कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गॉंधी फिर से विदेश दौरे पर निकल गए हैं। अबकी बार इंडोनेशिया उनका ठिकाना है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। 23 दिन के भीतर यह उनका दूसरा विदेश दौरा है। इससे पहले इसी महीने की 6 तारीख को वे थाइलैंड गए थे।
राहुल ने थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक के लिए उड़ान ऐसे वक्त में भरी थी जब महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव सिर पर थे। इसके लिए उनकी खासी आलोचना भी हुई थी। हालॉंकि कुछ दिनों बाद वे देश लौट आए थे और हरियाणा में दो तथा महाराष्ट्र में 5 चुनावी रैलियॉं भी की। दोनों ही जगह कॉन्ग्रेस सत्ता में नहीं आ पाई। हरियाणा में तो फिर भी उसका प्रदर्शन ठीकठाक रहा, लेकिन महाराष्ट्र में वह 44 सीटें लाकर चौथे स्थान पर खिसक गई। 2014 के विधानसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस महाराष्ट्र में सीटों के लिहाज से तीसरे पायदान पर थी। अब वे फिर से पार्टी को मंझधार में छोड़ विदेश निकल गए हैं।
कुछ दिन पहले जब राहुल बैंकॉक गए थे तो लोगों के मन में उनके नेतृत्व को लेकर संदेह उत्पन्न हो गया था। चुनावों के समय पार्टी को मंझधार में छोड़कर जाने पर लोगों का पूछना था कि आखिर राहुल गाँधी पार्टी को लेकर फिक्रमंद हैं भी या नहीं! हालॉंकि उस वक्त भी ऐसे कॉन्ग्रेसियों की कमी नहीं थी जो चुनावी मौसम में अपने पूर्व अध्यक्ष की विदेश यात्रा का बचाव कर रहे थे।
कॉन्ग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल की बैंकॉक यात्रा का बचाव करते हुए कहा था कि क व्यक्ति के निजी जीवन और सार्वजनिक जीवन को अलग-अलग रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा था, “एक व्यक्ति के निजी जीवन को उसके सार्वजनिक जीवन से नहीं मिलाया जाना चाहिए। हमें हर किसी की स्वतंत्रता और गोपनीयता की शाश्वत भावना से जोड़ने की आवश्यकता है।आखिरकार, यह प्रगतिशील और उदार लोकतंत्र का मूल और स्पष्ट सिद्धांत है।” पार्टी के दिग्गज नेता एके एंटनी ने भी इस यात्रा को सही ठहराते हुए कहा था कि राहुल गाँधी इस बार नई ऊर्जा के साथ लौटेंगे। वैसे, चुनाव प्रचार में ऐसा दिखा नहीं।
बता दें विपक्षी नेता राहुल गाँधी की इन विदेश यात्राओं पर जमकर निशाना साध रहे हैं। भाजपा से जुड़े नेताओं का कहना है कि कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी अपनी वायनाड की जिम्मेदारियों से भागने का प्रयास कर रहे हैं । अमित शाह ने अभी हाल ही में पूछा था कि राहुल गाँधी अपनी विदेश यात्राओं के दौरान एसपीजी को साथ क्यों नहीं रखते, ऐसा क्या है जो वो छिपा रहे हैं।