कर्नाटक में जहाँ भाजपा को झटका लगते हुए दिख रहा है, वहीं उत्तर प्रदेश के निकाय चुनावों में हासिल बढ़त ने उसे राहत दी है। राज्य के 17 नगर निगम, 199 नगरपालिका परिषद और 544 नगर पंचायत के अध्यक्ष पदों पर हुए चुनाव की मतगणना जारी है।
अब तक सामने आए शुरुआती रुझान में नगर निगम की सभी 14 सीटों पर भाजपा को बढ़त हासिल है। वहीं, नगरपालिका परिषद में 37 सीटों और नगर पंचायत के 54 सीटों पर भाजपा आगे है। दूसरी ओर, सपा और कॉनग्रेस बहुत पीछे हैं। इसके साथ ही राज्य की दो विधानसभा सीटों पर भी भाजपा की सहयोगी अपना दल ने बढ़त बना रखी है।
रामपुर जिले की स्वार विधानसभा के उपचुनाव में 6 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, मिर्जापुर जिले की छानबे सीट पर 14 उम्मीदवार मैदान में हैं। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की अगुवाई वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इस उपचुनाव से दूर है। वहीं, कॉन्ग्रेस ने सिर्फ छानबे सीट पर ही अपना उम्मीदवार उतारा है।
सामने आए शुरुआती रुझान में छानबे विधानसभा सीट के उपचुनाव में बीजेपी की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) की प्रत्याशी रिंकी कोल ने समाजवादी पार्टी की कीर्ति कोल से बढ़त बना रखी है। छानबे सीट से अपना दल के विधायक राहुल कोल की पत्नी हैं रिंकी कोल और वह अपना दल से प्रत्याशी हैं।
वहीं, समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान की सदस्यता रद्द होने के चलते स्वार सीट खाली हुई है। अब्दुल्ला को एक मामले में सजा होने के बाद उनकी सदस्यता खत्म हुई थी। यहाँ पर भाजपा की सहयोगी दल अपना दल के उम्मीदवार शफ़ीक़ अहमद अंसारी सपा के प्रत्याशी से आगे हैं।
बताते चलें कि इस बार उत्तर प्रदेश का नगर निकाय चुनाव दो चरणों में संपन्न हुए थे। पहले चरण में 4 मई 2023 को मतदान हुआ था, जबकि दूसरे चरण के लिए 11 मई को वोटिंग हुई थी। इसके साथ ही यूपी की दो विधानसभा स्वार और छानबे सीट पर भी उपचुनाव हुए हैं, जिसके लिए 10 मई 2023 को वोटिंग हुई थी।
शुरुआती रुझानों को देखते हुए सपा ने दूसरों पर आरोप मढ़ने शुरू कर दिए। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूरी तरह परिणाम आने से पहले ही चुनाव आयोग पर तंज कसना शुरू कर दिया है। अखिलेश यादव ने ट्विटर पर कहा, “आशा है चुनाव आयोग हर एक राउंड के बाद आँकड़े बताता जाएगा, जिससे जन विश्वास बना रहे।”