उत्तर प्रदेश के कैराना से सपा विधायक नाहिद हसन को समर्थकों संग मिल एसडीएम को धमकी देना और गाड़ी के कागज़ात न दिखाना भारी पड़ता दिख रहा है। पुलिस ने उन्हें गाड़ी का कागज़ दिखाने के लिए पाँच दिनों की मोहलत दी थी, जिसकी समय सीमा समाप्त हो चुकी है। उनके ख़िलाफ़ गिरफ़्तारी व सर्च वारंट जारी किया जा चुका है और पुलिस टीम उनके घर पर दबिश दे रही है। विधायक संदिग्ध गाड़ी के साथ फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस की 11 टीमें उनकी तलाश में लगी है।
सपा विधायक नाहिद हसन अगर फरार रहते हैं तो उनके ख़िलाफ़ कुर्की की कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही उन पर इनाम भी घोषित किया जाएगा। कई थानों की पुलिस व अर्धसैनिक बल के जवान उनके आवास पर कैम्प कर रहे हैं। उनके ख़िलाफ़ विभिन्न थानों में 11 संगीन मामले दर्ज हैं। सुरक्षा बलों ने उनके घर को घेर कर तलाशी अभियान चलाया। शामली जिले के एसपी ने भी इसकी पुष्टि की है कि विधायक संदिग्ध गाड़ी लेकर समर्थकों समेत फरार हो गए हैं।
समाजवादी पार्टी विधायक नाहिद हसन पर धोखाधड़ी, जानलेवा हमला करने, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और अभद्रता करने समेत कई मामले दर्ज हैं। ग़ैर-ज़मानती वारंट जारी होने के कारण उनकी गिरफ़्तारी तय मानी जा रही है। उनके संभावित ठिकानों पर पुलिस की दबिश जारी है और लखनऊ में उच्चाधिकारियों को भी पल-पल की अपडेट दी जा रही है। लखनऊ के साथ-साथ दिल्ली में भी पुलिस की टीमें भेजी गई हैं। जिले के डीएम और एसपी ने भी दिन भर कैराना में ही डेरा डाला। कैराना में सुरक्षा के लिए चेकपॉइंट्स बनाए गए हैं।
कैराना में एक दर्जन से भी अधिक चेकपॉइंट्स बनाए गए हैं। शहर के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। डीएम अखिलेश सिंह और एसपी अजय कुमार ने पुलिस बल समेत इलाक़े में पैदल मार्च किया ताकि जनता में भय का माहौल न बने। उन्होंने सीसीटीवी के माध्यम से घटनाक्रम पर नज़र रखा। विधायक का आवास आलदरम्यान में है, जिसे एक तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
पूरे तलाशी अभियान की वीडियोग्राफ़ी भी कराई गई। पुलिस बलों ने कैमरा और मोबाइल से पूरी कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग की। विधायक पक्ष ने प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए कैराना में 1 लाख लोगों के साथ धरना-प्रदर्शन करने की अनुमति माँगी थी लेकिन उनकी एक न चली। एसपी ने बताया कि सारी कार्रवाई कोर्ट से ऑर्डर लेकर और स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर की जा रही है।