मध्यप्रदेश के भोपाल में उर्दू अकादमी का अध्यक्ष बदलते ही कार्यालय की दीवार से प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की तस्वीरें हटा दी गई है। हाल ही में पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी अकादमी के अध्यक्ष बनाए गए हैं। मामला प्रकाश में आने के बाद भाजपा नेताओं ने इसका विरोध किया। उनका कहना है मुस्लिम अध्यक्ष होने के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति कोविंद की तस्वीर हटाई गई है।
इसके विरोध में शुक्रवार को भाजपा नेताओं ने अकादमी का घेराव भी किया। भाजपा नेता राजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि धार्मिक आधार पर संस्थानों में विकृत मानसिकता का परिचय दिया जा रहा है। विवाद बढ़ने के बाद प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तस्वीरें दोबारा से लगा दी गई है।
ताजा जानकारी के अनुसार तस्वीर हटाने के आरोप में पुलिस ने मोहम्मद राहिल नामक युवक को गिरफ्तार किया है। राहिल पर भोपाल के टीटी नगर स्थित उर्दू अकेडमी के दफ्तर से बगैर किसी की अनुमति के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो हटाने का आरोप है। घटना के लिए भाजपा नेताओं द्वारा जिम्मेदार ठहराए जा रहे अकादमी अध्यक्ष अजीज कुरैशी ने खुद उसके ख़िलाफ़ शिकायत की। आरोपित युवक पर 153B (1C) के तहत मामला दर्ज हुआ है। बताया जा रहा है कि मोहम्मद राहिल सीएए से नाराज था।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के आने के बाद से कई राज्यों में मोदी सरकार को घेरा जा रहा है। लेकिन जहाँ गैर भाजपा सरकार है वहाँ इसका विरोध ज्यादा देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश की ही यदि बात करें तो वहाँ कमलनाथ सरकार ने पिछले महीने संविधान बचाओ शांति मार्च निकाला था। इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था, “आज सवाल यह नहीं है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री क्या कह रहे हैं। वे अलग-अलग बातें कह रहे हैं। सवाल यह नहीं है कि कानून में क्या शामिल है, सवाल उस पर है जो इसमें शामिल नहीं है। सवाल इसके उपयोग का नहीं बल्कि इसके दुरुपयोग के बारे में है।”
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री कमल नाथ: आज सवाल यह नहीं है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री क्या कह रहे हैं। वे अलग-अलग बातें कह रहे हैं। सवाल यह नहीं है कि कानून में क्या शामिल है, सवाल उसपर है जो इसमें शामिल नहीं है। सवाल इसके उपयोग का नहीं बल्कि इसके दुरुपयोग के बारे में है। #CAA pic.twitter.com/tAyLbzdXbm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 25, 2019