Sunday, May 28, 2023
Homeदेश-समाजचीन से आगे निकल जाएगी भारतीय अर्थव्यवस्था: रघुराम राजन

चीन से आगे निकल जाएगी भारतीय अर्थव्यवस्था: रघुराम राजन

राजन ने भारत को बिजली उत्पादन के क्षेत्र में अन्य देशों के साथ सहयोग करने की सलाह भी दी। रोज़गार सृजन पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी देशों में भी ये समस्या है।

रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में भारत जल्द ही चीन से आगे निकल जाएगा। राजन ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ती जा रही है जबकि चीन की अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी पड़ गई है। विश्व आर्थिक मंच (WEF) को सम्बोधित करते हुए पूर्व RBI गवर्नर ने कहा कि दक्षिण एशियाई देशों में भारत बाकियों से बेहतर स्थिति में होगा।

अभी हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने भी अनुमान लगाया था कि 2019 में भारत की विकास दर 7.5 प्रतिशत जबकि 2020 में 7.7 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। IMF का यह भी अनुमान था कि अगले दो सालों में भारत की विकास दर चीन से अधिक रहने वाली है। IMF ने अमेरिका से तनाव के कारण चीनी अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी रहने की चिंता जताई। ज्ञात हो कि चीन अभी विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।

रघुराम राजन ने IMF के इन दावों पर अपनी मुहर लगाते हुए कहा;

“नेपाल और अफगानिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए चीन और भारत दोनों की ही मदद ले रहे हैं। यह क्षेत्रीय कंपनियों और बैंकों के लिए बेहतर अवसर है। ऐसे कई क्षेत्र हैं जहाँ भारत निवेश कर रहा है लेकिन उसे यह दायरा और बढ़ाना होगा। उद्योगों को भी जरूरी कदम उठाने के लिए सरकार से बातचीत करनी चाहिए।

साथ ही रघुराम राजन ने भारत को सलाह देते हुए कहा कि पड़ोसी देशों से व्यापार में वृद्धि होनी चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध से पहले जर्मनी और फ्रांस एक-दूसरे से लड़ते रहते थे लेकिन बाद में दोनों ने इस्पात और कोयले के क्षेत्र में परस्पर सहयोग से अपनी अर्थव्यवस्था को मज़बूत किया। राजन ने भारत को बिजली उत्पादन के क्षेत्र में अन्य देशों के साथ सहयोग करने की सलाह भी दी। रोज़गार सृजन पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी देशों में भी ये समस्या है।

बता दें कि तीन सालों तक भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर रहे राजन अभी शिकागो विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर हैं।

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘हम पहलवान थे, अर्जुन अवॉर्ड लाए’: कभी अधिकारियों से जूते साफ़ करवाने की बात करते थे आजम खान, ‘एहसान’ याद दिलाया तो SP ने...

आजम खान ने अनुज चौधरी से कहा, "आप सीओ सीटी हैं? आप तो पहलवान हैं। सपा ने ही आपको ऑर्गनाइज किया था, हमारा एहसान याद नहीं आपको?"

राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया, तब नहीं था उनकी गरिमा का ख्याल? जनजातीय समाज की महिला पर बदजुबानी करने वालों की पार्टी, अब...

मनीष तिवारी, उदित राज और अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ कॉन्ग्रेस ने क्या कार्रवाई की? संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार क्यों किया?

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
258,560FollowersFollow
415,000SubscribersSubscribe