इजरायल द्वारा उत्तरी गाजा को खाली करने के आदेश देने के बाद दक्षिणी गाजा में संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से मदद पहुँच रही है। इस मदद को या तो हमास के लोग लूट ले रहे हैं या फिर गाजा के निवासी ही। क्योंकि ये राहत सामग्री जरूरत से कम है और लोगों तक पहुँच नहीं पा रही है। वहीं, अब भी उत्तरी गाजा में काफी आबादी रुकी हुई है, जिसकी वजह से इजरायल को गाजा में अपना ऑपरेशन पूरा करने में समय लग रहा है। ऐसे में गाजा के लोगों तक उतनी मदद नहीं पहुँच पा रही है, जितनी पहुँचनी चाहिए।
अभी जो खबरें सामने आ रही हैं, उनके मुताबिक गाजा पट्टी में यूएन के गोदामों पर भीड़ लूट पर उतर आई है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दक्षिणी गाजा पट्टी के रफाह में संयुक्त राष्ट्र के गोदाम में हजारों लोग घुस गए और बड़े पैमाने पर लूटपाट की। ये सारी सामग्री गाजा के लोगों के लिए पहुँची थी, लेकिन लोगों ने व्यवस्था को तोड़ते हुए लूट शुरू कर दी है। एएफपी द्वारा जारी तस्वीरों में दिख रहा है कि लोग राशन और अन्य जरूरी चीजों के लिए गोदामों का रूख किया है, जिसकी वजह से उन जगहों पर भगदड़ और अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है।
ऐसा एक ही एक गोदाम दक्षिणी गाजा पट्टी के दैर एल-बालाह में है, जहाँ डिस्ट्रीब्यूशन सेंट पर भीड़ टूट पड़ी और लोग अपने साथ राशन के पैकेट ले जाते दिखे। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, तीन सप्ताह की पूरी घेराबंदी और बमबारी के कारण हताश हजारों फिलिस्तीनी गेहूँ, आटा और अन्य जरूरी सामानों के लिए लूट पर उतर आए हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि हजारों लोगों द्वारा गाजा में खाद्य गोदामों में तोड़फोड़ के बाद वहां ‘नागरिक व्यवस्था’ ध्वस्त होने लगी है। फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी (UNRWA) ने कहा कि कई गोदामों में गेहूँ, आटा और अन्य बुनियादी आपूर्ति लूट ली गई है।
#UPDATE The UN warns that "civil order" is starting to collapse in Gaza after thousands of people ransacked its food warehouses.
— AFP News Agency (@AFP) October 29, 2023
The UN relief agency for the Palestinian refugees (UNRWA) said wheat, flour and other basic supplies had been pillaged at several warehouses.
गाजा में मरने वालों की संख्या 8 हजार के पार
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 7 अक्टूबर से अब तक गाजा में मरने वालों की संख्या 8005 हो गई है रविवार को गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, गाजा में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 8005 हो गई और 20,242 अन्य घायल हो गए। प्रवक्ता ने बताया कि मृतकों में 3324 बच्चे, 2062 महिलाएँ और 460 बुजुर्ग शामिल हैं।
बता दें कि हमास के हमले के बाद इजरायल ने 23 लाख की आबादी वाले पूरे गाजा पट्टी की घेरेबंदी की है। उसने मिस्र के रफाह क्रॉसिंग से होकर बुनियादी जरूरतों और दवाओं की सीमित आपूर्ति की अनुमति दी है। इजरायल ने जरूरी चीजों की सप्लाई तो मिस्र के रास्ते दक्षिणी गाजा में दे दी है, लेकिन पेट्रोलियम की सप्लाई नहीं, क्योंकि हमास ने यूएन के लिए गई मदद खुद लूट ली थी, खासकर पेट्रोल और डीजल। इसके बाद इजरायल ने सारी आपूर्ति रोक दी थी, लेकिन अमेरिकी और अंतर्राष्ट्रीय शक्तियों के दबाव के बाद मिस्र के रफाह क्रॉसिंग से लेकर राहत सामग्री को गाजा में घुसने की अनुमति दे दी थी।
7 अक्टूबर को हमास ने किया था इजरायल पर सबसे बड़ा हमला
गौरतलब है कि हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 की सुबह इजरायल में जल, थल और हवा के रास्ते हमला किया। हमास ने इजरायल पर हजारों रॉकेट छोड़े। इन हमलों में 1400 से अधिक लोगों की मौत हो गई, तो 3 हजार से अधिक लोग घायल हो गए।
इस हमले के दौरान हमास ने 225 से अधिक इजरायलियों को बंधक बना लिया और गाजा पट्टी लेकर गए। हालाँकि, इस हमले के बाद इजरायल ने हमास पर पलटवार किया है और इजरायल के हमलों में अब तक 7000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल ने उत्तरी गाजा को खाली करने का अल्टीमेटम दिया है, और गाजा पर अभी भी हमला जारी है।