Thursday, April 25, 2024
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‘भारत की मिट्टी बुलेट ट्रेन के लिए सही नहीं’: नुसरत जहाँ के बयान पर रेल मंत्री ने की खिंचाई, लोगों ने TMC सांसद की वैज्ञानिक समझ पर उठाए सवाल

“भारत में जापान की तरह बुलेट ट्रेन चलाने का सपना देश के साथ धोखा है। भारत की धरती इस तरह की रेल पटरियों को जमीन पर स्थापित करने में सक्षम नहीं है। यह विज्ञान है। इसे नुक्कड़ सभा के एक भाषण के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।”

बुधवार का दिन था। संसद सत्र चल रही थी। अपनी बारी आने पर टीएमसी की सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहाँ बोलने के लिए खड़ी हुईं। उन्होंने भारत के हाई स्पीड रेल परियोजना पर बड़ा ही अजीबोगरीब और हास्यास्पद बयान दिया। उन्होंने भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना को छलावा करार दिया और दावा किया कि इस देश की मिट्टी हाई स्पीड ट्रेनों के ट्रैक के लिए सही नहीं है।

पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से लोकसभा सांसद नुसरत ने लोकसभा में दावा किया कि भारत की मिट्टी बुलेट ट्रेन तकनीक को चलाने के लिए आवश्यक किसी भी तरह का बुनियादी ढाँचा स्थापित करने के लिए उपयुक्त नहीं है। टीएमसी सांसद ने बुलेट ट्रेन परियोजना पर शक जताते हुए दावा किया कि भारत के पास जापान की तरह हाई स्पीड ट्रेन चलाने की क्षमता ही नहीं है। उन्होंने बुलेट ट्रेन परियोजना की सफलता पर संदेह व्यक्त करते हुए दावा किया कि जापान के विपरीत भारत में हाई-स्पीड ट्रेन चलाने की क्षमता नहीं है।

उन्होंने ट्वीट किया, “भारत में जापान की तरह बुलेट ट्रेन चलाने का सपना देश के साथ धोखा है। भारत की धरती इस तरह की रेल पटरियों को जमीन पर स्थापित करने में सक्षम नहीं है। यह विज्ञान है। इसे नुक्कड़ सभा के एक भाषण के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।”

नुसरत जहाँ के द्वारा दिया गया अजीब भाषण न केवल उनकी वैज्ञानिक समझ को दर्शाता है, बल्कि इससे भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की क्षमताओं पर सवाल खड़ा किया गया है। उनके इस भाषण पर संसद ही नहीं, बाहर भी लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनके इस वायरल वीडियो पर लोग उनका ही मजाक उड़ा रहे हैं।

रेल मंत्री ने भी की खिंचाई

नुसरत के बचकाने बयान पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन पर भारतीय वैज्ञानिकों की क्षमताओं पर सवाल उठाने का आरोप लगाया। नुसरत के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर संदेह व्यक्त करने को रेल मंत्री ने शर्मनाक करार दिया। उन्होंने कहा, “जो माँ-माटी-मानुष” (माँ, मातृभूमि और लोग) की बात करते हैं, वे माँ (मिट्टी) और मातृभूमि का अनादर कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “कोई कैसे कह सकता है कि हम भारत की धरती पर बुलेट ट्रेन नहीं चला सकते?” रेल मंत्री ने तृणमूल कॉन्ग्रेस की सांसद देश के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की क्षमता पर सवाल उठाकर उनका अपमान कर रही हैं।

इसके साथ ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी बुलेट ट्रेन परियोजना की कार्यों को लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी प्रमुख नदियों पर खंभों और पुलों के निर्माण के साथ ही 8 किलोमीटर प्रति माह की गति से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने ये भी बताया कि आगामी वक्त में सरकार इसकी रफ्तार 10 किमी प्रति माह करने की योजना पर काम कर रही है।

गौरतलब है कि देश की मिट्टी पर पहले से ही बिना किसी कठिनाई के सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनें चलाई जा रही हैं। टीएमसी सांसद के बयानों का समर्थन करने जैसा कोई वैज्ञानिक तथ्य उपलब्ध नहीं है। खास बात ये है कि बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए ट्रैक को ऊँचाई पर बनाया जाएगा। इसकी पटरियाँ जमीन पर नहीं होंगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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