Saturday, July 27, 2024
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दिल्ली पुलिस ने जारी की 26 जनवरी की हिंसा में शामिल 12 उपद्रवियों की तस्वीरें, 1000 से ज्यादा वीडियो से हो रही है तलाश

आरोपितों के चेहरे सामने आने के बाद पुलिस ने इन्हें सोशल मीडिया पर जारी कर दिया है, ताकि जल्द से जल्द इनकी धर-पकड़ की जा सके।

देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के दिन हुए उत्पात को लेकर दिल्ली पुलिस उपद्रवियों के खिलाफ एक्शन लेने की पूरी तैयारी में है। इसी सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने हिंसा करने वाले 12 उपद्रवियों की तस्वीरें जारी की हैं। चिन्हित किए गए इन उपद्रवियों को हिंसा के दौरान हाथ में लाठी डंडे लिए, पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और लाल किला समेत कई जगहों पर जमकर उत्पात और पुलिस वालों पर हमला करते हुए देखा गया है।

दरअसल, दिल्ली पुलिस के पास हिंसा से जुड़े कई वीडियो हैं, जिन से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और उनकी साफ तस्वीरें निकलवाई जा रही हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम फॉरेंसिक की मदद से वीडियो में दिख रहे उपद्रवियों की पहचान कर उनकी तस्वीरें साफ करा रही हैं। इसी दौरान इन 12 दंगाइयों के चेहरे को वीडियो से फोटो निकाल कर उन्हें साफ कराए जाने के बाद सामने आए है।

साभार:न्यूज़18

आरोपितों के चेहरे सामने आने के बाद पुलिस ने इन्हें सोशल मीडिया पर जारी कर दिया है, ताकि जल्द से जल्द इनकी धर-पकड़ की जा सके। बता दें कि इससे पहले हिंसा से संबंधित 1000 से अभी अधिक वीडियो मिलने की जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी।

साभार:न्यूज़18

गौरतलब है कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारी किसानों ने लाल किले पर कब्जा कर लिया था और अपना झंडा फहरा दिया था। इसके अलावा उग्र किसानों ने लाल किला समेत कई जगहों पर जमकर तोड़फोड़ की और पुलिस पर भी जानलेवा हमला किया। गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा में 500 से भी ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए।

उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी को हुए हिंसा को मद्देनजर रखते हुए दिल्ली की सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन स्थल पर कई स्तरों पर बैरिकेड लगाए हैं और सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है। वहीं अब इसे लेकर पुलिस से कई प्रकार के सवाल भी पूछे जा रहे हैं।

वहीं अब इस पर जवाब देते हुए दिल्ली के पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने कहा,“मुझे आश्चर्य है कि जब ट्रैक्टर का इस्तेमाल पुलिस पर हमला करने के लिए किया गया और 26 तारीख को बैरिकेड तोड़ दिए गए थे, उस पर मीडिया ने कोई सवाल नहीं उठाया। अब हमने क्या किया? हमने सिर्फ बैरिकेडिंग को मजबूत किया है ताकि यह फिर से टूट न जाए।”

बता दें, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ नई दिल्ली की सीमाओं पर ज्यादा प्रदर्शनकारी किसानों को एकत्र होने से रोकने के लिए, पुलिस ने लोहे की कीलें और लकड़ी के बोर्ड सड़कों पर लगाए हैं। कॉन्सर्टिना के कटीले तारों और कंक्रीट स्लैब की दोहरी परतों से लोहे की बैरिकेड्स को मजबूत किया गया है, जिन पर ​​कि ट्रैक्टरों का भी चलना मुश्किल है। गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को राष्ट्रव्यापी ‘चक्का जाम’ की घोषणा की है।

एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध से जुड़ी हिंसा में 510 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। आंंदोलन को देखते हुए प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) और त्वरित कार्य बल (आरएएफ) सहित सैकड़ों सुरक्षा कर्मियों को सतर्क रखा गया है।

दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा के संबंध में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कुल 44 FIR दर्ज की हैं और 122 लोगों को गिरफ्तार किया। हिंसा के सम्बन्ध में पुलिस ने 54 से अधिक किसान नेताओं और 200 ट्रैक्टर मालिकों को भी नोटिस भेजे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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