Sunday, September 1, 2024
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‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’: PM मोदी ने लाल किले से बताया – 4.5 करोड़ घरों तक पहुँचा पीने का शुद्ध पानी

"सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे फोर्टिफाई करेगी, गरीबों को पोषणयुक्त चावल देगी। राशन की दुकान पर मिलने वाला चावल हो, मिड डे मील में मिलने वाला चावल हो, वर्ष 2024 तक हर योजना के माध्यम से मिलने वाला चावल फोर्टिफाई कर दिया जाएगा।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस 2021 के मौके पर लाल किले से देश को सम्बोधित किया। इस बार देश स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है और इसके साथ ही भारत सरकार ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ भी मना रही है। बँटवारे का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह दर्द सीने को छलनी करता है। पीएम मोदी ने कहा कि हम आजादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन बँटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है।

उन्होंने कहा कि देश आज ‘हर घर जल’ मिशन की तरफ तेज़ी से काम कर रहा है और ‘जल जीवन मिशन’ के सिर्फ 2 वर्ष में 4.5 करोड़ परिवारों को पाइप से पानी मिलना शुरू हो गया है। उन्होंने करोड़ों माताओं-बहनों के आशीर्वाद को अपनी पूँजी बताते हुए कहा कि सरकारी योजना के लाभ से कोई वंचित न रहे, यही लक्ष्य है। समाज के आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक हमें पहुँचना है, जिसमें भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है।

उन्होंने गरीबों तक पोषण पहुँचाने और उनके विकास में बाधा बन रहे कुपोषण व पौष्टिक पदार्थों की कमी से लड़ने के लिए सरकारी योजनाओं की भी बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास’, इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुटे हुए हैं। उन्होंने लाल किले से आह्वान किया – ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास’ हमारे हर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि संकल्प तब तक अधूरा होता है, जब तक संकल्प के साथ परिश्रम और पराक्रम की पराकाष्ठा न हो। उन्होंने ध्यान दिलाया कि हमें हमारे सभी संकल्पों को परिश्रम और पराक्रम की पराकाष्ठा करके सिद्ध करके ही रहना है। उन्होंने कहा कि यहाँ से शुरू होकर अगले 25 वर्ष की यात्रा नए भारत के सृजन का अमृतकाल है। इस अमृतकाल में हमारे संकल्पों की सिद्धि, हमें आजादी के 100 वर्ष तक ले जाएगी।

पीएम मोदी ने कहा कि हर देश की विकासयात्रा में एक समय ऐसा आता है, जब वो देश खुद को नए सिरे से परिभाषित करता है, खुद को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ाता है। भारत की विकास यात्रा में भी आज वो समय आ गया है। उन्होंने कहा कि प्रगति पथ पर बढ़ रहे हमारे देश के सामने, पूरी मानवजाति के सामने कोरोना का यह कालखंड बड़ी चुनौती के रूप में आया है। भारतवासियों ने संयम और धैर्य के साथ इस लड़ाई को लड़ा है।

जन-कल्याणकारी योजनाओं की बात करते हुए लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने कहा कि अब हमें सैचुरेशन की तरफ जाना है। उन्होंने दोहराया कि शत-प्रतिशत गाँवों में सड़कें हों, शत-प्रतिशत परिवारों के पास बैंक अकाउंट हो, शत-प्रतिशत लाभार्थियों के पास आयुष्मान भारत का कार्ड हो, शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों के पास उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन हो – यही हमारा लक्ष्य है।

पीएम मोदी ने कहा, “सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे फोर्टिफाई करेगी, गरीबों को पोषणयुक्त चावल देगी। राशन की दुकान पर मिलने वाला चावल हो, मिड डे मील में मिलने वाला चावल हो, वर्ष 2024 तक हर योजना के माध्यम से मिलने वाला चावल फोर्टिफाई कर दिया जाएगा। 21वीं सदी में भारत को नई ऊँचाई पर पहुँचने के लिए भारत के सामर्थ्य का सही इस्तेमाल, पूरा इस्तेमाल जरूरी है। इसके लिए जो वर्ग पीछे है, जो क्षेत्र पीछे है, हमें उनकी हैंड-होल्डिंग करनी ही होगी।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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