उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कोरोना संक्रमण आपदा के बीच ‘अनलॉक-1’ के तहत यूपी के 23 करोड़ लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए चीजें खोली जा रही हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से अधिकतर चीजें लॉकडाउन के चौथे फेज में ही खुल गई थीं।
यूपी में आज से बस सेवाएँ और टैक्सी-ऑटो सेवाएँ शुरू हो गई हैं। हालाँकि, उन्होंने लोगों को 5 से अधिक की संख्या में न जमा होने की अपील की है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि किसी भी ट्रांसपोर्ट सेवा में सीटों की क्षमता से ज्यादा लोग नहीं बिठाए जा सकेंगे। ‘इंडिया टीवी’ के सुशांत सिन्हा से बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि चीजें खुलने से यूपी की आबादी को देखते हुए चुनौती बड़ी है। लेकिन जिस तरह से पिछले कुछ सालों में भारत सरकार और यूपी सरकार ने स्वास्थ्य इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दिया है, अस्पतालों में पर्याप्त बेड्स मौजूद हैं।
Uttar Pradesh Chief Minister @myogiadityanath makes BIG statement on recruitment of teachers in state. Watch #CMsOnIndiaTV with @SushantBSinha pic.twitter.com/N9H1vBGjTY
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उन्होंने ध्यान दिलाया कि उत्तर प्रदेश की सीमा नेपाल के साथ-साथ 7 अन्य राज्यों से लगती है। उन्होंने कहा कि अब यूपी में प्रति दिन 10 हज़ार की टेस्टिंग हो रही है, जो जून ख़त्म होने तक 20 हज़ार तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि सभी मजदूरों के लिए क्वारंटाइन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने जानकारी दी कि अब तक 3 करोड़ से भी अधिक लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि केंद्र का पूरा सहयोग मिल रहा है, मेडिकल तैयारियाँ पूरी हैं।
दिल्ली-नोएडा बॉर्डर खोलने को लेकर सीएम योगी ने कहा कि वो जान-बूझकर संक्रमण फैलाने की इजाजत नहीं दे सकते, लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि नोएडा-गाजियाबाद सीमा को पूरी तरह सील नहीं किया गया है, स्क्रीनिंग करने के बाद लोगों को आने दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने आँकड़े गिनाए कि अब तक 30 लाख मजदूर उत्तर प्रदेश आए हैं। अभी तक 2.75 लाख लोगों की टेस्टिंग की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि अभी यूपी के अस्पतालों में 1 लाख बेड्स की व्यवस्था है। धर्मस्थलों के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें संक्रमण का अड्डा नहीं बनाया जाएगा, लेकिन वो सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक हैं, इसीलिए धीरे-धीरे मास्क और अन्य नियमों के साथ इन्हें खोला जाएगा। लेकिन इन्हें संक्रमण का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने याद दिलाया कि दुनिया का कई देशों की जनसँख्या भारत से काफी कम है, लेकिन भारी तबाही मची है।
यूपी में फ़िलहाल मॉल्स और सिनेमा हॉल्स को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। साथ ही होटलों में लोगों को बिठा कर खिलाने की अनुमति भी नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि अनलॉक का ये मतलब नहीं है कि जिसको जहाँ मन हो निकल जाए और जमा हो जाए। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में मंडियों के लिए जमीन उपलब्ध करा कर साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति दी गई है, क्योंकि गाँवों में भीड़ नहीं है। शहरों में पहले से मंडियाँ मौजूद हैं।
Uttar Pradesh Chief Minister @myogiadityanath on if the state is facing a shortage of sanitizers#CMsOnIndiaTV pic.twitter.com/wm2Jt5rcfj
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सीएम योगी ने कहा कि सैलूनों को भी खोला रहा है और अच्छा रहेगा कि लोग अपना रेजर या तौलिया लेकर जाएँ। उन्होंने कहा कि यूपी में मास्क, सैनिटाइजर और ग्लव्स की कोई कमी नहीं है। उन्होंने जानकारी दी कि यूपी 28 राज्यों को सैनिटाइजर उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने प्रवासी कामगारों और प्रदेश के अन्य बेरोजगार लोगों को राज्य में ही नौकरी देने के लिए आयोग के गठन की चर्चा करते हुए कहा कि इस मामले में सर्वे किया जा रहा है।
महिला स्वयंसेवक समूहों को अलग-अलग काम दिए गए हैं। मनरेगा में भी नौकरी की व्यवस्था की जा रही है। सीएम योगी ने कहा कि अपने मैनपॉवर के दम पर एक नया उत्तर प्रदेश बनेगा। उन्होंने बताया कि 1.37 लाख कॉन्स्टेबलों की भर्ती हो चुकी है और उनकी ट्रेनिंग हो रही है। शिक्षकों की भी भर्ती की जा रही है।
विपक्षी नेताओं के बारे में योगी ने कहा कि सत्ता तो विरासत में मिल सकती है, लेकिन बुद्धि विरासत में नहीं मिल सकती। उन्होंने कहा कि यूपी परिवहन निगम के पास 12 हज़ार बसें हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहत कार्य के दौरान विपक्ष का एक भी नेता जनता के साथ खड़ा नहीं था। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस ने राजस्थान परिवहन निगम की बसों को सीमा पर खड़ा किया, क्या वो उनकी निजी बसें थीं? वहीं जब कोटा से छात्र लाए जा रहे थे, तब राजस्थान सरकार ने अपनी बसें नहीं दी।