Sunday, September 1, 2024
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‘सिखों के लिए उठाए कदमों के लिए हृदय से आभार’: कनाडाई सिख नेता ने की PM मोदी की तारीफ, कभी खालिस्तानी होने के लगे थे आरोप

"मैं आपको सिखों द्वारा लंबे समय से की जाने वाली माँगों और शिकायतों के निवारण के लिए आपके द्वारा उठाए गए अभूतपूर्व सकारात्मक कदमों के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करने के लिए यह पत्र लिख रहा हूँ।"

जहाँ एक तरफ पंजाब में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ सिख समुदाय में माहौल बनाने की कोशिश हो रही है वहीं अब ब्रिटिश सिख समुदाय के बाद कनाडा में रहने वाले सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। उन्होंने पत्र लिखकर मोदी सरकार द्वारा सिख समुदाय के लिए उठाए गए कई अभूतपूर्व सकारात्मक कदमों के लिए उनका ह्रदय से आभार व्यक्त किया है। बता दें कि रिपुदमन सिंह पर कभी खालिस्तानी होने का आरोप भी लगा था। यहाँ तक उनके ऊपर 1985 में हुए एक बम ब्लास्ट मामले में लम्बे समय तक कनाडा में केस भी चला था। हालाँकि इसमें उन्हें बरी कर दिया गया था।

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी को भेजे गए अपने पत्र में कनाडाई सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक ने लिखा, “मैं आपको सिखों द्वारा लंबे समय से की जाने वाली माँगों और शिकायतों के निवारण के लिए आपके द्वारा उठाए गए अभूतपूर्व सकारात्मक कदमों के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करने के लिए यह पत्र लिख रहा हूँ। जिसमें उस ब्लैकलिस्ट को खत्म करना भी शामिल है, जो विदेशों में रहने वाले हजारों सिखों की भारत यात्रा को प्रतिबंधित करता है। पासपोर्ट और वीजा प्रदान करने में समस्या पैदा करता है। शरणार्थियों और उनके परिवारों के लिए, 1984-दंगों के सैकड़ों बंद मामलों को फिर से खोलना, जिनमें से कुछ के लिए जेल की सजा भी हुई, 1984-दंगों को सदन के पटल पर तत्कालीन गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह द्वारा ‘नरसंहार’ घोषित करते हुए, मुआवजे के रूप में सिख विरोधी नरसंहार पीड़ितों के परिवार को 5.00 लाख, श्री करतारपुर साहेब कॉरिडोर खोलने से भारत के तीर्थयात्रियों को हमारे पहले गुरु, गुरु नानक देव जी के पूजनीय स्थान पर जाने की सुविधा मिली है।”

उन्होंने 26 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों की शहादत को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में घोषित किए जाने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। इसी पत्र में उन्होंने मोदी सरकार और भारत के खिलाफ सिख समुदाय के कुछ गुमराह सदस्यों (खालिस्तानी समूह) द्वारा चलाए जा रहे हिंसा के सुनियोजित अभियान पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, यह कुछ विदेशी शक्तियों के इशारे पर किया जा रहा है जो भारत को अस्थिर करने और इसकी राष्ट्रीय अखंडता को चुनौती देना चाहते हैं।

पत्र में आगे रिपुदमन सिंह ने लंबित मुद्दों के निवारण के लिए भारत सरकार के साथ काम करने का वादा किया। वहीं सिख समुदाय को को सम्बोधित करते हुए लिखे गए एक अलग पत्र में, सिंह ने उनसे ऐसे दुर्भावनापूर्ण, शातिर और प्रेरित अभियानों (खालिस्तानी या विदेशी) से दूर रहने का आग्रह किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने अपने पत्र में लिखा है, “पंजाब में हिंसा केवल पंजाब और पूरे भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में सिख समुदाय के हितों को नुकसान पहुँचाती है। मैं विश्व शांति के लिए रोज अरदास करता हूँ क्योंकि मुझे अपने समुदाय या किसी समुदाय को हिंसा के कारण पीड़ित होते देखना पसंद नहीं है।”

प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, “मैं नहीं मानता कि सिख समुदाय के प्रति उनके कई सकारात्मक कार्यों को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी की गलत तरीके से आलोचना करना सही है। आलोचना करने के बजाय हमें भविष्य के लिए सकारात्मक साझेदारी की दिशा में उनके नेतृत्व में भारत सरकार की सराहना करनी चाहिए और सार्थक रूप से जुड़ना चाहिए।”

गौरतलब है कि रिपुदमन सिंह मलिक कनाडा में खालसा स्कूल चलाते हैं और 1985 में कनाडा की न्यायपालिका द्वारा एयर इंडिया कनिष्क बमबारी में 2005 में उन्हें बरी कर दिया गया था। फिर भी उन पर बैन था जिसे मोदी सरकार ने हटा दिया था तो करीब 25 साल बाद 2019 में वह अपने भाई से मिलने दिल्ली आए थे। जिसका जिक्र करते हुए उन्होंने अपने पत्र में प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की है।

खालिस्तानी प्रोपगेंडे को पीछे धकेल सामने आए ब्रिटिश सिख

विदेश में बैठकर भारत विरोधी अभियान चलाने वाले खालिस्तानियों को ब्रिटिश सिखों ने मुँहतोड़ जवाब देना शुरू कर दिया है। वहाँ के सिखों ने खालिस्तानी एजेंडे को पीछे धकेलते हुए अपना समर्थन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है। रविवार (16 दिसंबर, 2022) को साउथहॉल के पार्क एवेन्यू में स्थित गुरुद्वारा गुरू सभा में एकत्रित होकर सिख समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी को आभार दिया, उनकी प्रशंसा की।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिख समुदाय के नेताओं ने साउथहॉल के पार्क एवेन्यू में स्थित गुरुद्वारा गुरू सभा में इकट्ठा होकर एक प्रस्ताव पारित किया। यहाँ उन्होंने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सिखों के लिए और उनकी गलतफहमी को दूर करने के लिए बहुत कुछ किया है। ब्रिटिश सिखों ने भी पीएम द्वारा 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित करने के लिए भी उनका धन्यवाद दिया। मंडली में शामिल सिख नेताओं और गुरुद्वारा समिति के पदाधिकारियों ने उन लोगों को चुनौती दी जो भारत और यहाँ की वर्तमान सरकार के बारे में तथ्यात्मक रूप से गलत चीजों को आगे बढ़ा रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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