जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले पुलिस ने बड़े आतंकी हमले का प्लान ध्वस्त कर जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के 4 आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार (14 अगस्त) को अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि जम्मू में आतंकवादियों की मौजूदगी को जड़ से खत्म करने की कार्रवाई के तहत जम्मू पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने कहा, “वे ड्रोन से गिराए गए हथियारों को इकट्ठा कर उन्हें कश्मीर घाटी में जैश के सक्रिय आतंकवादियों तक पहुँचने की योजना बना रहे थे। इसके अलावा, आतंकवादियों का 15 अगस्त को जम्मू में वाहन IED धमाका करने का प्लान था। वे देश के अन्य हिस्सों में महत्वपूर्ण जगहों की रेकी करने में भी लगे थे।”
एडीजीपी, जम्मू ने बताया कि आतंकियों की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है। इससे एक बड़े आतंकी हमले को टाला गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस आतंकियों से पूछताछ करने में लगी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने सबसे पहले आतंकी मुंतजिर मंजूर उर्फ सैफुल्ला पुत्र मंजूर अहमद भट निवासी पुलवामा को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ के बाद जैश के तीन अन्य आतंकवादियों तौसीफ अहमद शाह, आतंकी इजहार खान उर्फ सोनू खान पुत्र इंतेजार खान निवासी मिरदान मोहल्ला कंडाला शामली (उत्तर प्रदेश) और जहाँगीर अहमद भट पुत्र मुश्ताक अहमद भट निवासी बांदजू पुलवामा को गिरफ्तार किया गया।
मंजूर अहमद भट आतंकवादी संगठन जैश का एक प्रमुख सदस्य है, जिसके पास से पुलिस को एक पिस्तौल, एक मैगजीन, 8 लाइव राउंड और दो चीनी हैंड ग्रेनेड बरामद हुए हैं। उसके पास से कश्मीर घाटी में हथियार सप्लाई के लिए इस्तेमाल होने वाले उसके ट्रक को भी जब्त कर लिया गया है।
श्रीराम जन्मभूमि की रेकी करने से पहले ही हुए गिरफ्तार
गौरतलब है कि गिरफ्तार हुए आतंकी इजहार खान ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान में बैठे कमांडर मुनाजिर उर्फ शाहिद ने उसे अमृतसर के पास ड्रोन से गिराए गए हथियार को इकट्ठा कर आतंकियों को सौंपने के लिए कहा था। उसने बताया कि उसे पानीपत तेल रिफाइनरी की रेकी करने के लिए भी कहा गया था, जिसके वीडियो उसने पाकिस्तान को भेजे थे। फिर उसे अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि की रेकी करने का काम सौंपा गया, लेकिन इस काम को पूरा करने से पहले ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।