चीन को लेकर एक तथ्य विश्वविख्यात है- वो ये कि वहाँ पर जानवर की किसी भी प्रजाति को खाने से पहले दो बार नहीं सोचा जाता। वुहान में कोरोना वायरस फैलने के पीछे भी उनकी यही आदत जिम्मेदार है। आज चमगादड़ खाने के कारण फैले इस वायरस ने पूरे दुनिया के कोने-कोने में तबाही मचा रखी है। हर ओर इससे सैंकड़ों की तादाद में लोग आए दिन मर रहे हैं। अमेरिका ने तो चीन की हरकतों के कारण इस संक्रमण को वुहान का वायरस तक बतलाया है। बावजूद ये त्रासदी फैलाने के बाद चीन शांत नहीं बैठा है।
खबर है कि वहाँ कोरोना संक्रमण पर काबू पाते ही चीन की वेट मार्केट दोबारा से शुरू हो गई है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, वहाँ चमगादड़, बतख और कुत्तों का मीट बिकना प्रारंभ हो गया है। बता दें, आमतौर पर वेट मार्केट का पर्याय एक बाजार से होता है, जहाँ माँस-मछली आदि बिकते हैं। मगर, चीन के संदर्भ में इस शब्द की परिभाषा अलग है, क्योंकि चीन में जंगली जानवरों की बिक्री धड़ल्ले से की जाती हैं।
अब हालाँकि, चीन में कहा जा रहा है कि कोरोना का प्रकोप शांत हो गया है। लेकिन इस मार्केट के दोबारा खुलने से खतरे का आसार बढ़ सकते हैं। चूँकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि दुनिया भर में फैला कोरोना वायरस चमगादड़ से आया है। जो मनुष्य जाति को अपना शिकार बनाने के पहले कई जानवरों पर हमला कर चुका है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि इसी मार्केट के कारण हुबई प्रांत में रहने वाली 55 वर्षीय महिला कोरोना की चपेट में आई थी। इसके बाद ये वायरस अन्य लोगों में पहुँचा। इसलिए इसी मार्केट को महामारी फैलने की वजह माना जा रहा है। मेल ऑन संडे की पत्रकार के अनुसार, ये मार्केट उसी तरह चालू है जैसे कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से पहले चल रहा था।
जानकारी के अनुसार, चीनी प्रशासन ने इस वेट मार्केट के आसपास सुरक्षा के कड़े इंताजम कर दिए हैं, ताकि कोई भी शख्स खून से सनी जमीन और जानवरों को काटने की तस्वीरें न ले सके। यहाँ बता दें WHO ने अपने बयान में भी 12 जनवरी को इस बात का जिक्र किया था कि वुहान के इस सी फ़ूड मार्केट के कारण ही महामारी फैली है।
गौरतलब है कि इस समय इस मार्केट को शुरू कर चीन कोरोना के प्रकोप से निजात पाने का जश्न मना रहा है। उसे इस बात से कोई मतलब नहीं है कि उसकी इन्हीं आदतों के कारण विश्व में हाहाकार मचा हुआ है। उनकी अपनी मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि चीन से महामारी खत्म हो गई है, इसलिए वे इस बाजार दुबारा चालू कर रहे हैं।
इस समय चीन की इस मार्केट में खुलेआम पिंजरे में बंद करके कुत्ते, बिल्ली, बतख, खरगोश का माँस बिक रहा है। इसके अलावा यहाँ चमगादड़, केकड़े और छिपकलियाँ भी बेची जा रही हैं। इन्हें यहाँ पारंपरिक दवाइयों की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
कोरोना वायरस के कारण वहाँ की सरकार ने भले ही केवल 3200 लोगों के मरने का दावा किया है। मगर स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि यहाँ 42,000 से ज्यादा मौते हुई हैं। बता दें इस समय विश्व में 8.8 लाख लोग कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इनमें से 1,88,578 केस अमेरिका से हैं, जहाँ मरने वालों की संख्या 3,890 हो गई है। इसके अलावा इस चीनी वायरस के कारण सबसे ज्यादा मौतें 12, 428 के आँकड़े के साथ इटली में दर्ज हुई हैं।