प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (जुलाई 5, 2021) को ‘कोविन ग्लोबल कॉन्क्लेव’ को संबोधित करते हुए महामारी में ‘प्रौद्योगिकी’ (Technology) के महत्व को बताया। संबोधन के दौरान सबसे पहले उन्होंने विश्व के सभी देशों में महामारी में जान गँवाने वाले लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की।
I convey my sincere condolences for all the lives lost to the pandemic, in all the countries.
— BJP (@BJP4India) July 5, 2021
There is no parallel to such a pandemic in a hundred years.
Experience shows that no nation, however powerful that nation is, can solve a challenge like this in isolation: PM pic.twitter.com/Ieu964DXrL
उन्होंने कहा कि सौ वर्षों में ऐसी महामारी पहले कभी नहीं देखी गई। पीएम मोदी ने कहा कि अनुभव से पता चलता है कि कोई भी राष्ट्र, चाहे वह राष्ट्र कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, अलगाव में इस तरह की चुनौती का समाधान नहीं कर सकता।
Right from the beginning of the pandemic, India has been committed to sharing all our experiences, expertise and resources with the global community in this battle.
— BJP (@BJP4India) July 5, 2021
Despite all our constraints, we have tried to share as much as possible with the world: PM @narendramodi pic.twitter.com/pVWHENQQ7G
न्होंने कहा कि महामारी की शुरुआत से ही भारत इस लड़ाई में अपने सभी अनुभवों, विशेषज्ञता और संसाधनों को वैश्विक समुदाय के साथ साझा करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। अपनी तमाम मजबूरियों के बावजूद हमने दुनिया के साथ ज्यादा से ज्यादा साझा करने की कोशिश की है।
‘प्रौद्योगिकी’ कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई का अभिन्न अंग
Technology is integral to our fight against COVID-19.
— BJP (@BJP4India) July 5, 2021
Luckily, software is one area in which there are no resource constraints.
That’s why we made our Covid tracing and tracking App open source as soon as it was technically feasible: PM @narendramodi #CoWINGlobalConclave pic.twitter.com/Zdu8uPkcXK
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि प्रौद्योगिकी कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई का अभिन्न अंग है। सौभाग्य से, सॉफ्टवेयर एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें संसाधनों की कोई कमी नहीं है। इसलिए हमने तकनीकी रूप से संभव होते ही अपने कोविड ट्रेसिंग और ट्रैकिंग ऐप को ओपन सोर्स बना दिया।
Indian civilization considers the whole world as one family.
— BJP (@BJP4India) July 5, 2021
This pandemic has made many people realize the fundamental truth of this philosophy.
That’s why, our technology platform for Covid vaccination – the platform we call CoWin- is being prepared to be made open source: PM
PM ने आगे कहा कि कोई भी राष्ट्र कितना भी मजबूत क्यों ना हो लेकिन वह इस तरह की महामारी का सामना अकेले नहीं कर सकता है। भारतीय सभ्यता पूरे विश्व को एक परिवार मानती है। इस महामारी ने कई लोगों को इस दर्शन के मौलिक सत्य का एहसास कराया है। इसलिए COVID टीकाकरण के लिए हमारे प्रौद्योगिकी मंच, जिसे हम CoWIN कहते हैं- को ओपन सोर्स बनाने के लिए तैयार किया जा रहा है।
‘हमने शुरू से ही वैक्सीनेशन अभियान को डिजिटल माध्यम से जोड़ा’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से उभरने के लिए वैक्सीनेशन एक उम्मीद है। हमने शुरू से ही वैक्सीनेशन अभियान को डिजिटल माध्यम से जोड़ा है। हम सभी को एकसाथ मिलकर आगे बढ़ना होगा। COVID19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में टेक्नोलॉजी अहम है।
Vaccination is the best hope for humanity to emerge successfully from the pandemic.
— BJP (@BJP4India) July 5, 2021
And right from the beginning, we in India decided to adopt a completely digital approach while planning our vaccination strategy: PM @narendramodi pic.twitter.com/b2EACeYXM6
सौभाग्य से सॉफ्टवेयर एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें संसाधनों की कोई कमी नहीं है। इसलिए हमने तकनीकी रूप से संभव होते ही अपने कोविड ट्रेसिंग और ट्रैकिंग ऐप को ओपन सोर्स बना दिया है। महामारी से सफलतापूर्वक उभरने के लिए टीकाकरण मानवता के लिए सबसे अच्छी उम्मीद है। शुरुआत से ही हमने भारत में अपनी टीकाकरण रणनीति की योजना बनाते समय पूरी तरह से डिजिटल दृष्टिकोण अपनाने का फैसला किया।