Saturday, September 21, 2024
Homeराजनीति'मैं कुश्ती को ही त्याग देती हूँ': कैमरों को आँसू दिखा साक्षी मलिक ने...

‘मैं कुश्ती को ही त्याग देती हूँ’: कैमरों को आँसू दिखा साक्षी मलिक ने लिया ‘संन्यास’, बृजभूषण सिंह के करीबी ने जीता चुनाव तो रोने लगीं

भारतीय पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती को छोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने संजय सिंह को WFI अध्यक्ष बनाए जाने पर कहा जिसे WFI का अध्यक्ष बनाया गया है वो बृजभूषण के लिए बेटे से भी प्यारा है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि आने वाले पीढ़ियाँ शोषण के लिए तैयार रहें।

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के चुने जाने पर भारतीय पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि जिसे WFI का अध्यक्ष बनाया गया है वो बृजभूषण के लिए बेटे से भी प्यारा है।

उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि आने वाले पीढ़ियाँ शोषण के लिए तैयार रहें। वहीं बजरंग पूनिया ने भी कहा कि संजय सिंह को अध्यक्ष बनाने का जो फैसला हुआ है उससे लड़कियों को इंसाफ नहीं मिलेगा।

साक्षी मलिक ने रोते हुए कहा- “एक बात कहना चाहूँगी कि हमने लड़ाई लड़ी, पूरे दिल से लड़ी। लेकिन अगर अध्यक्ष बृजभूषण सिंह जैसा आदमी रहेगा या उसका सहयोगी रहेगा तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूँ और मैं आज के बाद आपको वहाँ नहीं दिखूँगी। बस सब देशवासियों को धन्यवाद जिन्होंने मेरा सपोर्ट किया और मुझे इस मुकाम तक पहुँचाया।”

उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “आज जो महासंघ का अध्यक्ष बना है…हमें पता था वही बनेगा… वह बृजभूषण के लिए बेटे से भी प्यारा है… जो अब तक परदे के पीछे से होता था अब खुले आम होगा। हम अपनी लड़ाई में कामयाब नहीं हो पाए। हमने हर किसी को अपनी बात बताई। पूरे देश को पता होते हुए भी सही इंसान नहीं WFI का चीफ नहीं बना। मैं अपने आने वाली पीढ़ियों को कहना चाहती हूँ कि शोषण के लिए तैयार रहिए।”

वहीं बजरंग पूनिया ने कहा, “खेल मंत्रालय ने वादा किया था कि फेडरेशन में WFI से अलग का कोई आदमी आएगा, जिस तरह पूरे तंत्र ने काम किया उससे मुझे नहीं लगता कि बेटियों को न्याय मिलेगा, हमारे देश में कोई न्याय नहीं बचा है वह केवल कोर्ट में मिलेगा, हमने जो लड़ी लड़ी आने वाली पीढ़ी को और लड़नी पड़ेगी। सरकार ने जो वादा किया पूरा नहीं किया।”

बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद बृजभूषण सिंह के दिल्ली आवास के बाहर दबदबा कायम रहने के पोस्टर लगाए गए। बाद में उन्होंने मीडिया से कहा कि वो कुश्ती के लिए नेशनल कैंप आयोजित करवाए जाएँगे, जिन्हें राजनीति करनी है वो करते रहें, जिन्हें कुश्ती लड़नी है वो लड़ेंगे। वहीं बृजभूषण सिंह से जब पूछा गया कि साक्षी कुश्ती छोड़ने की बात कह रही हैं तो इस पर उन्होंने कहा कि इसका उनसे क्या लेना-देना।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अब फैक्टचेक नहीं कर सकती केंद्र सरकार: जानिए क्या है IT संशोधन नियम 2023 जिसे बॉम्बे हाई कोर्ट ने बताया ‘असंवैधानिक’, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता...

सोशल मीडिया और ऑनलाइन तथ्यों की जाँच के लिए केंद्र द्वारा फैक्ट चेकिंग यूनिट बनाने को बॉम्बे हाई कोर्ट ने संविधान का उल्लंघन बताया।

बेटे की सरकार में तिरुपति की रसोई में ‘बीफ की घुसपैठ’, कॉन्ग्रेस पिता के शासन में इसी मंदिर में क्रॉस वाले स्तंभ पर हुआ...

तिरुपति लड्डू से पहले 2007 में आरोप लगाया गया था कि TTD ने मंदिर के एक उत्सव के लिए जिन स्तम्भ का ऑर्डर दिया है, वह क्रॉस जैसे दिखते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -