Thursday, November 7, 2024
Homeराजनीति'मुस्लिम कुर्सी पर बैठेगा, इंशाअल्लाह राज भी करेगा': ओवैसी ने कहा - 11% यादव...

‘मुस्लिम कुर्सी पर बैठेगा, इंशाअल्लाह राज भी करेगा’: ओवैसी ने कहा – 11% यादव वाले CM बन सकते हैं तो 19% मुस्लिम वाला क्यों नहीं?

उत्तर प्रदेश में चुनाव की सरगरमी शुरू होते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर जमकर निशाना साधा। ओवैसी ने कहा कि यूपी में 11 प्रतिशत यादव हैं और 19 प्रतिशत मुस्लिम। मुस्लिमों के चैरिटी पर वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

ओवैसी ने कहा, सुन लो अखिलेश यादव! मुझे तुमसे कोई सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। मैं जनता के बीच जाकर अपने दिल की बात करूँगा। तुम क्या दोगे? तुम 11 फीसद यादव हो, हम 19 फीसद मुसलमान हैं। अगर तुम मुख्यमंत्री बने और जनाब मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री बने तो मुसलमानों के वोट के खैरात से मुख्यमंत्री बने।”

ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम अब दूसरे को राज करने के लिए नहीं चुनेंगे, बल्कि खुद राज करेंगे। उन्होंने कहा, “वे चाहते हैं कि एक मुसलमान दरी बिछाता रहे… दरी बिछाता रहे… उसे बेशरम किया जाए, लेकिन उसके मुकद्दर में दरी बिछाना नहीं है। मैं तुमसे कहता हूँ… अब तुम दर्री नहीं बिछाओगे, अब तुम कुर्सी पर बैठोगे और राज भी करोगे… इंशाल्लाह।”

ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जेल में या सबसे अधिक अंडर ट्रायल कोई है तो वो मुसलमान हैं 28 फीसद। इनके लिए कोई पार्टी बात नहीं करती है। कॉन्ग्रेस, सपा, बसपा चुनावों में मुस्लिमों को बीजेपी का डर दिखाकर वोट हासिल लेती हैं, उनके हित के लिए आवाज नहीं उठाती। यूपी में मुस्लिमों को सेक्युलरिज्म और समाजवाद के नाम पर यादववाद मिला।

भाजपा शासन को ‘अँधेरी रात’ बताते हुए ओवैसी ने माना कि देश में भाजपा की सत्ता जल्द खत्म होने वाली नहीं है। उन्होंने कहा, “ये रात अँधेरी है। मैं पिछले पाँच सालों से कह रहा हँ कि ये अँधेरी रात लंबी रहने वाली है। लेकिन इसके लिए तैयार रहना होगा।” उन्होंने कहा कि मुस्लिमों ने 60 सालों तक दूसरों को वोट दिया। अब उन्हें अपनी पार्टी (AIMIM) और अपने लोगों को वोट देना चाहिए।

सहारनपुर के बेहटा में शनिवार (1 जनवरी 2022) की रैली में ओवैसी ने कई आपत्तिजनक बातें भी कहीं। उन्होंने कहा कि गाँधी देश के मुस्लिमों से बड़े नहीं हैं। उन्होंने कहा, गाँधी भारत के मुसलमानों से बड़ा है क्या? अगर गाँधी को गाली दी गई और मुसलमान को गाली दी गई तो दोनों पर केस होना चाहिए।” हालाँकि अपनी गलती का अहसास होने के बाद ओवैसी ने कहा कि इस देश में गाँधी भी बराबर हैं और भारत का हर नागरिक भी बराबर है।

छत्तीसगढ़ में हुए धर्म संसद को लेकर ओवैसी ने कहा, “एक मैडम ने कहा कि धर्म संसद इसीलिए हम कर रहे हैं कि बच्चियाँ 18 साल की उम्र में दूसरी जाति के लोगों के साथ भाग जाती हैं। मैडम आपको कैसे पता कि भाग जाती हैं?” उन्होंने कहा कि धर्म संसद में मुस्लिमों के नरसंहार की बात कही जाती है, लेकिन लोग चुप रहते हैं।

ओवैसी ने आगे कहा, “रामदास ने कहा कि अगर इंसानियत को बचाना है तो मुसलमानों को खत्म कर दो। और एक मोहतरम कह रहे हैं कि हमको हिंदू राष्ट्र बनाना है। यह कॉन्ग्रेस की सरकार है। कॉन्ग्रेस बीजेपी दोनों बैठे हुए हैं लेकिन केस किस पर दर्ज हुआ, जितने गाँधी को गाली दी थी।”

पुलिस पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, “अगर उस बात का 5 फीसद बात भी असदुद्दीन ओवैसी कहता तो जितने मंच पर हम लोग बैठे हैं, पूरे लोगों को थानेदार लेकर चला जाता और हमें अपना दामाद बना लेते जेल में।”

पत्रकारों को गाली देते हुए ओवैसी ने कहा, “मीडिया के दोस्त, जिनके हम चहेते सुसुरे हैं, इनके पप्पा मोदी हैं, वो बोलेंगे ओवैसी ने गाली बोल दिया।” हालाँकि, ओवैसी भूल गए कि उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने कई मौके पर हिंदुओं धमकी दी है। अकबरुद्दीन ने कहा था कि 15 मिनट के लिए पुलिस हटा ली जाए, फिर मुस्लिम अपनी ताकत दिखा देंगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

रवीश जी मुरझा नहीं गया है मिडिल क्लास, पर आपका जो सूजा है उसका दर्द खूब पहचानता है मिडिल क्लास: अब आपके कुथने से...

रवीश कुमार के हिसाब से देश में हो रही हर समस्या के लिए हिंदू इसलिए जिम्मेदार है क्योंकि वो खुद को हिंदू मानता है।

अब ‘डिग्री’ वाले मौलवी नहीं होंगे पैदा, पर बच्चों को आधुनिक शिक्षा से दूर रखना कितना जायज: क्या मदरसा एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के...

अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उच्च शिक्षा से संबंधित फाजिल और कामिल पर मदरसा अधिनियम के प्रावधान असंवैधानिक हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -