पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने एक के बाद एक ट्वीट कर तिहाड़ जेल से अपनी बात सामने रखी। चिदंबरम ने अपने परिवार से ये ट्वीट करवाया। उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर बताया गया कि पी चिदंबरम ने ये ट्वीट्स करने को कहा है। अपने ट्वीट में उन्होंने महाराष्ट्र की भावी शिवसेना सरकार को बधाई दी है। चिदंबरम ने शिवसेना-एनसीपी-कॉन्ग्रेस की भावी गठबंधन सरकार से अपनी पार्टी के विचारधारा के सात-साथ आम जनता के हितों को तवज्जो देने की अपील की है।
चिदंबरम ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने को संविधान का उल्लंघन करार दिया। उन्होंने कहा कि सुबह 4 बजे उठा कर राष्ट्रपति शासन हटाने सम्बन्धी दस्तावेज पर दस्तखत कराना राष्ट्रपति का अपमान है। उन्होंने पूछा कि सरकार ने सुबह 9 बजे तक इंतजार क्यों नहीं किया? उन्होंने कहा कि कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर कार्य करने वाली गठबंधन पार्टियाँ एक अच्छा शासन देती हैं।
It was an assault on the office of Rasthrapathi to wake him up at 4.00 am to sign an order revoking President’s Rule.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 27, 2019
Why could it not have waited until 9.00 am in the morning?
पी चिदंबरम को जेल में 99 दिन हो गए हैं। बुधवार (नवंबर 27, 2019) को पूर्व कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी और उनकी बहन प्रियंका गाँधी ने तिहाड़ जेल जाकर चिदंबरम से मुलाक़ात की। उन्हें 21 अगस्त को ही सीबीआई ने गिरफ़्तार किया था। उनके बेटे कार्ति चिदंबरम ने कहा कि राहुल और प्रियंका का उनके पिता से मुलाक़ात करने का अर्थ है कि पूरी कॉन्ग्रेस पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़ी है। मुलाक़ात के दौरान कार्ति भी वहाँ मौजूद थे। तीनों ने पी चिदंबरम से क़रीब 50 मिनट तक बातचीत की।
Warm greetings to the Shiv Sena-NCP-Congress Coalition government. Please subordinate your individual party interests and work together to implement the common interests of the three parties – farmers’ welfare, investment, employment, social justice and women and child welfare.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 27, 2019
मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट में पी चिदंबरम की जमानत याचिका का विरोध किया। जाँच एजेंसी ने कहा कि चिदंबरम ने वित्त मंत्री जैसे प्रभावशाली पद का उपयोग अपने व्यक्तिगत फ़ायदे के लिए किया। ईडी ने कहा कि चिदंबरम को जमानत नहीं दिया जाना चाहिए, क्योंकि वो सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं। शुक्रवार को कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर ने भी चिदंबरम से जेल में मुलाक़ात की थी। सोनिया गाँधी और एचडी कुमारस्वामी जैसे नेता भी चिदंबरम से जेल में जाकर मिल चुके हैं।
चिदंबरम और उनके बेटे के खिलाफ दो लोगों को गवाही देने से रोका गया: CBI
INX मीडिया घोटाला: CBI ने दाखिल की चार्जशीट, चिदंबरम सहित 14 लोगों के नाम