देश में कोरोना के हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (15 मई 2021) को हाई लेवल बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने इस दौरान वेंटिलटरों का इस्तेमाल नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की और ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य ढाँचे को मजबूत करने को कहा। मोदी ने बैठक में कहा कि गाँवों में स्वास्थ्य सुविधाएँ बढ़ाई जाएँ और आशा कार्यकर्ताओं से मिलकर कोरोना की लड़ाई में तेजी लाई जाए।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण और टीकाकरण की स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में पीएम मोदी ने विभिन्न राज्यों को पीएम केयर्स फंड से दिए गए वेंटिलेटर्स के खराब हालत में पड़े रहने की खबरों पर संज्ञान लेते हुए इन वेंटिलेटर्स के ऑडिट का आदेश दिया है।
पीएम मोदी ने वेंटिलेटर्स की कार्यप्रणाली और इंस्टालेशन के ऑडिट के अलावा यह भी कहा है कि आवश्यकता होने पर स्वास्थ्यकर्मियों को इन वेंटिलेटर्स के संचालन की ट्रेनिंग भी दिए जाने का प्रबंध किया जाना चाहिए।
उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय के अलावा विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारी शामिल हुए। उन्होंने पीएम मोदी को देश में कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया। अधिकारियों ने पीएम को बताया कि देश में कोविड-19 की जाँच तेजी से बढ़ी है। मार्च की शुरुआत में प्रति सप्ताह लगभग 50 लाख परीक्षण से अब प्रति सप्ताह लगभग 1.3 करोड़ परीक्षण हो गए हैं।
इसके अलावा उन्होंने पीएम को घटती टेस्ट पॉजिटिविटी रेट और बढ़ती रिकवरी रेट की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों, राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के प्रयासों के चलते कोरोना के मामलों में कमी आ रही है।
पीएम ने आज बैठक में कहा कि विशेष रूप से उन राज्यों के लिए स्थानीय नियंत्रण रणनीति समय की जरूरत है, जहाँ जिलों में टीपीआर अधिक है। प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि आरटी पीसीआर और रैपिड टेस्ट दोनों के उपयोग के साथ, विशेष रूप से उच्च परीक्षण सकारात्मकता दर वाले क्षेत्रों में परीक्षण को और बढ़ाया जाना चाहिए।
पीएम ने निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक वितरण योजना तैयार की जाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे उपकरणों के संचालन में स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जाना चाहिए और ऐसे चिकित्सा उपकरणों के सुचारू संचालन के लिए बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए।
बता दें कि अधिकारियों ने पीएम को कोविड-19 की राज्य और जिला स्तर की स्थिति, परीक्षण, ऑक्सीजन की उपलब्धता, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढाँचे, टीकाकरण प्रक्रिया और 45+ आबादी के राज्यवार कवरेज के बारे में भी जानकारी दी। भविष्य में वैक्सीन की उपलब्धता के रोडमैप पर भी चर्चा की गई। उन्होंने अधिकारियों को टीकाकरण की गति तेज करने के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया।