राजस्थान में बीते कुछ दिनों से जारी सियासी घमासान में हर दिन नया ट्विस्ट देखने को मिल रहा है। नाराज सचिन पायलट को मनाने के बाद बुधवार (23 जून 2021) को सीएम अशोक गहलोत के समर्थन को लेकर होने वाली बैठक में नया मोड़ आ गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब 13 निर्दलीय और बसपा छोड़कर कॉन्ग्रेस में आए 6 विधायक सरकार बचाने के लिए सीएम गहलोत से इनाम माँग रहे हैं। इन सभी 19 विधायकों का कहना है कि जब सचिन पायलट गुट ने बगावत की थी और सरकार गिरने वाली थी, तब इन्होंने ही सरकार को समर्थन देकर बचाए रखा। अब उन्हें इसका इनाम मिलना चाहिए।
निर्दलीय विधायकों में से एक रामकेश मीणा ने सचिन पायलट गुट पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा के कहने पर पायलट की बगावत की योजना तैयार हुई थी। उन्होंने कहा कि पायलट जितने दिन राजस्थान में रहेंगे उतना ही कॉन्ग्रेस को नुकसान होगा। मुख्यमंत्री बनने के लिए पायलट ने प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए षड्यंत्र रच कर अपनी ही सरकार को गिराने का प्रयास किया, यह देश में पहला उदाहरण है। राजस्थान की जनता ऐसे उद्दंड को पसंद नहीं करेगी।
राजस्थान में 13 में से 12 निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा, रामकेश मीणा, रमीला खड़िया, सुरेश टंक, खुशवीर सिंह, महादेव सिंह खंडेला, ओम प्रकाश हुडला, रामकुमार गौर, कांति चंद मीणा, लक्ष्मण मीणा, आलोक बेनीवाल, बाबूलाल नगर ने आज शाम को जयपुर के एक होटल में बैठक बुलाई।
Rajasthan: 12 out of 13 Independent MLAs — Sanym Lodha, Ramkesh Meena, Ramila Khadiya, Suresh Tank, Khushveer Singh, Mahadeo Singh Khandela, Om Prakash Hudla, Ramkumar Gaur, Kanti Chand Meena, Lakshaman Meena, Alok Beniwal, Babulal Nagar — hold a meeting a hotel in Jaipur pic.twitter.com/kalle3iE7v
— ANI (@ANI) June 23, 2021
निर्दलीय विधायकों ने इस बैठक में सरकार से ग्राम सेवकों और पटवारियों के रिक्त पदों को भरने के लिए शासन में सुधार करने और अनुबंधित श्रमिकों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू करने की माँग की। विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि सीएम गहलोत को कोरोना से निपटने के लिए बधाई देते हैं और उनके नेतृत्व में अपना विश्वास दोहराते हैं।
This meeting of Independent MLAs urges govt to fill vacant posts of gram sevaks & patwaris to improve governance & demands to initiate process of regularising contract workers. It congratulates CM Gehlot for handling of COVID & reposes its faith in his leadership:MLA Sanyam Lodha pic.twitter.com/wv14rXAnKL
— ANI (@ANI) June 23, 2021
निर्दलीय विधायक लोढ़ा ने आगे कहा कि कैबिनेट का विस्तार कब और किसे शामिल किया जाए, यह तय करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। यह राज्य के लोगों के हित में नहीं है कि वे दबाव बनाएँ और इसके लिए समय सीमा (कैबिनेट विस्तार) की माँग करें।
It is the prerogative of the chief minister to decide when the Cabinet should be expanded & who should be included. It is not in the interests of the people of the state to create pressure and seek a deadline for it (Cabinet expansion): Independent MLA Sanyam Lodha pic.twitter.com/O1MolQFO4H
— ANI (@ANI) June 23, 2021
बता दें कि राजस्थान में साल 2018 में हुए चुनाव में कॉन्ग्रेस ने 99 सीटों पर जीत हासिल की थी, जिसके बाद बसपा विधायकों के साथ मिलकर अशोक गहलोत ने सरकार बनाई थी। हालाँकि, साल 2020 में सचिन पायलट ग्रुप के बागी होने पर 18 विधायक टूटने की कगार पर थे, जिससे सरकार पर संकट आ गया था। इस दौरान राजस्थान के 13 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन का ऐलान कर गहलोत की सरकार को गिरने से बचाया था।