Friday, March 29, 2024
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अनुराग-तापसी को ‘किसान आंदोलन’ की सजा: शिवसेना ने लिख कर किया दावा, बॉलीवुड और गंगाजल पर कसा तंज

"छापे मारने के लिए सिर्फ इन्हीं लोगों को क्यों चुना गया? ‘बॉलीवुड’ में रोज जो करोड़ों रुपए उड़ रहे हैं, वो क्या गंगाजल के प्रवाह से आ गए?"

टैक्स चोरी मामले में आयकर विभाग की कार्रवाई का सामना कर रहे निर्देशक अनुराग कश्यप और अभिनेत्री तापसी पन्नू के समर्थन में बल्लेबाजी करते हुए शिवसेना के मुखपत्र सामना ने एक संपादकीय प्रकाशित किया। इस संपादकीय में कहा गया कि उनके खिलाफ कार्रवाई इसलिए की जा रही है, क्योंकि उन लोगों ने ‘किसानों’ के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है।

सामना के संपादकीय में लिखा गया, “तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप खुल कर अपने विचार व्यक्त करते रहते हैं। सवाल इसलिए पैदा होता है कि हिंदी सिने जगत का व्यवहार और काम-धाम स्वच्छ और पारदर्शी है, अपवाद केवल तापसी और अनुराग कश्यप का है। सिने जगत की कई महान हस्तियों ने किसान आंदोलन के संदर्भ में विचित्र भूमिका अपनाई। उन्होंने किसानों को समर्थन तो नहीं दिया, उल्टे दुनिया भर से जो लोग किसानों को समर्थन दे रहे थे, उनके बारे में इन्होंने कहा कि ये हमारे देश में दखलंदाजी है। लेकिन तापसी और अनुराग कश्यप जैसे गिने-चुने लोग किसान आंदोलन के पक्ष में खड़े रहे। उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है।”

सामना में आगे सवाल किया गया कि छापे मारने के लिए या कार्रवाई करने के लिए सिर्फ इन्हीं लोगों को क्यों चुना गया? ‘बॉलीवुड’ में रोज जो करोड़ों रुपए उड़ रहे हैं, वो क्या गंगाजल के प्रवाह से आ गए? संपादकीय में आगे कहा गया:

“बॉलीवुड’ में लॉकडाउन काल में कई मुश्किलें हैं। फिल्मांकन और नए निर्माण बंद हैं। थिएटर बंद हैं। एक बड़ा उद्योग-व्यवसाय जब आर्थिक संकट में पड़ा हो, ऐसे में राजनीतिक बदला लेने के लिए ऐसे हमले करना ठीक नहीं है। सिने जगत में मोदी सरकार की खुल कर चमचागीरी करने वाले कई लोग हैं। उनमें कई लोग तो मोदी सरकार के सीधे लाभार्थी हैं। वो सारे व्यवहार और लेन-देन धुले हुए चावल की तरह साफ हैं क्या?”

संपादकीय ने ‘एक्टिविस्ट’ दिशा रवि की गिरफ्तारी का हवाला देते हुए कहा कि उसकी गिरफ्तारी से दुनिया भर में मोदी सरकार की व्यापक निंदा हुई। आगे यह भी कहा गया कि 2020 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में यात्रा के बाद अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के खिलाफ एक अभियान शुरू किया गया था।

मुखपत्र में कहा गया, “दीपिका पादुकोण ने जेएनयू में जाकर वहाँ के विद्यार्थियों से मुलाकात की, तब उनके बारे में भी छुपे आंदोलन और बहिष्कार का हथियार चलाया गया। दीपिका की फिल्म को नियोजित तरीके से फ्लॉप करने का प्रयास हुआ ही। सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ गंदी मुहिम चलाई गई।”

गौरतलब है कि मुंबई में बॉलीवुड की कुछ बड़ी हस्तियों के घर बुधवार (मार्च 3, 2021) को इनकम टैक्स (IT) डिपार्टमेंट का छापा पड़ा। इनमें एक्ट्रेस तापसी पन्नू, निर्माता अनुराग कश्यप, विकास बहल और मधु मंटेना शामिल हैं। इन पर टैक्स चोरी का आरोप है। शहर में 22 जगह कार्रवाई की गई। 

जाँच में जुटे अधिकारियों को इन हस्तियों के ख़िलाफ़ कई सबूत हाथ लगे हैं। कुल मिला कर ₹650 करोड़ की टैक्स चोरी का मामला उजागर हुआ है। अकेले तापसी व उनकी कंपनी पर पूरे ₹25 करोड़ की कर चोरी का संदेह है। करीब 5 करोड़ रुपयों को लेकर तो वह अधिकारियों के सवालों के जवाब भी नहीं दे पाईं।

पहले यह आँकड़ा 300-350 करोड़ तक की टैक्स चोरी का था। क्योंकि तब तक मामला अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू तक सीमित था। लेकिन जाँच का दायरा जैसे ही फैंटम फिल्म्स और प्रोडक्शन कंपनियों के शेयर होल्डरों तक पहुँची, यह आँकड़ा लगभग ₹650 करोड़ की टैक्स गड़बड़ी तक पहुँच गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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