूर्या ने वहाँ पहुँचकर कार्यकर्ताओं के साथ ‘नवन्ना चलो’ रैली निकाली।
पार्टी समर्थकों के साथ तेजस्वी राज्य सचिवालय नवन्ना की ओर आगे बढ़ ही रहे थे कि ‘टीएमसी के गुंडों’ ने रैली पर हमला बोल दिया। सोशल मीडिया पर सामने आई वीडियोज व तस्वीरों से पता चलता है कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर ममता सरकार की पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया और उन पर आँसू गैस के गोले छोड़े गए। इतना ही नहीं देशी बम भी रैली पर बरसाए गए।
West Bengal: Police use water cannon & lathi-charge to disperse BJP workers during a protest at Hastings in Kolkata.
— ANI (@ANI) October 8, 2020
BJP has launched a state-wide ‘Nabanna Chalo’ agitation march today to protest against the alleged killing of its party workers. pic.twitter.com/T2om4xUxlq
इस घटना के बाद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव वाई सत्या ने ट्वीट कर कहा कि प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए टीएमसी के गुंडों और बंगाल पुलिस ने बेहद घटिया तरीके अपनाए। उन पर रसायनिक तरल से हमला किया गया। तोड़फोड़ के लिए पुलिस की ताकत का गलत इस्तेमाल हुआ। आँसू गैस के गोले छोड़े गए। देशी बम फेंके गए।
‘Democracy’ is fighting for its life in Bengal.
— Y. Satya Kumar (@satyakumar_y) October 8, 2020
TMC goons & Bengal police are resorting to all dirty methods to stop BJYM karyakartas
– Chemical liquid attacks
– Misuse of police to sabotage
– Police fires tear gas shells
– Country made bombs are thrown #NabannoCholo pic.twitter.com/swBmWrEzrP
पार्टी से जुड़े कई अन्य नेताओं का भी दावा है कि कार्यकर्ताओं पर जहरीले रसायन फेंके गए जिसके कारण कई लोगों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
This is what West Bengal looks like under @MamataOfficial . Toxic chemical sprayed on @BJP4Bengal karyakartas to stop their peaceful protest. Several karyakartas hospitalised due to severe reaction to the chemical. #NobannaCholo pic.twitter.com/lZbk9Ky6KA
— Neha Joshi (@The_NehaJoshi) October 8, 2020
बता दें कि रैली में शामिल कार्यकर्ताओं की परेशान कर देने वाली तस्वीरें इस समय सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। हालाँकि, कुछ लोगों ने इस बीच सवाल खड़ा किया है कि कोरोना महामारी में ऐसे रैली क्यों निकाली जा रही थी।
इस पर बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “हर कार्यकर्ता ने मास्क पहना हुआ था। क्या नियम सिर्फं हमारे लिए ही हैं? ममत बनर्जी हजारों लोगों के साथ प्रदर्शन करती हैं और हमें सामाजिक दूरी के पाठ पढ़ाती है। क्या यही नियम उन पर लागू नहीं होते।”
नवन्ना चलो प्रदर्शन
गौरतलब है कि भाजपा नेता मनीष शुक्ला की हत्या के विरोध में भाजपा द्वारा ‘नवन्ना चलो’ प्रदर्शन का ऐलान किया गया था। इस आह्वान के बाद ही राज्य सरकार ने प्रदेश सचिवालय का दरवाजा दो दिन के लिए बंद कर दिया। राज्य सरकार ने इसकी सफाई में कहा कि बिल्डिंग को सैनिटाइज करने के लिए सचिवालय को बंद रखा गया है, जबकि भाजपा का मानना है कि ममता सरकार ने मार्च रोकने के लिए सचिवालय को बंद करने का फैसला किया। इसके अलावा प्रदर्शन को रोकने के लिए ममता सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट के बयान का भी हवाला दिया गया जिसमें अदालत ने कहा था, “शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन ही उचित है, जगह घेर कर बैठ जाना गलत है, क्योंकि लोगों को इससे परेशानी होती है।”
Watch reactions from West Bengal BJP chief @KailashOnline & Governor @jdhankhar1 over ‘#BengalPoliticalMurders‘
— TIMES NOW (@TimesNow) October 8, 2020
Tamal Saha with the latest updates. pic.twitter.com/KhkbWSsLP6