Friday, November 15, 2024
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ट्विटर ने राहुल गाँधी को समझाया ‘हेरफेर’ और ‘स्पैम’, कहा था- मोदी सरकार का दबाव, सीमित किए जा रहे मेरे फॉलोअर्स

प्रवक्ता ने कहा कि फॉलोअर्स की संख्या सार्वजनिक होती है और ट्विटर इससे कोई छेड़छाड़ नहीं करता है।

कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गॉंधी ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर मोदी सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया था। कहा था कि उनके फॉलोअर्स सीमित किए जा रहे हैं। ट्विटर ने बताया है कि फॉलोअर्स की संख्या सार्वजनिक होती है और वह इससे कोई छेड़छाड़ नहीं करता। उसने वायनाड के सांसद को हेरफेर और स्पैम के बारे में बताते हुए कंपनी की नीतियों पर गौर करने की सलाह दी है।

राहुल गॉंधी के आरोपों के बाद ट्विटर प्रवक्ता ने कहा है कि फॉलोअर्स की संख्या में कमी या वृद्धि सामान्य बात है। किसी ट्विटर हैंडल के फॉलोअर्स की संख्या सबको दिखती है। यह नंबर सटीक होता है। ट्विटर ने कहा है, “हम चाहते हैं कि सभी विश्वास रखें कि फॉलोअर्स की संख्या सार्थक और सटीक है। ट्विटर अपने प्लेटफॉर्म पर हेरफेर और स्पैम के प्रति जीरो-टॉलरेंस की नीति अपनाता है।”

27 दिसंबर 2021 को ट्विटर सीईओ पराग अग्रवाल को लिखे पत्र में राहुल गाँधी ने अपने अकाउंट के डेटा का विश्लेषण करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर के अकाउंट की तुलना की थी। इसमें ने कहा था कि 2021 के पहले सात महीनों में उनके अकाउंट पर औसतन लगभग 4 लाख फॉलोअर्स बढ़े थे। लेकिन पिछले साल अगस्त में आठ दिनों के निलंबन के बाद कई महीनों के लिए ये ग्रोथ अचानक रुक गई। इसी अवधि में, अन्य राजनेताओं की फॉलोअर्स की संख्या बरकरार रही।

राहुल गाँधी ने लिखा, “दुनिया भर में उदार लोकतंत्र और सत्तावाद के बीच वैचारिक लड़ाई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रही है। ऐसे में ट्विटर जैसी कंपनियों के शीर्ष पर बैठे व्यक्तियों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। यह चौंकाने वाला है कि मेरे ट्विटर फॉलोअर्स की वृद्धि को अचानक रोक दिया गया। मेरे 2 करोड़ फॉलोवर्स हैं। मेरा ट्विटर अकाउंट एक्टिव है और जुलाई 2021 तक हर दिन मेरे 8-10 हजार फॉलोअर्स बढ़ते रहे।”

उन्होंने लिखा, “अगस्त से, औसत मासिक फॉलोअर्स की संख्या जीरो पर आ गई है। अगस्त के बाद फॉलोवर्स बढ़ना कम हो गए। यह संयोग तो नहीं हो सकता कि इन महीनों के दौरान मैंने दिल्ली में एक बलात्कार पीड़िता के परिवार की दुर्दशा के मुद्दे को उठाया, किसानों के साथ एकजुटता से खड़ा हुआ और कई अन्य मानवाधिकार मुद्दों पर सरकार से लड़ाई लड़ी। वास्तव में मेरा एक वीडियो, जिसमें वादा किया था कि किसानों के 3 काले कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया जाएगा, हाल के दिनों में भारत में किसी भी राजनीतिक नेता द्वारा ट्विटर पर डाले गए सबसे ज्यादा देखे जाने वाले वीडियो में से एक है।” 

उन्होंने कहा, “लोगों द्वारा मुझे विश्वसनीय रूप से, हालाँकि विवेकपूर्ण तरीके से सूचित किया गया है कि ट्विटर इंडिया पर सरकार द्वारा मेरी आवाज को चुप कराने के लिए अत्यधिक दबाव बनाया गया है। मेरा अकाउंट कुछ दिनों के लिए बिना किसी वैध कारण के ब्लॉक कर दिया गया था। सरकार समेत कई अन्य ट्विटर हैंडल भी थे जिन्होंने उन्हीं लोगों की इसी तरह की तस्वीरें ट्वीट की थीं। उनमें से किसी भी अकाउंट को ब्लॉक नहीं किया गया था। सिर्फ मेरे ही अकाउंट को टारगेट किया गया।” राहुल गाँधी ने कहा, “मैं आपको एक अरब से अधिक भारतीयों की ओर से लिख रहा हूँ कि ट्विटर को भारत के विनाश के विचार में मोहरा न बनने दें।”

ट्विटर प्रवक्ता ने कहा है, “हम चाहते हैं कि फॉलोअर्स वास्तविक हों। ट्विटर के पास हेरफेर और स्पैम के लिए कोई जगह नहीं है।” इसमें आगे कहा गया, “हम मशीन लर्निंग टूल्स के जरिए हर सप्ताह बड़े पैमाने पर बॉट फॉलोअर्स और स्पैम की छँटनी करते हैं। गतिविधियों के खिलाफ ट्विटर की नीतियों का उल्लंघन करने के लिए हर हफ्ते लाखों अकाउंट हटा दिए जाते हैं। ऐसे में फॉलोअर्स की संख्या में कमी हो सकती है। आप अधिक संदर्भ के लिए नवीनतम ट्विटर पारदर्शिता सेंटर अपडेट पर एक नज़र डाल सकते हैं। हालाँकि कुछ अकाउंट्स में मामूली अंतर दिखाई देता है, कुछ मामलों में संख्या अधिक हो सकती है।”

गौरतलब है कि अगस्त में राहुल गाँधी ने ट्विटर पर पर 9 साल की रेप पीड़िता के माता-पिता की फोटो शेयर की थी। इसे लेकर बीजेपी ने राहुल गाँधी पर असंवेदनशील होने और ऐसे मामले में राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा था। इसके बाद राहुल गाँधी का ट्विटर अकाउंट अस्थायी तौर पर सस्पेंड कर दिया गया था। हालाँकि, बाद में राहुल गांधी के अकाउंट से बैन हटा लिया गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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