इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने ‘द स्टेट्समैन’ से बात करते हुए हाल में भारतीयों की अखंडता और विविधता पर एक शर्मनाक टिप्पणी की। उन्होंने भारत की विविधता पर बात करते हुए दक्षिण के लोगों की तुलना अफ्रीकियों से कर डाली और उत्तर पूर्व भारत में रहने वाले लोगों की तुलना चीनियों से। उनके इस बयान के वायरल होने के बाद अब कॉन्ग्रेस की आलोचना हो रही है। असम सीएम ने भी इस बयान को सुनने के बाद कॉन्ग्रेस नेता को जवाब दिया है।
सैम पित्रोदा ने द स्टेट्समैन से बातचीत के दौरान भारत के लोगों के विचारों पर बात करते हुए ये टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि एक गुट है जो भारत में संस्कृति, सभ्यता, भगवान राम, हनुमान सबकी बातें करता है और दूसरा गुट वो है जो कहता है कि उनके पूर्वजों ने इस देश की आजादी के लिए काम किया है।
"We could hold together a country as diverse as India, where people on East look like Chinese, people on West look like Arab, people on North look like maybe White and people in South look like Africa" 💀💀
— Darshan Pathak (@darshanpathak) May 8, 2024
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सैम पित्रोदा एक ओर तो कहते हैं कि वो हर विचार का सम्मान करते हैं। इसके बाद वो कहते हैं, “पाकिस्तान ने मजहब के आधार पर मुल्क बनाया आज उनकी हालत देख लीजिए क्या है… हम भारत जैसे विविधतापूर्ण देश को एक साथ रख सकते हैं, जहाँ पूर्व के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग शायद गोरे जैसे दिखते हैं और दक्षिण के लोग अफ्रीका जैसे दिखते हैं।”
सैम पित्रोदा की यह टिप्पणी अब सोशल मीडिया पर वायरल है। उनकी इस टिप्पणी पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “सैम भाई, मैं नॉर्थ ईस्ट से हूँ और भारतीय जैसा दिखता हूँ। हम एक विविधतापूर्ण देश में रहते हैं। हम अलग दिख सकते हैं लेकिन हम सभी एक हैं। हमारे देश के बारे में थोड़ा तो समझ लो।”
Sam bhai, I am from the North East and I look like an Indian. We are a diverse country – we may look different but we are all one.
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) May 8, 2024
Hamare desh ke bare mein thoda to samajh lo! https://t.co/eXairi0n1n
वहीं, इस कमेंट को सुनने के बाद लोग सैम पित्रोदा के साथ-साथ नस्लवादी, जातिवादी और सांप्रदायिक कट्टरपंथी कहा जा रहा है। इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि कॉन्ग्रेस का काम सिर्फ भारतीयों की पहचान मिटाने का है। उन्हें भारतीयों की पहचान भारतीयों के रूप में नहीं कर रहे। उलटा उनके रंग रूप को दूसरों से जोड़ रहे हैं।