राजस्थान विधानसभा में मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने अपनी ही सरकार को आईना दिखाते हुए कहा कि राजस्थान महिलाओं के खिलाफ अपराध में नंबर वन है, ऐसे में मणिपुर पर बहस करने से पहले हमें खुद की गिरेबान में झाँकना चाहिए। इसके कुछ ही घटों बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया। अब उन्होंने विधानसभा में कॉन्ग्रेस के मंत्रियों द्वारा पटक कर पीटे जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वो ‘लाल डायरी’ स्पीकर की टेबल पर रखना चाहते थे, लेकिन उनसे वो छीन ली गई।
वहीं अब भाजपा ने बड़ा दावा किया है कि राजेंद्र गुढ़ा के हिसाब से इस डायरी में सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव का भी नाम है। बता दें कि वैभव गहलोत ‘राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन’ के अध्यक्ष हैं। राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि इस डायरी का आधा हिस्सा उनसे छीन लिया गया और उसका आधा हिस्सा अब भी उनके पास है। उन्होंने कहा कि इस डायरी में विधायकों की खरीद-फरोख्त के साथ-साथ क्रिकेट के चुनाव में किसे कितने रुपए दिए और क्या काले कारनामे हुए गए इन सबका हिसाब है।
राजेंद्र गुढ़ा जी का कहना है कि लाल डायरी में बहुत राज हैं, उसमें 500 करोड़ का हिसाब है और मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत का भी नाम है।
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) July 24, 2023
आज विधानसभा में लाल डायरी लेकर गए गुढ़ा जी के साथ मारपीट कर उन्हें बलात बाहर कर दिया गया। साफ है कि डायरी में लिखे काले धन के राज और नाम सामने… pic.twitter.com/5tU2lXIMz7
उन्होंने चेताया कि इस संबंध में और खुलासे आगे भी करने वाले हैं। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी इस पर हमला बोलते हुए कहा है कि आज राजेंद्र सिंह गुढ़ा विधानसभा में एक लाल डायरी लेकर पहुँचे थे, उन्होंने मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि था कि कल वह एक लाल डायरी लेकर आएँगे। शेखावत ने कहा कि इस लाल डायरी से सरकार की चूलें हिल जाएँगी, सरकार गिर जाएगी।
राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने तो यहाँ तक कहा कि कॉन्ग्रेस के सारे के सारे नेता बलात्कारी हैं और अगर महिलाओं के साथ दुष्कर्म की कोई डिग्री होती तो इन्हें अब तक Ph.D मिल गई होती। उन्होंने शांति धारीवाल और महेश जोशी जैसे कॉन्ग्रेसी मंत्रियों का नार्को टेस्ट कराने की भी माँग की, ताकि पता चले कि कितनी महिलाओं के साथ इनके संबंध हैं। वहीं गजेंद्र शेखावत ने कहा कि इस लाल डायरी का रहस्य क्या है, ये आज राजस्थान का हर व्यक्ति जानना चाहता है।
मैं अशोक गहलोत से पूछना चाहता हूं कि वह लाल डायरी क्या है
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) July 24, 2023
और उस लाल डायरी को लेकर सरकार में और मुखिया जी में इतनी घबराहट क्यों है? pic.twitter.com/cAOK5TPMWp
उन्होंने कहा कि जिस तरह विधानसभा में राजेन्द्र गुढ़ा से लाल डायरी छीनने की कोशिश की गई, उससे साफ है कि दाल में कुछ ना कुछ काला ज़रूर है। उन्होंने गहलोत सरकार से पूछा कि उस लाल डायरी में क्या है, इसका खुलासा करें। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत के एक विश्वासपात्र के घर छापेमारी में लाल डायरी मिली थी, जिसे IT अधिकारियों से छीन लिया गया था और पुलिस की इसमें मिलीभगत थी। राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने उस लाल डायरी में 500 करोड़ रुपए का हिसाब-किताब होने का दावा किया है।
सुनिए कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा के बड़े खुलासे।#लाल_डायरी pic.twitter.com/gt208wnOCW
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) July 24, 2023
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि जिस तरह से लाल डायरी को राजेंद्र सिंह गुढ़ा से छीनने के लिए कॉन्ग्रेस नेताओं में होड़ लगी थी, इससे लगता है कि दाल में कुछ लाल नहीं तो काला तो ज़रूर है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता के पैसों को लूट कर कौन-कौन गुलछर्रे उड़ा रहे थे, इसका खुलासा होना चाहिए। BJYM के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा ने भी कहा कि मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत को राजस्थान क्रिकेट अकादमी के अध्यक्ष बनाने में हुए भ्रष्टाचार की कहानी भी लाल किताब में छुपी हुई है।