संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने कॉन्ग्रेस पार्टी के सर्वेसर्वा गाँधी परिवार पर तीखा हमला बोला। गृहमंत्री ने सदन में कॉन्ग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा लगाए गए आक्षेप के जवाब में अपनी बात रखते हुए कहा कि गाँधी परिवार की सिक्योरिटी हटाई नहीं गई है बल्कि उसमे कुछ बदलाव किए गए हैं। एसपीजी को लेकर शाह ने राहुल और उनकी कॉन्ग्रेस पार्टी को भी आइना दिखा दिया।
शाह ने कहा कि केंद्र सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शाह बोले कि लगातार यह दिखाने की कोशिश हो रही है कि गाँधी परिवार की सिक्योरिटी वापस ले ली गई है और हमारी सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर बेपरवाह है। गृहमंत्री ने कहा कि गाँधी परिवार की सिक्योरिटी कम करने की बजाय सिक्योरिटी एजेंसी की सलाह पर सुरक्षा कारणों से हमने उनका सुरक्षा घेरा बढ़ा दिए हैं। दरअसल जब से भारत सरकार ने गाँधी परिवार के सदस्यों की सिक्योरिटी एसपीजी से हटाकर ज़ेड प्लस की है उसी के बाद से कॉन्ग्रेस पार्टी के कई नेता केंद्र सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि गाँधी परिवार के जिन सदस्यों की सिक्योरिटी घटाई गई है उनमें सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी वाड्रा के नाम शामिल हैं।
लोकसभा की कार्रवाई के दौरान कॉन्ग्रेस नेता मनीष तिवारी ने इंटेलिजेंस एजेंसियों द्वारा सतर्क किए जाने के बावजूद गाँधी परिवार और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा हटाने के केंद्र सरकार के निर्णय पर सवाल खड़े कर दिए।
वहीं बदले की राजनीति के आरोप का जवाब देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राजनीति में बदले की भावना रखना भाजपा का सिद्धांत नहीं है। बदले की राजनीति करना तो दरअसल कॉन्ग्रेस पार्टी की पुरानी आदत रही है। उन्होंने कॉन्ग्रेस पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कॉन्ग्रेस को वीआईपी की भी नहीं बल्कि एक परिवार की चिंता है। शाह ने आगे कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा घटी तो कोई नहीं बोला मगर जैसे ही गाँधी परिवार की सुरक्षा कम की गई तो सबने हल्ला मचाना शुरू कर दिया। गृहमंत्री ने सवाल किया कि पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह और गाँधी परिवार की सिक्योरिटी को लेकर कॉन्ग्रेसियों के स्वर में आखिर इतना अंतर क्यों है?
इस दौरान अमित शाह ने आरोप लगाया कि कॉन्ग्रेस ने एसपीजी बिल में कई ऐसे संशोधन किए जिनका उद्देश्य सिर्फ गाँधी परिवार का पक्ष लेना था। उन्होंने वह मौके भी गिनाए जब गाँधी परिवार के सदस्यों ने एसपीजी का अनादर भी किया। उन्होंने कहा कि 600 बार ऐसे मौके आए जब राहुल ने ऐसा किया। इस सम्बन्ध में आँकड़े पेश करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी ने भारत में यात्रा करने के दौरान 1892 बार एसपीजी के नियमों का उल्लंघन किया जबकि 2015 से अबतक अपनी विदेश यात्राओं के दौरान उन्होंने 247 बार एसपीजी के नियमों की धज्जियाँ उड़ाईं। इसपर गृहमंत्री शाह ने पूछा कि आखिर यह लोग अपनी विदेश यात्राओं की जानकारी इतना छिपाते क्यों हैं?
बता दें कि सरकार द्वारा गाँधी परिवार को एसपीजी की बजाय ज़ेड प्लस सिक्योरिटी देने के निर्णय के कई दिनों बाद आज एसपीजी से सम्बंधित यह बिल संसद में पेश किया गया था।