Saturday, May 17, 2025
Homeराजनीतिजिस रमा देवी के पास गईं सोनिया गाँधी, उनसे कभी आजम खान को माँगनी...

जिस रमा देवी के पास गईं सोनिया गाँधी, उनसे कभी आजम खान को माँगनी पड़ी थी माफीः तब भी ‘महिला सम्मान’ के लिए लड़ी थीं स्मृति ईरानी

2019 में लोकसभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान सदन की अध्यक्षता कर रहीं रमा देवी पर सपा नेता आज़म ख़ान ने अभद्र टिप्पणी की थी। उस समय भी स्मृति ईरानी ने इसका पुरजोर विरोध किया था।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए कॉन्ग्रेस नेता अधीर रंजन चैधरी की अशोभनीय टिप्पणी के बाद से सांसद रमा देवी का नाम भी चर्चा में है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जब इस बयान पर काॅन्ग्रेस नेतृत्व को घेरा तो सोनिया गाँधी रमा देवी के पास पहुँच गईं थी। इस दौरान उन्होंने स्मृति ईरानी से कहा था– You don’t talk to me। यानी, आप मुझसे बात मत कीजिए। गुरुवार (28 जुलाई 2022) को यह सारा घटनाक्रम संसद में हुआ था।

सदन के भीतर जब अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणी पर स्मृति ईरानी ने घेरा तो भाजपा सांसद रमा देवी (Rama Devi) के पास सोनिया गाँधी पहुँची और पूछा, “अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणी के मामले में मेरा नाम क्यों घसीटा जा रहा है। इसमें मेरी गलती क्या है?” इसके जवाब में रमा देवी ने कहा, “आपकी गलती यह है कि आपने चौधरी को लोकसभा में कॉन्ग्रेस का नेता चुना।” उन्होंने कहा, “अधीर रंजन माफी माँग लेते तो बात खत्म हो जाती। सोनिया को तैश में आने की बजाय गलती माननी चाहिए और अपने नेता को काबू में करना चाहिए।”

कौन हैं रमा देवी

रमा देवी का जन्म बिहार में वैशाली जिले के लालगंज में 8 अगस्त 1948 को हुआ था। इनकी शिक्षा मुजफ्फरपुर से हुई और वहीं से इन्होंने कानून की डिग्री पूरी की। 74 वर्षीय रमा देवी ने सबसे पहले 1998 में बिहार के मोतिहारी सीट से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा था और बीजेपी के राधा मोहन सिंह को हराते हुए पहली बार संसद पहुँची थीं। रमा को तब उनके पति और बिहार सरकार में मंत्री रहे बृज बिहारी प्रसाद की हत्या के बाद राजनीतिक विरासत सँभालनी पड़ी थी। उनके पति दबंग और बाहुबली नेता माने जाते थे।

इसके बाद बिहार विधानसभा चुनाव 2000 में उन्होंने मोतिहारी से चुनाव लड़ा और बिहार विधानसभा में राजद विधायक के रूप में चुनी गईं। उन्होंने बीजेपी के प्रमोद कुमार को हराया। 2009 में राजद से टिकट नहीं मिलने पर वह बीजेपी में शामिल हो गईं। बीजेपी ने उन्हें शिवहर से टिकट दिया और वह चुनाव जीतने में कामयाब रहीं। 2014 और 2019 में भी उन्हें शिवहर से टिकट दिया गया और उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की। रमा देवी के राजनीतिक कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने 2009 और 2014 में बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आंनद को राजनीतिक अखाड़े में मात दी थी।

आजम खान को जब माँगनी पड़ी माफी

2019 में रमा देवी से आज़म ख़ान को माफ़ी माँगनी पड़ी थी। 25 जुलाई 2019 को लोकसभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान सदन की अध्यक्षता कर रहीं रमा देवी पर सपा नेता आज़म ख़ान ने अभद्र टिप्पणी की थी। उन्होंने रमा देवी से कहा था, “आप मुझे इतनी अच्छी लगती हैं कि मेरा मन करता है कि आपकी आँखों में आँखें डाले रहूॅं।” इस तरह की टिप्पणी से अध्यक्षता कर रहीं सांसद थोड़ी देर के लिए असहज हो गई थीं।

उस वक्त केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज़म खान के बयान की आलोचना करते हुए इसे शर्मनाक बताया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “आज़म खान द्वारा दिया गया शर्मनाक बयान उनके चरित्र का प्रतिबिंब है; उनका बचाव करके अखिलेश यादव ने भी प्रमाणित कर दिया कि उनकी सोच में भी कोई फ़र्क़ नहीं। जो सदन में महिला के साथ अशोभनीय व्यवहार कर सकता है वह साधारण महिला से किस प्रकार का व्यवहार करता होगा, यह सोचने वाली बात है।” इसके साथ ही एक और ट्वीट में स्मृति ने आज़म खान को सभी पुरुष सांसदों पर धब्बा बताया था। इसके बाद आज़म ख़ान ने अपनी टिप्पणी के लिए माफ़ी माँगते हुए कहा था कि सासंद रमा देवी मेरी बहन हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कश्मीर में झेलम के अधूरे तुलबुल प्रोजेक्ट को लेकर भिड़े उमर अब्दुल्ला और महबूबा, खेलने लगे ‘इस पार और उस पार’ का खेल: सिंधु...

उमर अब्दुल्ला ने महबूबा के आरोपों को 'सस्ता प्रचार' करार देते हुए कहा कि वह बहस को 'गटर' के स्तर पर नहीं ले जाएँगे।

’43 रोहिंग्या औरतों-बच्चों-बुजुर्गों को समंदर में फेंक दिया’: सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- किसने देखा, कहाँ है सबूत? वकील से कहा- देश में इतना कुछ...

जस्टिस सूर्या कांत ने वकील से सख्त लहजे में कहा, "हर दिन आप नई-नई कहानी लेकर आते हैं। इस कहानी का आधार क्या है? कोई सबूत तो दिखाइए।"
- विज्ञापन -