Tuesday, November 5, 2024
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जेल में बंद मनीष कश्यप की माँ ने जहानाबाद में 6 मजदूरों को दी आर्थिक मदद: कहा- तमिलनाडु में मारपीट के बाद बिहार लौटने को मजबूर हुए ये लोग

बता दें कि शुक्रवार (22 सितंबर 2023) को पुलिस कस्टडी में कोर्ट लाए गए मनीष कश्यप ने पत्रकारों से बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार को ललकारा था और अपनी माँ से मिलते हुए कहा था कि जिस तरह से उनकी माँ आज रो रही है, जेल से बाहर आकर वे दूसरों की माँओं के आँसू पोछेंगे।

फर्जी वीडियो के जरिए माहौल खराब करने का आरोप लगाकर जेल में बंद किए गए बिहार के ट्यूबर मनीष कश्यप की माँ अब लोगों के बीच पहुँची हैं। उन्होंने तमिलनाडु में हिंसा के शिकार हुए मजदूरों की आर्थिक मदद की और अपने बेटे के लिए सहयोग माँगा। मनीष पर तमिलनाडु और बिहार में लगभग दर्जन भर केस दर्ज किए गए हैं।

पैसे बाँटते हुए मनीष कश्यप की माँ ने कहा, “अगर हमार बेटे रहतन त बहुत रोपेया दिआइत, अतने ना दियाइत। लेकिन, जवन रहल ह हमरा पर्स में तवन ले आके मदद कर तानी। (मेरा बेटा रहता तो और भी रुपए देता। हमारे पर्स में जो रुपया था वही लाकर मैं आप लोगों की मदद कर रही हूँ।”

दरअसल, X पर Sach Talk नाम के एक हैंडल ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक महिला और एक युवा लड़़का कुछ लोगों को पैसे देते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में लड़का कहता है, “हम लोग जहानाबाद में पहुँचे हैं। जहानाबाद के 6 मजदूर, जो मजदूरी करने तमिलनाडु गए थे उन्हें वहाँ अगवा करके बुरी तरह पीटा गया था।”

वीडियो में वो लड़का आगे कहता है, ये मनीष कश्यप की माता जी हैं। इन्हें जैसे ही पता चला तो यहाँ आई हैं और कुछ आर्थिक मदद भी लेकर आई हैं। ये खुद परेशान हैं, क्योंकि मनीष कश्यप अभी जेल में हैं और वो मजदूरों के लिए ही लड़े थे। इसकी वजह से उन पर दर्जनों केस हुए। तमिलनाडु में भी और बिहार में भी। एनएसए भी लगा। आज इनकी माँ दर-दर भटक रही हैं और इंसाफ की गुहार लगा रही हैं।”

इस दौरान वहाँ मौजूद 6 लोगों को 5-5 हजार रुपए दिए गए। कहा जा रहा है कि ये सभी लोग तमिलनाडु में मजदूरी करने के लिए गए थे और वहाँ पर उनके साथ मारपीट की गई। इस दौरान कैमरे पर कुछ लोगों ने अपने चोट भी दिखाए और बताया कि 19 सितंबर को वे लोग जान बचाकर तमिलनाडु से वापस बिहार आ गए।

बता दें कि शुक्रवार (22 सितंबर 2023) को पुलिस कस्टडी में कोर्ट लाए गए मनीष कश्यप ने पत्रकारों से बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार को ललकारा था और अपनी माँ से मिलते हुए कहा था कि जिस तरह से उनकी माँ आज रो रही है, जेल से बाहर आकर वे दूसरों की माँओं के आँसू पोछेंगे।

उस दौरान मनीष कश्यप ने कहा था, “मैं फौजी का बेटा हूँ, मर जाऊँगा लेकिन झुकूँगा नहीं। एक दिन हम सरकार बनाएँगे। चलाएँगे भी हम सरकार और दिखाएँगे भी हम सरकार को कि किस प्रकार से सरकार चलाई जाती है। (आप इसे 1:42 से 1:55 तक सुन सकते हैं।) इस दौरान मनीष कश्यप ने राज्य सरकार पर जातिवाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।

जेल व्यवस्था की पोल खोलते हुए उन्होंने कहा था, “जेल में पुलिस अधिकारी स्मैक, गाँजा और सिगरेट वगैरह पहुँचवाते हैं। कॉन्स्टेबल नहीं, ये स्टार वाले। वहाँ गाँजा-सिगरेट पीकर मेरे मुँह पर फूँक दिया जाता है। सुरक्षा का कोर्ट में कोई इंतजाम नहीं रहता है। पत्रकार की स्वतंत्रता की बात करने वाले नीतीश कुमार चेक कराएँ जेल में। 2 ग्राम स्मैक से सालों की सज़ा हो जाती है, लेकिन जेल में इतना स्मैक आता है और कुछ नहीं होता।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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