पंजाब की कलह अभी सुलझी भी नहीं है कि राजस्थान में कॉन्ग्रेस की कलह एक बार फिर से सतह पर आ गई है। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी पार्टी में अपने प्रतद्वंद्वी और पूर्व-उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के खेमे के विधायकों को तोड़ने में लगे गए हैं। वहीं राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी ने पायलट से बात कर के समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया। पायलट के घर पहुँचे 6 विधायकों को उन्होंने इंतजार करने की सलाह दी है।
गुरुवार (जून 10, 2021) को सुबह से ही सचिन पायलट के आवास पर नेताओं की हलचल शुरू थी। पूर्व मंत्री और डींग के विधायक विश्वेन्द्र सिंह उसने मिलने पहुँचे, जिसके बाद 5 अन्य विधायक भी उनके आवास पर बैठक के लिए पहुँचे। मुकेश भाकड़, रामनिवास गावड़िया और वेद सोलंकी जैसे विधायकों ने सुलह कमिटी के मुद्दों पर अब तक काम न होने का आरोप लगाया। बताया जा रहा है कि विवाद के निपटारे के लिए गाँधी परिवार भी मुख्यमंत्री के संपर्क में है।
कहा जा रहा है कि गहलोत गुट ने पायलट खेमे के विधायकों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया है, जिसमें दो विधायक पूर्वी राजस्थान के हैं। ‘दैनिक भास्कर’ के अनुसार, एक विधायक ने अपनी माइंस के कारण गहलोत खेमे से समझौता किया, वहीं दूसरे के खिलाफ चल रही कार्रवाई के कारण परिवार परेशान हो गया था। वहीं विश्वेन्द्र सिंह द्वारा जैसे ही गहलोत खेमे से समझौते की खबर आई, उनके घर में भी कलह शुरू हो गई।
उनके बेटे ने कहा कि उन्होंने आज एक नया शब्द सीखा है – विश्वासघात। बेटे अनिरुद्ध ने कहा कि वो मर जाएँगे पर साथ नहीं छोड़ेंगे, लेकिन कुछ लोगों की आदत होती है दल बदलने की। उन्होंने इंसान के ‘वैल्यू सिस्टम’ की बात करते हुए कहा कि उन्हें ये संस्कार अपनी माँ से मिले हैं और अब उनकी अलग पहचान है। वहीं विधायक पद से इस्तीफा दे चुके हेमाराम चौधरी भी स्पीकर सीपी जोशी से आज मिलेंगे।
20 दिन पहले इस्तीफा दे चुके हेमाराम का इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ है और उन्हें लॉकडाउन के बाद जयपुर आकर अपनी बात रखने को कहा गया था। पंजाब की सुलह कमिटी में अजय माकन और किसी वेणुगोपाल शामिल हैं। गहलोत खेमे के मंत्री प्रतापसिंघ खाचरियावास का कहना है कि मुख्यमंत्री वरिष्ठ नेता हैं और कब क्या फैसला लेना है, वो समझते हैं। उन्होंने कहा कि गाँधी परिवार के नाम पर कॉन्ग्रेस एक है, बीएस कुछ राजनीतिक मतभेद हैं।
विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने राज्य में अटकी राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार में अपने खेमे को प्राथमिकता दिए जाने की माँग करते हुए कहा कि अगर पंजाब में 10 दिन सिद्धू की बात सुनी जा सकती है तो राजस्थान में क्यों नहीं? मुकेश भाकर ने पार्टी के लिए योगदान देने वाले कार्यकर्ताओं को सम्मान की बात की। गावड़िया ने पायलट के साथ मजबूती से खड़े होने की बात करते हुए कहा कि वो कॉन्ग्रेस में रह कर ही अपनी आवाज़ उठाते रहेंगे।
आज शुक्रवार को दौसा से लगातार 4 बार सांसद रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि भी मनाई जा रही है। कभी राज्य के सबसे बड़े गुर्जर नेता माने जाने वाले राजेश पायलट की पुण्यतिथि को उनके बेटे सचिन पायलट का खेमा शक्ति-प्रदर्शन के मौके के रूप में भी इस्तेमाल कर रहा है। सचिन पायलट जिला प्रमुख, प्रधान, स्थानीय निकाय के प्रतिनिधियों और जिला स्तर के कॉन्ग्रेस नेताओं से संपर्क में हैं।
वहीं भाजपा विधायक गुरदीप शाहपीणी ने भी 11 सिविल लाइंस स्थित बंगले पर जाकर सचिन पायलट से मुलाकात की। हनुमानगढ़ के संगरिया से भाजपा विधायक गुरदीप सिंह शाहपीनी किसान नेता माने जाते हैं और संगरिया विधानसभा में भारी संख्या में किसान वोट बैंक हैं। उन्होंने इसे व्यक्तिगत मुलाकात करार दिया। कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र सिंह ने सचिन पायलट से पार्टी द्वारा किए गए वादों को पूरी करने की माँग उठाई थी, लेकिन फिर बाद में कहा कि उन्हें उन वादों की जानकारी नहीं है।
विश्वेन्द्र सिंह ने बेटे के लगातार हमले के बाद पायलट से मुलाकात कर कहा कि कॉन्ग्रेस को बचाने के लिए वो सेतु का काम कर रहे हैं। अब अजय माकन कह रहे हैं कि सभी अटके मुद्दों को सुलझाया जाएगा और मंत्रिमंडल विस्तार भी होगा। पायलट ने आधा दर्जन विधायकों के साथ दौसा पहुँच कर पिता को श्रद्धांजलि भी दी। प्रियंका गाँधी ने देर रात उन्हें फोन किया था। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि उन्हें दिल्ली बुलाया जा सकता है।