संसद का मॉनसून सत्र गुरुवार (23 जून, 2023) से शुरू हो गया। इससे एक दिन पहले ही मणिपुर से एक वीडियो सामने आया था, जिसमें 2 महिलाओं को नग्न कर उनका परेड कराते हुए देखा गया था। इन महिलाओं के साथ गैंगरेप की वारदात भी हुई है। संसद में विपक्ष ने इस मुद्दे पर राजनीति करते हुए हंगामा किया। केंद्र सरकार ने साफ़ कर दिया है कि वो मणिपुर पर दोनों सदनों में चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्षी दल हंगामे से बाज नहीं आए।
संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने जानकारी दी कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस चर्चा पर संसद में उत्तर देंगे। चर्चा के लिए तारीख़ का निर्णय अब स्पीकर लेंगे। हंगामे के कारन संसद का सत्र आज दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है। प्रह्लाद जोशी ने इसे मानवीय संवेदनाओं का मामला बताते हुए कहा कि इस बाबत स्पीकर तिथि का निर्णय लें।
#WATCH | We have made it clear that we are ready for discussion on Manipur in both Houses. Manipur is a sensitive issue. Home Minister will reply to the discussion in detail. Let the Speaker decide the date of discussion: Parliamentary Affairs Minister Pralhad Joshi pic.twitter.com/vvkn73Xsn2
— ANI (@ANI) July 20, 2023
उधर कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मणिपुर जल रहा है, महिलाओं को नंगा कर के उनका परेड कराया जा रहा है, गैंगरेप हो रहा है और प्रधानमंत्री चुप हैं। राज्यसभा में खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री सदन के बाहर बयान दे रहे हैं। विपक्षी दल इस मामले पर प्रधानमंत्री द्वारा जवाब की माँग कर रहे हैं। कॉन्ग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि ‘INDIA’ के 26 दल चाहते हैं कि संसद के सारे काम छोड़ कर सबसे पहले मणिपुर पर चर्चा हो।
#WATCH | Manipur is burning. Women are raped, naked, paraded and the PM is keeping quiet and is giving statements outside, says Rajya Sabha LoP Mallikarjun Kharge pic.twitter.com/d2g7skXFMR
— ANI (@ANI) July 20, 2023
लोकसभा में कॉन्ग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सत्र शुरू होने से पहले एक औपचारिक मुलाकात में सोनिया गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर पर चर्चा की माँग की। संसद सत्र शुरू होने से पहले पीएम नेताओं से मिलते हैं। अधीर रंजन ने दावा किया कि पीएम मोदी इस सवाल से हक्के-बक्के रह गए और कहा कि वो इस पर विचार करेंगे। राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि विपक्ष चाहता ही नहीं है कि संसद में कोई कामकाज हो, इसीलिए सरकार के चर्चा के लिए तैयार होने के बावजूद हंगामा किया गया।