पिछले दिनों कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गॉंधी ने कहा था कि उनका नाम राहुल सावरकर नहीं है। इसके बाद उन्हें भाजपा ने बताया था कि वे सावरकर हो भी नहीं सकते। अब भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने उनका नया नामकरण कर दिया है। उमा ने राहुल को ही नहीं, बल्कि उनकी बहन कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गॉंधी वाड्रा को भी नया नाम दिया है।
उमा ने कहा है कि जिन्ना कोई और नहीं, बल्कि राहुल जिन्ना और प्रियंका जिन्ना हैं। दोनों नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर समुदाय विशेष के बीच माहौल बिगाड़ रहे हैं। भय पैदा कर रहे हैं। उमा भारती ने कहा कि देश के विभाजन के वक्त जो काम जिन्ना ने किया था, वही काम अब कॉन्ग्रेस नेता राहुल गॉंधी और उनकी बहन प्रियंका गॉंधी कर रहे हैं। विभाजन के नफरत का जो जहर जिन्ना ने फैलाया था, वही आज दोनों फैला रहे हैं। राहुल-प्रियंका नए जिन्ना हैं। देश में जहरीला भावनात्मक विभाजन कर रहे हैं, जो हम नहीं होने देंगे।
Uma Bharti,BJP: Jinnah is no more but Rahul Jinnah & Priyanka Jinnah are there who are disturbing environment & instilling fear among Muslims on CAA. Did anyone of us say that Sonia Gandhi’s father was a soldier in Mussolini’s army in Italy? pic.twitter.com/Wq98toiFBn
— ANI (@ANI) January 9, 2020
इतना ही नहीं उमा ने कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गॉंधी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि क्या हम लोगों में से किसी ने कहा है कि सोनिया गॉंधी के पिता इटली में मुसोलिनी की सेना में एक सैनिक थे? जब से वे (सोनिया गॉंधी) हमारी बहू बनीं और हमारे देश में शादी की, तब से हम दिल से उनका सम्मान करते हैं। मध्य प्रदेश के पन्ना में सीएए के समर्थन में आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। उमा ने ऐसे और कार्यक्रमों के आयोजन पर भी जोर दिया।
BJP leader Uma Bharti on #JNUViolence: There are some thinkers in the country who are like a particular snake which is less in number but is highly venomous… Efforts are being made to make environment venomous… We have to fix some things & we will fix them. pic.twitter.com/JfHBXRsb8J
— ANI (@ANI) January 8, 2020
इससे पहले जेएनयू में हिंसा को लेकर भी उमा ने विपक्ष को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि विचारकों का एक धड़ा यूनिवर्सिटी के वातावरण में जहर घोल रहा है। उन्होंने इन विचारकों की तुलना सॉंपों की एक विशेष प्रजाति से करते हुए कहा था कि ऐसे सॉंप संख्या में तो कम हैं, लेकिन बहुत जहरीले होते हैं। हमें समाधान निकालकर उन्हें ठीक करना होगा।