जहाँ भारत सरकार जम्मू कश्मीर में स्थिति सामान्य बनाने के लिए काम कर रही है, पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में ‘सब कुछ ठीक न होने’ की बात करते हुए संयुक्त राष्ट्र से लेकर इस्लामिक मुल्क़ों तक को अपने झाँसे में लेने की कोशिश कर रहा है, और इसमें वह बुरी तरह विफल साबित हुआ है। जम्मू कश्मीर में स्थिति सामान्य है। एनएसए अजित डोभाल ने भी क्षेत्र का दौरा कर लोगों से स्थिति की जानकारी ली।
पाक अधिकृत कश्मीर में लोगों ने पाकिस्तान की सेना व पुलिस के द्वारा किए जा रहे अत्याचारों के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में कई लोग शामिल हुए और उन्होंने ‘पाकिस्तान से आज़ादी’ की माँग की। लोगों का कहना था कि पाकिस्तान ने उनके इलाक़े पर अवैध रूप से कब्ज़ा कर रखा है। पाकिस्तान ने विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए इलाक़े में टोटल कम्युनिकेशन ब्लैकआउट कर दिया है। मोबाइल सेवाएँ ठप्प कर दी गई हैं।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के साथ क्रूरता की। उन्हें पीटा गया। उन पर फायरिंग तक की गई। पुलिस ने बीती रात किसी व्यक्ति को गिरफ़्तार कर लिया था, जिससे लोग और भी गुस्से में थे। हजीरा पुलिस थाना के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में कई लोग धरने पर बैठे और उन्होंने ‘पाकिस्तान से आज़ादी’ की माँग की। रविवार (सितम्बर 8, 2019) पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों में से 40 को गिरफ़्तार कर लिया है।
#Watch | Protesters in Pakistan-occupied Kashmir (PoK) chant slogans against illegal occupation by Pakistani Army near the Line of Control (LoC) with India. pic.twitter.com/CvpOaQKEiR
— DNA (@dna) September 9, 2019
इससे पहले शनिवार को भी पुलिस द्वारा विरोध प्रदर्शन करने वाले सैकड़ों लोगों के साथ क्रूरता की गई थी। उस क्षेत्र में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कई मार्च निकाले गए। रक्षा विशेषज्ञ आरके सहगल ने बताया कि बलूचिस्तान और सिंध की तरह ही पाक अधिकृत कश्मीर में भी पाकिस्तानी फौज आम लोगों के साथ द्वारा बर्बरता कर रही है। मानवाधिकारों का लगातार हनन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में कहीं भी ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा बल्कि बलूचिस्तान, सिंध और पीओके में हो रहा है।
पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर की शांति पच नहीं रही है और वह लगातार घुसपैठियों को इस पार भेजने की कोशिश में लगा हुआ है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने भी कहा था कि 200 से भी अधिक आतंकी घुसपैठ के प्रयास में लगे हुए हैं। इस्लामाबाद क्षेत्र में हिंसा फैलाने की साज़िशें रच रहा है।