पश्चिम बंगाल के पांडवेश्वर से तृणमूल कॉन्ग्रेस के विधायक जितेंद्र तिवारी ने आज (दिसंबर 17, 2020) आसनसोल नगर निगम के बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। कयास लग रहे हैं कि वे 19 दिसंबर को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले तिवारी ने राज्य की ममता सरकार को चेताते हुए आरोप लगाया था कि विकास के लिए आसनसोल को मिले पैसे राजनीति की वजह से रोके जा रहे हैं।
West Bengal: TMC leader Jitendra Tiwari tenders resignation from the post of Chairman, Board of Administrators, Asansol Municipal Corporation
— ANI (@ANI) December 17, 2020
बता दें कि तिवारी ने राज्य सरकार को धमकी थी कि वे जरूरत पड़ने पर पद को छोड़ देंगे। उन्होंने कहा था, “एक न एक दिन हमें निर्णय लेना ही होगा कि क्या करना है? मैंने सोच लिया है कि अगर जरूरत पड़ी तो मैं (पार्टी) छोड़ दूँगा, लेकिन लोगों के साथ बना रहूँगा।”
तिवारी ने राज्य मंत्री फिरहाद हकीम को लेकर कहा था, “उन्होंने मुझ पर भाजपा की भाषा बोलने का आरोप लगाया। इसलिए मैं उन्हें याद दिला दूँ कि उन्होंने कोलकाता को मिनी पाकिस्तान बनाने की बात कही थी। क्या मुझे उनसे सबक लेने की जरूरत है? हम ममता बनर्जी की पार्टी में हैं।”
जितेंद्र तिवारी ने आरोप लगाया था कि उन्हें उनके विधानसभा क्षेत्र में किए गए वादों को पूरा करने से रोकने के लिए मुश्किलें खड़ी की जा रही है। वे कहते हैं, “हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। हमने जो वादे किए उसे लेकर हमें कहा गया कि हम उसे पूरा नहीं कर सकते। अगर हम अपने अधिकारों के बारे में बात करते हैं तो हमें पार्टी छोड़ने के लिए कहा जाता है।” उन्होंने यह भी कहा था कि उनमें इतनी क्षमता है कि वे अपनी छवि के दम पर चुनाव जीत जाएँ।
उल्लेखनीय है कि बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी की मुश्किलें लगातार बढ़ती नजर आ रही हैं। कल टीएमसी के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और अब तिवारी ने आसनसोल नगर निगम (AMC) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है। शुभेंदु को लेकर भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने अनुमान लगाया है कि वे भाजपा में शामिल होंगे। उनको लेकर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने भी यह घोषणा की है कि शुभेंदु पार्टी में शामिल होने वाले हैं। उनके कार्यालय में भी भगवा रंग से पुताई का काम भी शुरू हो गया है।