महाराष्ट्र के AIMIM सांसद इम्तियाज जलील ने खुलेआम कहा है कि नूपुर शर्मा को फाँसी के फंदे से लटका दिया जाना चाहिए। भाजपा पहले ही नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी के आरोप लगने के बाद निलंबित कर चुकी है। इम्तियाज जलील ने साथ-साथ इस्लाम को एक शांतिपूर्ण मजहब भी करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर नूपुर शर्मा को आसानी से जाने दिया गया तो ऐसी चीजें कभी नहीं रुकेंगी।
इम्तियाज जलील ने ये भी कहा कि लोग आक्रोशित हैं और कानून को उन सबके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जो किसी बी धर्म/मजहब के विरुद्ध ऐसी टिप्पणी करते हैं। हालाँकि, इस दौरान उन्होंने कई हफ़्तों तक सोशल मीडिया में शिवलिंग का लगातार मजाक बनाने वालों के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा। उन्होंने कहा, “इस्लाम अमन और शांति का मजहब है, यकीनन लोगों के बीच गुस्सा है। किसी भी जाति-धर्म, गुरु या नबी के खिलाफ कोई कुछ बोलता है तो कार्रवाई होनी चाहिए।”
उन्होंने दावा किया कि तजा मामले में कार्रवाई नहीं हो रही है और सिर्फ पार्टी से निकाल दिया जाना कार्रवाई नहीं है। इम्तियाज जलील महाराष्ट्र के औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। उससे पहले वो औरंगाबाद सेन्ट्रल विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रहे हैं। AIMIM ने उन्हें महाराष्ट्र में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष भी बना रखा है। कभी ‘लोकमत’ और ‘NDTV’ के पत्रकार रहे सैयद इम्तियाज जलील के नेतृत्व में AIMIM को 2015 औरंगाबाद स्थानीय निकाय के चुनावों में 25 सीटें मिली थीं।
#WATCH Islam is a religion of peace, people are angry…Nupur Sharma should be hanged. If she’s allowed to let-go easily, then such things won’t stop. Law should be brought to take action against those who make such remarks against any religion, sect…: AIMIM MP Imtiaz Jaleel pic.twitter.com/jUKkmvDb4V
— ANI (@ANI) June 10, 2022
नूपुर शर्मा के विरोध में जुमे के दिन भारी हिंसा हुई और खासकर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और पश्चिम बंगाल के हावड़ा के अलावा राँची में मुस्लिम भीड़ ने जम कर तांडव मचाया। झारखंड हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी के सिर को फोड़ दिया तो बिहार के मंत्री नितिन नवीन की गाड़ी पर भी हमले किए गए। राँची सदर के एसडीओ के आदेश के बाद कुछ इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है। कई जगह राँची में हर तरह की इंटरनेट सेवा को बंद करने की तैयारी है।