कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी की संसद सदस्यता बहाल कर दी गई है। याद दिला दें कि मोदी सरनेम को लेकर उन्होंने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद सूरत की अदालत ने उन्हें 2 साल की सज़ा सुनाई थी और गुजरात हाईकोर्ट ने इस सज़ा को बरकरार रखा था। सुप्रीम कोर्ट से उन्हें तात्कालिक राहत मिली, जिसने इस सज़ा पर फ़िलहाल के लिए रोक लगा दी है। इससे पहले राहुल गाँधी की संसद सदस्यता चली गई थी और उन्हें बँगला भी खाली करना पड़ा था।
अब राहुल गाँधी की सांसदी वापस बहाल हो गई है, जिसके बाद वो न सिर्फ संसद के मॉनसून सत्र में हिस्सा ले सकेंगे बल्कि अविश्वास प्रस्ताव में वोटिंग भी कर सकेंगे। लोकसभा के सेक्रेटेरिएट जनरल उत्पल कुमार सिंह ने एक पत्र जारी कर के इस पर औपचारिक मुहर लगाई। इसके बाद कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मिठाई खा कर जश्न मनाया। चौधरी ने खड़गे के मुँह में मिठाई दी।
इसके वीडियो भी सामने आया है। लोकसभा सेक्रेटेरिएट ने भी राहुल गाँधी की संसद सदस्यता की बहाली का फैसला जारी करते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का ही हवाला दिया है। सोनिया गाँधी के आवास के बाहर भी जश्न का माहौल रहा, जहाँ कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं को नृत्य करते हुए देखा गया। खड़गे ने कहा है कि इस फैसले से जनता को राहत मिली है। हालाँकि, बता दें कि राहुल गाँधी की सज़ा पर स्थायी रोक नहीं लगी है। सुप्रीम कोर्ट अभी इस पर सुनवाई करेगा।
राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल हुई।
— abhishek upadhyay (@upadhyayabhii) August 7, 2023
चारों तरफ़ हर्ष की लहर।
हर ख़ेमे में प्रसन्नता। pic.twitter.com/aoE3Y0hozw
हालाँकि, कई लोग तंज कसते हुए ये भी कह रहे हैं कि राहुल गाँधी की संसद सदस्यता की बहाली से न सिर्फ कॉन्ग्रेस, बल्कि भाजपा और अन्य विरोधी खेमों में भी ख़ुशी की लहर है। राहुल गाँधी ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाते हुए कहा था कि उनकी संसद सदस्यता चले जाने के कारण वायनाड का प्रतिनिधित्व खत्म हो गया है। कई राजनीतिक विश्लेषक ये भी मान रहे हैं कि इससे विपक्षी गठबंधन के अन्य प्रधानमंत्री उम्मीदवार के दावेदारों को भी झटका लगेगा।