Friday, October 4, 2024
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‘ये बनेगा कॉन्फ्रेंस टूरिज्म का माध्यम, कारीगरों-बुनकरों-कलाकारों को मिलेगा मंच’: PM मोदी ने ‘भारत मंडपम’ का किया उद्घाटन, आमिर खान भी रहे मौजूद

साथ ही उन्होंने ये भी जानकारी दी कि 'भारत मंडपम' हमारे सिनेमा जगत और कलाकारों के परफॉर्मेंस का साक्षी भी बनेगा। ये हस्तशिल्पियों, कारीगरों-बुनकरों और परिश्रम को प्लेटफॉर्म भी देगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में भव्य और विशाल ‘भारत मंडपम’ के उद्घाटन के दौरान कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की शीर्ष 3 अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा। समारोह में बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि ‘भारत मंडपम’ देखकर हर भारतीय आनंदित है, गौरव से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि ये भारत के सामर्थ्य और नई ऊर्जा का आह्वान है। उन्होंने इसे भारत की भव्यता और इच्छाशक्ति का दर्शन करार दिया।

देश के कॉन्फ्रेंस टूरिज्म का हब बनेगा ‘भारत मंडपम’

पीएम मोदी इस दौरान मजदूरों को सम्मान देना भी नहीं भूले। उन्होंने कहा कि ‘भारत मंडपम’ के निर्माण से जुड़े हर श्रमिक भाई-बहन की मेहनत देख, पूरा भारत विस्मित है, चकित है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे जब कोरोना महामारी के दौर में सारे काम रुके हुए थे, तब हमारे श्रमजीवियों ने दिन-रात मेहनत कर के इसका निर्माण पूरा किया है। उन्होंने इसके लिए हर श्रमिक का अभिनंदन किया। वहीं कारगिल युद्ध में अपना बलिदान देने वाले प्रत्येक वीर को भी उन्होंने कृतज्ञ राष्ट्र की तरफ से ‘विजय दिवस’ पर श्रद्धांजलि दी।

उन्होंने याद किया कि कैसे माँ भारती के बेटे-बेटियों ने अपने पराक्रम से देश के दुश्मनों द्वारा दिखाए गए दुस्साहस को परास्त कर दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब हम आज़ादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो ये ‘भारत मंडपम’ हम भारतीयों द्वारा अपने लोकतंत्र को दिया एक खूबसूरत उपहार है। उन्होंने कहा कि इस नाम के पीछे भगवान बशवेश्वर के ‘अनुभव मंडपम’ की प्रेरणा है। उन्होंने समझाया कि ये वाद-विवाद की एक लोकतांत्रिक पद्धति है, जिसका अर्थ है – अभिव्यक्ति या अभिमत।

पीएम मोदी ने कहा, “आज दुनिया ये स्वीकार कर रही है कि भारत लोकतंत्र की जननी है। तमिलनाडु के उत्तरामेरूर में मिले शिलालेखों से लेकर वैशाली तक, भारत का जीवंत लोकतंत्र सदियों से हमारा गौरव रहा है। 21वीं सदी के भारत में हमें 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने वाला निर्माण करना ही होगा। ‘भारत मंडपम’ देश-विदेश के बड़े एक्सहिबिटर्स की मदद करेगा। ये देश में कॉन्फ्रेंस टूरिज्म का एक बड़ा जरिया बनेगा। ये हमारे स्टार्टअप्स की शक्ति के शो-केस का माध्यम बनेगा।”

साथ ही उन्होंने ये भी जानकारी दी कि ‘भारत मंडपम’ हमारे सिनेमा जगत और कलाकारों के परफॉर्मेंस का साक्षी भी बनेगा। ये हस्तशिल्पियों, कारीगरों-बुनकरों और परिश्रम को प्लेटफॉर्म भी देगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि ये आत्मनिर्भर भारत और ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान का भी प्रतिबिंब बनेगा। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि कोई भी देश हो, कोई भी समाज हो, वो टुकड़ों में सोचकर, टुकड़ों में काम करके आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा कि विकसित होने के लिए बड़ा सोचना होगा, बड़े सपने सोचने होंगे।

प्रगति मैदान की बदल गई तस्वीर, IECC सेंटर का उद्घाटन

बता दें कि इससे पहले हवन और पूजा-पाठ के साथ विधिवत हिन्दू परंपराओं के तहत प्रक्रियाएँ पूरी की गईं। साथ ही प्रधानमंत्री ने श्रमजीवियों को भी सम्मानित किया। बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में नए ‘इंटरनेशनल एक्सहिबिशन कम कन्वेंशन सेंटर (IECC)’ का निर्माण हुआ है। G20 समिट का भी उद्घाटन किया गया है। बुधवार (26 जुलाई, 2023) की सुबह पीएम मोदी यहाँ पहुँचे।

हवन पूजा में हिस्सा लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीडियो भी सामने आया है। ‘इंडियन ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन (ITPO)’ के अंतर्गत ही IECC कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया गया है। इस कॉम्प्लेक्स को 2700 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया गया है। पीएम मोदी का लक्ष्य था कि बड़ी बैठकों, कॉन्फ्रेंस और एक्सहिबिशन जैसे कार्यक्रमों के लिए विश्व स्तर का एक इंफ्रास्ट्रक्चर हो, उसी आधार पर इस नए IECC कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया गया है।

प्रगति मैदान में सुविधाएँ अब बीते जमाने की हो गई थीं और नए जमाने की तकनीकों का वहाँ अभाव था। इसीलिए, इसे एक राष्ट्रीय परियोजना के रूप में विकसित किया गया है। इसका कैम्पस 123 एकड़ का होगा। ये भारत का सबसे बड़ा ‘MICE (मीटिंग्स, इन्सेन्टिव्स, कॉन्फरेंसेज एवं एक्सहिबिशंस)’ डेस्टिनेशन होगा। विश्व के सबसे उत्कृष्ट प्लेटफॉर्म्स में इसका स्थान आएगा। ये प्रगति मैदान में मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा। इसके आर्किटेक्चर की भव्यता पर विशेष ध्यान दिया गया है।

यहाँ एक बड़ा लाउंज भी है। व्यापारिक बैठकों के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। जहाँ सुविधाएँ आधुनिक हैं, वहीं आर्किटेक्चर के मामले में भारत कके इतिहास और संस्कृति का ध्यान रखा गया है। इसकी इमारत को शंख का आकार दिया गया है, वहीं इसकी दीवारें ‘सूर्य शक्ति’ (सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भारत का उत्तम प्रदर्शन) का प्रदर्शन करती हैं। भारतीय कलाकृतियों को उकेरा गया है। अंतरिक्ष में भारत की सफलता दिखाने के लिए ‘जीरो टू इसरो’ थीम भी है।

विश्व के निर्माण की सनातन थ्योरी को दिखाने के लिए ‘पंच महाभूत’ को भी दर्शाया गया है। विभिन्न जनजातीय समाज की कलाकृतियों को भी दिखाया गया है। 5G इंटरनेट, 10G इंट्रानेट, 16 कम्प्यूटर भाषाओं में तकनीक, बड़े-बड़े वीडियो वॉल्स के साथ एडवांस AV सिस्टम, एनर्जी-लाइट के लिए अत्याधुनिक सिस्टम और तगड़ा सर्विलांस सिस्टम इसकी पहचान है। इसमें 7 एक्सहिबिशन हॉल्स हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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