Saturday, November 16, 2024
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144 दिन-212 मास शूटिंग: क्या टेक्सास के बच्चों की लाश से उठेगी अमेरिका में गन कल्चर की अर्थी, शराब खरीदने से आसान है हथियार पाना

टेक्सास की घटना के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है, “हमें पूछना होगा कि एक राष्ट्र के रूप में हम कब बंदूक की लॉबी के खिलाफ खड़े होंगे और वो करेंगे जो हमें करना चाहिए।” लेकिन हकीकत यही है कि अब तक न बाइडेन ने और न ही उनके पूर्ववर्तियों ने इस लॉबी पर शिकंजा कसने के लिए कुछ किया है।

टेक्सास में 18 साल एक युवक ने AK-47 से अपनी दादी को गोली मारी। फिर स्कूल पहुँचकर अंधाधुंध फायरिंग की। अमेरिका को हिला देने वाली यह घटना 24 मई 2022 को हुई। 22 लोगों की मौत हो गई।

इस घटना ने फिर से अमेरिका के ‘गन कल्चर’ को चर्चा के केंद्र में ला दिया है। लेकिन अमेरिका में इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। ऐसी घटनाओं से सीखने की अमेरिका का जो रिकॉर्ड है उससे लगता है कि शायद आखिरी भी न हो। 2022 अभी आधा भी नहीं बीता है। लेकिन अमेरिका में 144 दिन में सामूहिक गोलीबारी की 212 घटना हो चुकी है। ऐसी 27 घटना तो स्कूलों में भी हो चुकी है।

अमेरिका का ‘द गन कंट्रोल एक्ट 1968’

अमेरिका में इस तरह की घटनाओं के पीछे सबसे बड़ा कारण वहाँ का ‘गन एक्ट’ है। अमेरिका में ‘गन कल्चर’ का संबंध वहाँ के संविधान से जुड़ा है। इस देश में बंदूक रखने का कानूनी आधार संविधान के दूसरे संशोधन में निहित है। इसलिए बहुत आसानी से हथियारों की खरीदारी की जा सकती है। द गन कंट्रोल एक्ट 1968 (GCA) के मुताबिक, राइफल या कोई भी छोटा हथियार खरीदने के लिए उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। दूसरे हथियार जैसे हैंडगन खरीदने के लिए 21 साल की उम्र होनी चाहिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 33 करोड़ की आबादी वाले अमेरिका में आम नागरिकों के पास 39 करोड़ हथियार हैं

अमेरिका के स्वतंत्र डेटा संग्रह करने वाले संगठन ‘गन वायलेंस आर्काइव’ की रिपोर्ट के मुताबिक, गन कल्चर के कारण अमेरिका में हिंसा पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चुनाव के दौरान गन कल्चर पर रोक का वादा किया था, लेकिन इस पर अब तक कोई पहल नहीं की जा सकी है। ऑनलाइन साइट पर गन के पार्ट्स की खरीद पहले की तरह ही जारी है।

आपको बता दें कि अमेरिका में 2021 में 693 सामूहिक गोलीबारी की घटनाएँ हुईं। 2020 में 611 जगह गोलीबारी हुई तो 2019 में 417 जगहों पर ऐसी ही वारदात को अंजाम दिया गया। आँकड़ों के मुताबिक, 2021 में अमेरिका के स्कूलों में गोलीबारी की 34 घटनाएँ सामने आईं। 2020 में 10 स्कूलों तो 2018 व 2019 में 24-24 घटनाएँ सामने आई थी।

टेक्सास की घटना के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है, “हमें पूछना होगा कि एक राष्ट्र के रूप में हम कब बंदूक की लॉबी के खिलाफ खड़े होंगे और वो करेंगे जो हमें करना चाहिए।” लेकिन हकीकत यही है कि अब तक न बाइडेन ने और न ही उनके पूर्ववर्तियों ने इस लॉबी पर शिकंजा कसने के लिए कुछ किया है।

किसी को बंदूक रखने की इजाजत देने से पहले उसकी पृष्ठभूमि की बेहतर ढंग से जाँच का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने समर्थन किया था। लेकिन इन्हीं ट्रंप ने 2016 में राष्ट्रपति पद की दौड़ के दौरान बंदूक नियंत्रण का विरोध किया था। वर्ष 2017 में नैशनल राइफल एसोसिएशन के अधिवेशन में राष्ट्रपति ने कहा था कि वह हथियार रखने के संवैधानिक अधिकार में कभी भी दखल नहीं देंगे।

ट्रंप के पूर्ववर्ती बराक ओबामा ने भी माना था कि देश में गन लॉबी काफी ज्यादा मजबूत है। टेक्सास शूटिंग के बाद ओबामा ने इशारों में रिपब्लिकन पार्टी को गन लॉबी को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि इसके खिलाफ बहुत पहले ही एक्शन लिया जाना चाहिए था, कोई भी एक्शन, मगर लिया जाना चाहिए था।

अमेरिका में गन लॉबी के इतना मजबूत होने का सबसे बड़ा कारण का उसका गन एक्ट है। अमेरिका में 21 साल से पहले शराब खरीदना गैर-कानूनी है, लेकिन वहाँ ज्यादातर राज्यों में युवा 18 वर्ष की उम्र से पहले ही एआर-15 मिलिट्री स्टाइल राइफल खरीद सकते हैं। 21 वर्ष के ऊपर के उम्र वाले किसी लाइसेंसी डीलर से इसे खरीद सकते हैं। वहीं, मिलिट्री स्टाइल राइफल के लिए कोई विशेष नियम या सख्ती नहीं है। इसके चलते यह हथियार सामूहिक गोलीबारी करने वाले हमलावरों का पसंदीदा हथियार बन गया है।

पर असली सवाल वही है हर ऐसी घटनाओं के बाद रोने वाला अमेरिका क्या वाकई में गन लॉबी के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत जुटा पाएगा? क्या अमेरिकी जनता और वहाँ का तंत्र हथियारों से अपने प्रेम को तिलांजलि दे पाएगा?

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