Friday, July 4, 2025
Homeदेश-समाजभारत रत्न पर अपशब्द: असमिया गायक ज़ुबीन गर्ग पर FIR

भारत रत्न पर अपशब्द: असमिया गायक ज़ुबीन गर्ग पर FIR

"मुझे ज़ुबीन से व्यक्तिगत स्तर पर कोई दुश्मनी नहीं है। लेकिन उन्होंने देश के जिस सर्वोच्च पुरस्कार के बारे में इस तरह का बयान दिया है, वह किसी भी तरह से क्षम्य नहीं है।"

भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न को लेकर असम के प्रसिद्ध गायक ज़ुबीन गर्ग ने बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है। भाजपा नेता सत्य रंजन बोराह ने ज़ुबीन के इस बयान के ख़िलाफ़ होजई ज़िले के लंका थाने में मुक़दमा दर्ज़ करावाया है। दरअसल सोशल मीडिया पर ज़ुबीन का एक ऑडियो वायरल हुआ है। इस ऑडियो में ज़ुबीन को देश के सम्मानजनक भारत रत्न पुरस्कार के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है।

भाजपा नेता ने ज़ुबीन के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कराने के बाद अपने फ़ेसबुक पर भी लिखा है

दरअसल, सोशल मीडिया के वॉट्सअप व दूसरे माध्यमों पर ज़ुबीन के वायरल होते इस ऑडियो में वो ‘पॉलिटिक्स न करिबो बंधू’ (राजनीति न करो दोस्त) गाना गाने के बाद भारत रत्न के लिए असंवैधानिक भाषा का इस्तेमाल करते दिखे।

मुक़दमा दर्ज कराने वाले भाजपा नेता सत्य रंजन बोराह ने अपने फे़सबुक पर इस मामले में अपनी तरफ से सफाई दी है। अपने फे़सबुक वॉल पर भाजपा नेता ने लिखा है कि मुझे ज़ुबीन से व्यक्तिगत स्तर पर कोई दुश्मनी नहीं है। लेकिन उन्होंने देश के जिस सर्वोच्च पुरस्कार के बारे में इस तरह का बयान दिया है, वह किसी भी तरह से क्षम्य नहीं है।

इसके अलावा भाजपा नेता ने यह भी लिखा कि ज़ुबीन अपने आप में एक संस्थान जैसे हैं। सोशल मीडिया पर उनके काफी सारे फॉलोवर हैं, इन लोगों के बीच इस तरह से अगर राष्ट्रीय सम्मान से जुड़ी बात रखी जाएगी, तो इसका परिणाम सही नहीं होगा।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि इन दिनों ज़ुबीन गर्ग अपनी गायकी से अधिक राजनीतिक बयान देने में सक्रिय हैं। कई बार उन्होंने भाजपा के ख़िलाफ़ सरेआम बयानबाज़ी भी की है। यही नहीं नागरिकता संसोधन विधेयक पर भी ज़ुबीन ने केंद्र सरकार का विरोध किया था। देश के सर्वोच्च पुरस्कारों के लिए इस तरह की घटिया बयानबाज़ी उनकी राजनीतिक मंशा को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस इंग्लैंड का रूसी तेल से चलता है इंजन, रूबल से भरी हैं तिजोरियाँ, उसके अखबार The Telegraph ने बताया भारत को ‘दुश्मन देश’:...

ब्रिटेन भारत पर रूस से रिश्तों के लिए हमला करता है, लेकिन खुद भारत से रिफाइन्ड रूसी तेल खरीदता है और भगोड़े अपराधियों को शरण देता है।

भारत ना बन पाए ‘वर्ल्ड फैक्ट्री’, इसके लिए चीन अटका रहा ‘मेक इन इंडिया’ में रोड़े: अब iPhone बनाने वाले 300 इंजीनियर-टेक्नीशियन वापस बुलाए,...

चीन ने अपने 300 से अधिक इंजीनियर और टेक्नीशियन को वापस बुलाया है। यह कर्मचारी भारत में फॉक्सकॉन के आईफोन प्लांट में काम कर रहे थे।
- विज्ञापन -