कर्नाटक में कॉन्ग्रेस के एक विधायक हैं। नाम है केआर रमेश कुमार। 6 बार के विधायक हैं। विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। रमेश कुमार अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। इस बार भी उनके एक बयान पर विवाद शुरू हो गया है। उनका कहना है कि ‘जब रेप होना ही है तो लेटो और मजे लो’। उन्होंने यह बात गुरुवार को (16 दिसंबर 2021) को सदन में कही जब कई विधायक बारिश और बाढ़ की वजह से बिगड़े हालात को लेकर अपनी बात रखना चाहते थे।
“If rape is inevitable, lie down and enjoy it.” MLA K.R. Ramesh Kumar said in the Legislative Assembly today. An elected representative passes such an obnoxious statement & our elected representatives who are supposed to talk of women’s empowerment laugh at this statement. pic.twitter.com/Xq2ryX3KO8
— Tanu (@TanuKul) December 16, 2021
असल में विधायक अपनी बात रखने के लिए सदन की कार्यवाही आगे बढ़वाना चाह रहे थे, जबकि विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े इसे समय से खत्म करना चाहते थे। लगातार उठती माँग को लेकर स्पीकर ने कहा, “यदि सबको समय दिया गया तो चलेगा कैसे। आप विधायकों का निर्णय मुझे स्वीकार होगा। जैसे चल रहा उसे चलने दीजिए। इस स्थिति का आनंद उठाएँ। मेरी चिंता सदन को लेकर है। इसे मैं करता रहूँगा। बाकी व्यवस्था को मैं कंट्रोल नहीं कर सकता।”
इसी बीच कोलार जिले की श्रीनिवासपुर से विधायक रमेश कुमार ने कहा, “देखिए एक कहावत है- जब रेप होना ही है तो लेट जाइए और मजे लीजिए। आपकी इस वक्त वही स्थिति है।” इस टिप्पणी पर सदन में मौजूद कई विधायकों ने ठहाके भी लगाए।
इस बयान को लेकर कॉन्ग्रेस विधायक पर कार्रवाई की माँग करते हुए केंद्रीय कृषि राजयमंत्री शोभा करंदलाजे (Shobha Karandlaje) ने कहा है, “ये 6 बार के विधायक की सोच और मानसिकता है। कॉन्ग्रेस विधायक ने रेप को महत्वहीन बताने की कोशिश की है। केआर रमेश कुमार को सुवर्ण सौधा (विधानसभा) में घुसने भी नहीं देना चाहिए। उन्हें विधानसभा और कॉन्ग्रेस दोनों से बाहर किया जाए।”
It’s sickening to learn the mindset of a 6-time legislator!
— Shobha Karandlaje (@ShobhaBJP) December 16, 2021
INC MLA #RameshKumar shouldn’t be allowed into Suvarna Soudha.
He has denigrated the sanctity of the Temple of Democracy by trivialising rape.
He must be thrown out of the party & assembly for his insensitive remarks.
गौरतलब है कि रमेश कुमार पूर्व में भी इस तरह के बयान दे चुके हैं। विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने अपनी तुलना बलात्कार पीड़िता से की थी। इसको लेकर भी काफी विवाद हुआ था। इसी तरह एक बार अपनी ही पार्टी के साथी रहे केएच मुनियप्पा के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा था, “मैं मर्दों के साथ सोना पसंद नहीं करता। मेरे पास अपनी पत्नी है। हो सकता है कि उनकी मुझमें दिलचस्पी हो लेकिन मुझे उनमें दिलचस्पी नहीं है। मेरा किसी के साथ एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर नहीं हैं।”